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आरबीआई लाने जा रहा धमाकेदार ऐप, फटाफट मिलेगा लोन

RBI ULI: यूएलआई क्रेडिट का मूल्यांकन के लिए लगने वाले समय को कम करेगा. खासकर छोटे उद्यमी, छोटे दुकानदार और ग्रामीण किसानों को इस यूएलआई के जरिए फटाफट लोन मिलेगा. इससे कई टेक्निकल इंटीग्रेशन की जटिलता कम होगी.

By KumarVishwat Sen | August 27, 2024 3:07 PM
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RBI ULI: भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) देश में डिजिटल भुगतान के क्षेत्र में यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस (UPI) के जरिए क्रांति लाने के बाद एक धमाकेदार ऐप लाने जा रहा है. इसके आ जाने के बाद सूक्ष्म, लघु और मध्यम उपक्रम (MSME) क्षेत्र के उद्यमियों के साथ-साथ ग्रामीण क्षेत्र के किसानों को फटाफट लोन मिलेगा. केंद्रीय बैंक ने इसका नाम यूनिफाइड लेंडिंग इंटरफेस (ULI) रखा है. मीडिया की रिपोर्ट के अनुसार, यह यूएलआई भी यूपीआई की तरह ही बैंकिंग क्षेत्र का एक सिस्टम होगा, जिससे लोन लेना आसान हो जाएगा. बताया यह जा रहा है कि यह यूएलआई भी डिजिटल लोन क्षेत्र में क्रांति लाने में अहम भूमिका निभाएगा.

आरबीआई ने 1 साल पहले शुरू की थी ULI का पायलट प्रोजेक्ट

मीडिया की रिपोर्ट्स के अनुसार, यूपीआई के माध्यम से वित्तीय सेवाओं का डिजिटलाइजेशन में मिली सफलता के बाद आरबीआई छोटे उद्यमियों, दुकानदारों और ग्रामीण क्षेत्र के किसानों को आसानी से लोन उपलब्ध कराने के लिए यूपीआई लाने जा रहा है. रिपोर्ट में यह भी बताया जा रहा है कि आरबीआई ने एक साल पहले फ्रिक्शनलेस क्रेडिट सिस्टम को सफल प्रयोग के लिए देश के दो राज्यों में इस तकनीकी प्लेटफॉर्म का पायल प्रोजेक्ट की शुरुआत की थी.

किसानों की जमीन का रिकॉर्ड भी रखेगा ULI

इसका प्रयोग सफल होने के बाद अभी हाल के दिनों में आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने इसके नाम यूनिफाइड लेंडिग इंटरफेस यानी यूएलआई का ऐलान किया. उन्होंने कहा कि यह प्लेटफॉर्म कई डेटा सर्विस प्रोवाइडर्स से लेंडर्स तक विभिन्न राज्यों के लैंड रिकॉर्ड सहित डिजिटल जानकारी के निर्बाध कंसेंट-बेस्ड फ्लो की सुविधा प्रदान करेगा. आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने यह भी कहा कि जनधन-आधार, यूपीआई और यूएलआई की नई त्रिमूर्ति भारत की डिजिटल बुनियादी ढांचे की यात्रा में एक क्रांतिकारी कदम साबित होंगी.

एनपीसीआई के यूपीआई का दुनिया में बज रहा डंका

नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (एनपीसीआई) ने अप्रैल, 2016 में यूपीआई को लॉन्च किया था. इसके बाद से लेकर आज तक यूपीआई का न केवल भारत में, बल्कि पूरी दुनिया में डंका बज रहा है. आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने माना कि यूपीआई ने भारत में रिटेल डिजिटल पेमेंट के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है. यूपीआई एक मजबूत, लागत प्रभावी और पोर्टेबल रिटेल पेमेंट सिस्टम के रूप में उभरा है और दुनियाभर में खासी दिलचस्पी पैदा कर रहा है.

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लोन लेने में दस्तावेजों के झंझट से छुटकारा दिलाएगा ULI

आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने यह भी साफ कर दिया है कि यूएलआई क्रेडिट का मूल्यांकन के लिए लगने वाले समय को कम करेगा. खासकर छोटे उद्यमी, छोटे दुकानदार और ग्रामीण किसानों को इस यूएलआई के जरिए फटाफट लोन मिलेगा. यूएलआई आर्किटेक्चर अलग-अलग सोर्स से जानकारी तक डिजिटल एक्सेस सुनिश्चित करने के लिए ‘प्लग एंड प्ले’ नजरिए के हिसाब से बनाया गया है. इससे कई टेक्निकल इंटीग्रेशन की जटिलता कम होगी. उन्होंने कहा कि इसके जरिए लोन लेते समय दस्तावेज जमा कराने के झंझट से छुटकारा मिलेगा.

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