कमाई का जबरदस्त मौका! RBI कल से बेचेगी सस्ता सोना, जानें कीमत-डिस्काउंट से जुड़ी बातें,आप भी कर सकते हैं आवेदन

Sovereign Gold Bond Scheme: केंद्र सरकार ने ऑनलाइन आवेदन करने और डिजिटल माध्यम से भुगतान करने वाले निवेशकों को अंकित मूल्य से 50 रुपये प्रति ग्राम की छूट देने का फैसला किया है. इसके बाद स्वर्ण बॉन्ड की अगली श्रृंखला 12-16 फरवरी के लिए निर्धारित है.

By Madhuresh Narayan | December 17, 2023 8:12 AM

Sovereign Gold Bond Scheme: अगर आप सोने में निवेश करने का मन बना रहे हैं तो आपके लिए एक बेहतरीन मौका है. आप रिजर्व बैंक के द्वारा बेचे जा रहे गोल्ड बॉन्ड में निवेश कर सकते हैं. RBI सरकारी स्वर्ण बॉन्ड की अगली किस्त के लिए निर्गम मूल्य 6,199 रुपये प्रति ग्राम तय किया गया है. निर्गम 18 दिसंबर से पांच दिनों के लिए खुलेगा. सरकारी स्वर्ण बांड (एसजीबी) योजना 2023-24 श्रृंखला-3 निवेश के लिए 18-22 दिसंबर, 2023 के दौरान खुली रहेगी. आरबीआई ने एक बयान में कहा कि 999 शुद्धता वाले सोने के बॉन्ड का मूल्य 6,199 रुपये प्रति ग्राम है. केंद्र सरकार ने ऑनलाइन आवेदन करने और डिजिटल माध्यम से भुगतान करने वाले निवेशकों को अंकित मूल्य से 50 रुपये प्रति ग्राम की छूट देने का फैसला किया है. इसके बाद स्वर्ण बॉन्ड की अगली श्रृंखला 12-16 फरवरी के लिए निर्धारित है. केंद्रीय बैंक दरअसल भारत सरकार की तरफ से बॉन्ड जारी करता है. ये निवासी व्यक्तियों, अविभाजित हिंदू परिवार (एचयूएफ), न्यासों, विश्वविद्यालयों और धर्मार्थ संस्थाओं को ही बेचे जा सकते है. आरबीआई ने कहा कि एसजीबी की अवधि आठ वर्ष के लिए होगी, जिसमें 5वें वर्ष के बाद इसे समय पूर्व भुनाया जा सकता है. इस विकल्प का उपयोग उस तिथि पर किया जा सकता जिस पर ब्याज देय है.

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कहां से खरीद सकते हैं गोल्ड बॉन्ड

एसजीबी को अनुसूचित वाणिज्यिक बैंकों (छोटे वित्त बैंकों, भुगतान बैंकों और क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर), भारतीय शेयर होल्डिंग निगम लिमिटेड (एसएचसीआईएल), भारतीय निपटान निगम लिमिटेड (सीसीआईएल), नामित डाकघरों, नेशनल स्टॉक एक्सचेंज इंडिया लिमिटेड और बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज लिमिटेड के माध्यम से बेचा जाएगा. इसमें निवेशकों को निवेश मूल्य पर सालाना 2.5 प्रतिशत ब्याज छमाही आधार पर दिया जाएगा. अभिदान की अधिकतम सीमा व्यक्तियों के लिए चार किलोग्राम, एचयूएफ (हिंदू अविभाजित परिवार) के लिए चार किलोग्राम और न्यासों तथा समान संस्थाओं के लिए 20 किलोग्राम है. इसके साथ ही, आप चाहें तो अपने डीमैट खाते के माध्मय से इसमें निवेश कर सकते हैं.

2015 में सबसे पहले आया था बॉन्ड

भारत के शीर्ष बैंक ने अपने बयान में बताया है कि परंपरागत सोने की मांग कम करने और घरेलू बचत के एक हिस्से के तौर पर स्वर्ण बॉन्ड की बिक्री सबसे पहले नवंबर, 2015 में शुरू की गई थी. इस बॉन्ड को एक ग्राम की बुनियादी इकाई के गुणकों में अंकित किया जाता है. स्वर्ण बॉन्ड की परिपक्वता अवधि आठ साल की होगी लेकिन पांच साल पूरा होने पर इससे निकलने का विकल्प होगा. इस योजना के तहत न्यूनतम एक ग्राम सोने में निवेश किया जा सकता है जबकि अधिकतम सीमा चार किलोग्राम तक की है.

रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड क्या है

रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (Reserve Bank of India) द्वारा जारी किए गए सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड एक विशेष प्रकार की वित्तीय सुरक्षा है जिसे भारतीय सरकार के लिए वित्तीय संसाधनों को जुटाने के उद्देश्य से जारी किया गया है. यह बॉन्ड एक निशित अवधि और निशित ब्याज दर पर होता है, जिसका मतलब है कि निवेशकों को नियमित अंतरालों पर ब्याज के रूप में आय दी जाती है और मूल राशि को समयानुसार वापस कर दिया जाता है. रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड भारतीय सरकार के लिए एक उपयोगी वित्तीय स्रोत प्रदान करते हैं और उनके लिए एक स्थिर और सुरक्षित निवेश का अवसर प्रदान करते हैं. यह निवेशकों को गोल्ड की तरह की वित्तीय सुरक्षा प्रदान करता है, जिसका मतलब होता है कि वे सरकार को पूंजी प्रदान करते हैं और उसके खिलाफ इंवेस्टमेंट करके ब्याज कमा सकते हैं. सरकारी सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड भारतीय सरकार के आर्थिक योजनाओं और प्रोजेक्ट्स को वित्तपोषित करने में मदद करते हैं और विभिन्न वित्तीय लक्ष्यों को पूरा करने में मदद करते हैं. कृपया ध्यान दें कि सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड के विवादित और प्राथमिक विवरण समय के साथ बदल सकते हैं, इसलिए आपको विवरण की जांच करने और सबसे नवाचित जानकारी प्राप्त करने की आवश्यकता हो सकती है.

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