RBI Repo Rate: भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने बुधवार को रेपो रेट 0.40 प्रतिशत बढ़ाकर 4.40 कर दिया है. आरबीआई के गर्वनर शक्तिकांत दास ने आज रेपो रेट बढ़ाने का ऐलान किया है. मुख्य रूप से बढ़ती मुद्रास्फीति को काबू में लाने के लिये केंद्रीय बैंक ने यह कदम उठाया है. इससे पहले आरबीआई ने आखिरी बार 22 मई 2020 को रेपो रेट में बदलाव किया था.
आरबीआई की तरफ से रेपो रेट में बदलाव करने के साथ ही बैंकों की तरफ से लोन पर ब्याज दर बढ़ाने का रास्ता साफ हो गया है. ऐसे में आपके होम लोन, कार लोन की ईएमआई में बढ़ जाएगी.यदि आपका पहले से लोन चल रहा है या आप लोन लेने वाले हैं तो आने वाले दिनों में बैंक की तरफ से ब्याज दर बढ़ने से EMI पहले के मुकाबले ज्यादा जाएगी. इसका असर नए और पुराने दोनों ग्राहकों पर होगा.
अगर आपने बीस साल के लिए होम लोन लिया है और अब तक उसकी ब्याज दर 7 प्रतिशत थी, तो अब उसके बढ़कर 7.40 प्रतिशत होने की संभावना है. ऐसे में 60 लाख के लोन पर 20 साल की अवधि के लिए हर महीने 46,518 रुपये ईएमआई होती है. लेकिन अब यदि ब्याज दर में 0.40 प्रतिशत का इजाफा होता है यह ईएमआई बढ़कर 47,970 रुपये हो जाएगी. यानी हर महीने 1452 रुपये ज्यादा चुकाने होंगे. इस हिसाब से हर साल करीब 17424 रुपये देने होंगे.
आरबीआई की तरफ से जिस रेट पर बैंकों को लोन दिया जाता है, उसे रेपो रेट कहा जाता है और इसके बढ़ने का मतलब है कि बैंकों को आरबीआई से महंगे रेट पर कर्ज मिलेगा. इससे होम लोन, कार लोन और पर्सनल लोन आदि की ब्याज दर बढ़ जाएगी, जिससे आपकी ईएमआई पर सीधा असर पड़ेगा.
रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया के गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा कि महंगाई दर लक्ष्य की ऊपरी सीमा छह प्रतिशत से ऊपर बनी हुई है. अप्रैल महीने में भी इसके ऊंचे रहने की संभावना है. मार्च महीने में खुदरा मुद्रास्फीति 6.9 प्रतिशत रही. रिजर्व बैंक ने अगस्त, 2018 के बाद पहली बार नीतिगत दर में बढ़ोतरी की है.
आरबीआई के रेपो दर में वृद्धि की घोषणा के बाद घरेलू शेयर बाजार में बुधवार को दोपहर के कारोबार में बड़ी गिरावट दर्ज की गई और सेंसेक्स 1,060.64 अंक लुढ़क गया. 30 शेयरों पर आधारित बीएसई सेंसेक्स दोपहर के कारोबार में 1,060.64 अंक या 1.86 प्रतिशत की गिरावट के साथ 55,915.35 अंक पर आ गया. एनएसई का निफ्टी भी 317.75 अंक या 1.86 प्रतिशत फिसलकर 16,751.35 अंक पर कारोबार कर रहा था.
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