RBI ने क्रेडिट कार्ड को UPI से जोड़ने की अनुमति दी, जानें क्या-क्या फायदे होंगे
यूपीआई देश में भुगतान का लोकप्रिय माध्यम बन गया है. इस मंच से करीब 26 करोड़ यूजर और पांच करोड़ कारोबारी जुड़े हैं. दास ने कहा कि मई महीने में इस मंच के जरिये 10.40 लाख करोड़ रुपये के 594.63 करोड़ लेन-देन हुए.
भारतीय रिजर्व बैंक (Reserve Bank of India) ने बुधवार को क्रेडिट कार्ड (Credit Card) को यूपीआई (यूनिफाइड पेमेंट इंटरफेस – UPI) से जोड़ने की अनुमति दे दी. इस सुविधा से अधिक संख्या में लोग यूपीआई के जरिये भुगतान कर सकेंगे. फिलहाल यूपीआई यूजर्स के डेबिट कार्ड (Debit Card) के जरिये बचत या चालू खातों को जोड़कर भुगतान को सुगम बनाता है. वर्तमान व्यवस्था में यूपीआई के जरिये भुगतान करने पर कोई शुल्क नहीं लिया जाता है. जबकि क्रेडिट कार्ड कंपनियां ऑनलाइन भुगतान के लिए मर्चेंट डिस्काउंट रेट (एमडीआर) पर निर्भर होती है, जो हर एक भुगतान पर कुछ न कुछ शुल्क लेते हैं.
Rupay Credit Card से होगी शुरुआत
RBI के गवर्नर शक्तिकांत दास ने द्विमासिक मौद्रिक नीति समीक्षा के बारे में जानकारी देते हुए कहा, ‘क्रेडिट कार्ड को UPI से जोड़ने का प्रस्ताव है.’ उन्होंने कहा कि इसकी शुरुआत RBI प्रवर्तित भारतीय राष्ट्रीय भुगतान निगम (NPCI) द्वारा जारी रूपे क्रेडिट कार्ड (Rupay Credit Card) से होगी. प्रणाली के विकास के साथ सुविधा उपलब्ध होगी. शक्तिकांत दास ने कहा कि नयी व्यवस्था से ग्राहकों को यूपीआई मंच के माध्यम से भुगतान करने के लिए अधिक विकल्प और सुविधा मिलने की उम्मीद है.
Also Read: रेपो रेट में बढ़ोतरी से होम लोन की ब्याज दरें होंगी महंगी, देश में घटेगी घरों की बिक्री
26 करोड़ यूजर और 5 करोड़ कारोबारी UPI से जुड़े
यूपीआई देश में भुगतान का लोकप्रिय माध्यम बन गया है. इस मंच से करीब 26 करोड़ यूजर और पांच करोड़ कारोबारी जुड़े हैं. दास ने कहा कि मई महीने में इस मंच के जरिये 10.40 लाख करोड़ रुपये के 594.63 करोड़ लेन-देन हुए. इसके अलावा आरबीआई के डिप्टी गवर्नर टी रबी शंकर ने कहा, ‘क्रेडिट कार्ड को यूपीआई से जोड़ने का मूल उद्देश्य ग्राहक को भुगतान करने के अधिक विकल्प प्रदान करना है. वर्तमान में यूपीआई को डेबिट कार्ड, जमा और चालू खातों के जरिये ही जोड़ा जा सकता है.’
डिजिटाइजेशन को मिलेगा बढ़ावा
उद्योग की कंपनियों ने भी आरबीआई के इस कदम का स्वागत किया है. उद्योग निकाय भारतीय बैंक संघ (आईबीए) के चेयरमैन एके गोयल ने कहा कि यह सुविधा ग्राहकों को सहूलियत के साथ डिजीटाइजेशन को बढ़ावा देगी.
Disclaimer: शेयर बाजार से संबंधित किसी भी खरीद-बिक्री के लिए प्रभात खबर कोई सुझाव नहीं देता. हम बाजार से जुड़े विश्लेषण मार्केट एक्सपर्ट्स और ब्रोकिंग कंपनियों के हवाले से प्रकाशित करते हैं. लेकिन प्रमाणित विशेषज्ञों से परामर्श के बाद ही बाजार से जुड़े निर्णय करें.