होटल, रेस्टूरेंट, टूर एजेंट, बस मालिक और किराए पर कार देने वालों को सस्ता लोन, रिजर्व बैंक ने शुरू की लिक्विडिटी विंडो फैसिलिटी
कोरोना की पहली और दूसरी लहर में अर्थव्यवस्था और आर्थिक गतिविधियां बुरी तरह प्रभावित हुई हैं. पहली लहर में संक्रमण की रोकथाम के लिए लागू देशव्यापी लॉकडाउन के दौरान प्रभावित उद्योग धंधों के लिए केंद्र सरकार की ओर से उपाय किए गए थे. दूसरी लहर में राज्यों में लगाए गए मिनी लॉकडाउन से प्रभावित उद्योग धंधों की आर्थिक मदद के लिए भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने अपना खजाना खोल दिया है.
RBI MPC meeting : कोरोना की पहली और दूसरी लहर में बुरी तरह से प्रभावित क्षेत्रों के लोगों को अब सस्ती दरों पर लोन मिल सकेगा. रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास ने शुक्रवार को इस बात का ऐलान किया है कि प्रभावित क्षेत्रों को लोन उपलब्ध कराने के लिए उसकी ओर से लिक्विडिटी विंडो फैसिलिटी (LWF) की शुरुआत की गई है.
इस फैसलिटी के तहत होटल, रेस्टूरेंट्स, टूरिज्म (ट्रैवल एजेंट, टूर ऑपरेटरों और एडवेंचर और हेरिटेज फैसिलिटीज, विमानन सहायक सेवाओं) ग्राउंड हैंडलिंग, सप्लाई चेन और अन्य सेवाओं मसलन निजी बस परिचालकों, कार मरम्मत सेवाओं, किराये पर कार उपलब्ध कराने वालों, कार्यक्रम आयोजकों, स्पा क्लिनिक, ब्यूटी पार्लर और सैलून चलाने वालों की सस्ती दरों पर लोन उपलब्ध कराया जाएगा.
कोरोना से आर्थिक गतिविधियां बुरी तरह प्रभावित
दरअसल, कोरोना की पहली और दूसरी लहर में अर्थव्यवस्था और आर्थिक गतिविधियां बुरी तरह प्रभावित हुई हैं. पहली लहर में संक्रमण की रोकथाम के लिए लागू देशव्यापी लॉकडाउन के दौरान प्रभावित उद्योग धंधों के लिए केंद्र सरकार की ओर से उपाय किए गए थे. दूसरी लहर में राज्यों में लगाए गए मिनी लॉकडाउन से प्रभावित उद्योग धंधों की आर्थिक मदद के लिए भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने अपना खजाना खोल दिया है.
15 हजार करोड़ की LWF शुरू
आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास की अध्यक्षता में नीतिगत दरों को तय करने के लिए बुधवार से आरबीआई मौद्रिक समिति की तीन दिवसीय बैठक में कोरोना से बुरी तरह प्रभावित क्षेत्रों के समर्थन के लिए आरबीआई ने 15,000 करोड़ रुपये की लिक्विडिटी विंडो फैसलिटी शुरू करने का फैसला किया है. यह सुविधा संपर्क-गहन क्षेत्र (होटल और रेस्तरां, टूरिज्म तथा विमानन सहायक सेवाओं वाले क्षेत्र) के लिए पेश की गई है.
LWF के तहत तीन साल के लिए मिलेगा लोन
आरबीआई की ओर से शुरू की गई लिक्विडिटी विंडो फैसलिटी 31 मार्च, 2022 तक रेपो रेट पर उपलब्ध 50,000 करोड़ रुपये की नकदी सुविधा के अतिरिक्त है. इसके तहत तीन साल के लिए कर्ज उपलब्ध कराया जाएगा. इसकी घोषणा पांच मई को कोरोना से जुड़े स्वास्थ्य क्षेत्र को जरूरी मदद के लिए की गई थी.
31 मार्च 2022 तक काम करेगी लिक्विडिटी विंडो
रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास ने द्विमासिक मौद्रिक नीति समीक्षा की घोषणा करते हुए कहा कि संपर्क-गहन क्षेत्रों पर दूसरी लहर के प्रतिकूल प्रभाव से उबरने के लिए 31 मार्च, 2022 तक 15,000 करोड़ रुपये की एक अलग लिक्विडिटी विंडो शुरू की जाएगी. रेपो रेट पर इसकी अवधि तीन साल की होगी.
किस-किस को मिलेगा सस्ता लोन
गवर्नर ने कहा कि इस योजना के तहत होटल, रेस्टूरेंट्स, टूरिज्म (ट्रैवल एजेंट, टूर ऑपरेटरों और एडवेंचर और हेरिटेज फैसिलिटीज, विमानन सहायक सेवाओं) ग्राउंड हैंडलिंग, सप्लाई चेन और अन्य सेवाओं मसलन निजी बस परिचालकों, कार मरम्मत सेवाओं, किराये पर कार उपलब्ध कराने वालों, कार्यक्रम आयोजकों, स्पा क्लिनिक और ब्यूटी पार्लर/ सैलून आदि के लिए बैंक नया लोन उपलब्ध करा सकते हैं.
Posted by : Vishwat Sen
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