RBI Update: देश में बढ़ रहा है डिजिटल पेमेंट का क्रेज, जानिए क्या कहते हैं रिजर्व बैंक के आंकड़े
देश में डिजिटल भुगतान मार्च, 2022 को समाप्त वर्ष में वार्षिक आधार पर करीब 29 प्रतिशत बढ़ा है. रिजर्व बैंक का नवगठित डिजिटल भुगतान सूचकांक (आरबीआई-डीपीआई) मार्च, 2022 में 349.3 रहा. सितंबर, 2021 में यह 304.06 और मार्च, 2021 में 270.59 पर था.
RBI Digital Payments Index: देश में डिजिटल भुगतान मार्च, 2022 को समाप्त वर्ष में वार्षिक आधार पर करीब 29 प्रतिशत बढ़ा है. रिजर्व बैंक के ऑनलाइन लेनदेन को मापने वाले ताजा सूचकांक से यह जानकारी मिली है.
रिजर्व बैंक का नवगठित डिजिटल भुगतान सूचकांक (आरबीआई-डीपीआई) मार्च, 2022 में 349.3 रहा. सितंबर, 2021 में यह 304.06 और मार्च, 2021 में 270.59 पर था. रिजर्व बैंक ने हाल ही में कहा कि इस सूचकांक में उल्लेखीय वृद्धि देखने को मिली है, जिससे पता चलता है कि हाल के बरसों में डिजिटल भुगतान की स्वीकार्यता तेजी से बढ़ी है. रिजर्व बैंक ने आरबीआई-डीपी का गठन मार्च, 2018 में किया था.
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आरबीआई ने रुपये का लेनदेन करनेवाली डिजिटल कंपनियों (पेमेंट एग्रीगेटर्स) को राहत देते हुए उनके लिए लाइसेंस की अनिवार्यता प्राप्त करने की समय सीमा को अब बढ़ा दिया है. अब ये पेमेंट एग्रीगेटर्स 30 सितंबर, 2022 तक अपने लाइसेंस के लिए आरबीआई में आवेदन कर सकते हैं. केंद्रीय बैंक आरबीआई ने शर्त रखी है कि 31 मार्च, 2022 तक पेमेंट एग्रीगेटर्स की कम से कम नेटवर्थ 15 करोड़ रुपये होनी चाहिए. (इनपुट : भाषा)
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