ऑनलाइन पेमेंट को बढ़ावा देने के लिए रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने नयी क्रेडिट पॉलिसी का ऐलान किया है. यह पॉलिसी आपके ऑनलाइन पेमेंट, मोबाइल पेमेंट , कार्ड पेमेंट के लिए है. इस नयी पॉलिसी का असर मोबाइल पेमेंट ऐप पर होगा.
पेमेंट बैंक के जरिये पैसे ट्रांसफर करने की सीमा को भी बढ़ाकर दो साल रुपये कर दिया गया है पहले यह सीमा सिर्फ एक लाख रुयये की थी. सभी पेमेंट मोड में इंटरप्रेटेबिलिटी को सबसे जरूरी करने का निर्देश भी जारी किया गया है.
इस नयी पॉलिसी के तहत RTGS और NEFT जैसी सुविधाएं नॉन बैकिंग पेमेंट सिस्टम में भी हासिल हो सकेगी. आप यूपीआई के जरिये यह सुविधा हासिल कर सकेंगे. इस नयी सुविधा से आपके मोबाइल पर बैकिंग की और सुविधा जोड़ी जायेगी जिससे आपका काम और आसान हो जायेगा.
RTGS और NEFT की सुविधा आपके पेमेंट ऐप पर भी काम करेगी यानि एक तरफ से अब आपका पेमेंट ऐप डेबिट कार्ड बन जायेगा. इससे आप किसी भी तरह का भुगतान कर सकेंगे. सबसे खास बात है कि आप इससे पैसे भी निकाल सकेंगे.
इस सुविधा से कई लोगों को लाभ होगा. आपके मोबाइल में वो सारी सुविधा होगी जो आपके डेबिट कार्ड में है. अगर आपको पैसे निकालते हैं तब भी आपके लिए मोबाइल पेमेंट ऐप काफी होगा. वैसे लोग जिनका व्यापार पेमेंट पर टिका है, उन्हें बकिंग सुविधा से आसानी होगी. रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने कहा अब ऑनलाइन पेमेंट ऐप से 2 लाख भेज सकेंगे तथा Breaking News in Hindi से अपडेट के लिए बने रहें हमारे साथ.
आप अपने मोबाइल से हर वो काम कर सकेंगे जो डेबिट कार्ड से करते हैं. आपकी सुविधा को ध्यान में रखते हुए नये तरह की सुविधाओं का लाभ दिया जायेगा. एटीएम, क्यूआर कोड, बिल पेमेंट, वन टच पर हर सुविधा होगी. आरबीआई ने अक्टूबर साल 2018 में ही inter-operability की शुरुआत की चर्चा की थी.
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