Inflation: महंगाई से दो-चार हो रहे आम लोगों के लिए एक राहत भरी खबर है. भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा है कि महंगाई दर अपने चरम स्तर पर पहुंच गई है. अब महंगाई दर कम होगी. दास ने कहा कि अगले दो सालों में महंगाई दर को कम कर 4 फीसदी के आस-पास लाने की पूरी कोशिश की जाएगी. उन्होंने कहा कि आरबीआई ग्रोथ को बिना नुकसान पहुंचाए हम धीरे-धीरे 4 फीसदी महंगाई दर के लक्ष्य को हासिल कर लेंगे.
धीरे-धीरे कम करना है महंगाई दर: आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा धीरे-धीरे देश में बढ़ी हुई महंगाई दर को कम करना है, ताकी इसके कारण इकोनॉमिक ग्रोथ पर किसी तरह प्रतिकूल प्रभाव न पड़े. उन्होंने कहा कि आरबीआई बहुत सधे हुए कदमों से 4 फीसदी के महंगाई दर के लक्ष्य तक पहुंचेगा. गौरतलब है कि देश में खुदरा महंगाई दर बीते कुछ महीनों में 7.79 फीसदी तक जा पहुचा था. हालांकि आरबीआई ने महंगाई पर काबू पाने के लिए रेपो रेट में 1.40 फीसदी का इजाफा किया था. अभी खुदरा महंगाई दर 6.71 फीसदी पर है.
रेपो रेट में 0.25 फीसदी का इजाफा कर सकता है रिजर्व बैंक- डॉयचे बैंक: इधर, भारतीय रिजर्व बैंक की मौद्रिक नीति समिति (एमपीसी) आगे नीतिगत दर में वृद्धि की रफ्तार को कम कर सकती है. डॉयचे बैंक ने सोमवार को यह राय जताई है. डॉयचे बैंक का अनुमान है कि रिजर्व बैंक सितंबर की मौद्रिक समीक्षा में रेपो दर में चौथाई फीसदी की बढ़ोतरी कर सकता है. केंद्रीय बैंक इस साल मई से रेपो दर में 1.40 फीसदी की बढ़ोतरी कर चुका है.
मुद्रास्फीति लगातार रिजर्व बैंक के छह फीसदी के संतोषजनक स्तर से ऊपर बनी हुई है जिसके मद्देनजर केंद्रीय बैंक ने नीतिगत दरों में तीन बार में 1.40 प्रतिशत की वृद्धि की है. जर्मनी के बैंक ने एक रिपोर्ट में कहा कि यहां से रिजर्व बैंक ब्याज दरों में वृद्धि की रफ्तार को कम करेगा. मौद्रिक नीति समिति की पिछली बैठक का ब्योरा हाल में आया है.
भाषा इनपुट के साथ
Disclaimer: शेयर बाजार से संबंधित किसी भी खरीद-बिक्री के लिए प्रभात खबर कोई सुझाव नहीं देता. हम बाजार से जुड़े विश्लेषण मार्केट एक्सपर्ट्स और ब्रोकिंग कंपनियों के हवाले से प्रकाशित करते हैं. लेकिन प्रमाणित विशेषज्ञों से परामर्श के बाद ही बाजार से जुड़े निर्णय करें.