भारत में जुलाई से सितंबर के बीच लग्जरी घरों की मांग ने तोड़ा छह साल का रिकार्ड, आठ शहरों में बिके 82,612 घर
India Real Estate Q3 2023: देश के आठ प्रमुख शहरों में मजबूत मांग से जुलाई-सितंबर की तिमाही में घरों की बिक्री सालाना आधार पर 12 प्रतिशत बढ़कर 82,612 इकाई पर पहुंच गई है.
India Real Estate Q3 2023: देश में घरों की बिक्री कोरोना संक्रमण के बाद से लगातार बढ़ती जा रही है. रियल स्टेट सेक्टर में बूम से भारत की अर्थव्यवस्था को मजबूती मिल रही है. नाइट फ्रैंक की एक रिपोर्ट में भारत में घरों की बिक्री को लेकर बड़ा रिपोर्ट पेश किया गया है. रिपोर्ट में बताया गया है कि जुलाई से सितंबर तिमाही के बीच पहली बार एक करोड़ रुपये से ज्यादा की कीमत वाले महंगे घरों की बिक्री (Demand of Luxury Homes) 50 लाख रुपये से कम कीमत वाले घरों से ज्यादा हो गई. साथ ही, रिपोर्ट में बताया गया है कि देश के आठ प्रमुख शहरों में मजबूत मांग से जुलाई-सितंबर की तिमाही में घरों की बिक्री सालाना आधार पर 12 प्रतिशत बढ़कर 82,612 इकाई पर पहुंच गई है. यह छह साल का तिमाही बिक्री का सबसे ऊंचा आंकड़ा है. नाइट फ्रैंक की एक रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई है. एक साल पहले की समान अवधि में आठ प्रमुख शहरों में आवासीय इकाइयों की बिक्री 73,691 इकाई रही थी.
बेंगलुरु में बिके कम घर
नाइट फ्रैंक इंडिया की बुधवार को जारी रिपोर्ट में कहा गया है कि यह आंकड़ा इसलिए महत्वपूर्ण है क्योंकि इसमें तिमाही बिक्री छह साल के उच्चस्तर पर पहुंची है. आंकड़ों के अनुसार, जुलाई-सितंबर तिमाही के दौरान मुंबई में घरों की बिक्री चार प्रतिशत बढ़कर 22,308 इकाई हो गई, जो एक साल पहले की समान अवधि में 21,450 इकाई थी. समीक्षाधीन अवधि में दिल्ली-एनसीआर में आवास बिक्री 11,014 इकाई से 27 प्रतिशत बढ़कर 13,981 इकाई हो गई. बेंगलुरु में आवासीय संपत्तियों की बिक्री 13,013 इकाइयों से मामूली बढ़कर 13,169 इकाई हो गई, जबकि पुणे में बिक्री 20 प्रतिशत बढ़कर 10,899 इकाइयों से 13,079 इकाई हो गई. हैदराबाद में घरों की बिक्री पांच प्रतिशत बढ़कर 7,900 इकाइयों से 8,325 इकाई हो गई और अहमदाबाद में यह छह प्रतिशत बढ़कर 3,887 इकाइयों से 4,108 इकाई हो गई. चेन्नई में बिक्री पांच प्रतिशत बढ़कर 3,685 इकाइयों से 3,870 इकाइयों पर पहुंच गई, जबकि कोलकाता में बिक्री दोगुना से अधिक होकर 1,843 इकाइयों से 3,772 इकाइयों पर पहुंच गई.
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मांग के अनुरुप बढ़ रहे घरों के दाम: रिपोर्ट
नाइट फ्रैंक ने कहा कि मांग के अनुरूप सभी बाजारों में सालाना आधार पर घरों के दाम भी बढ़े हैं. हैदराबाद में घरों की कीमतों में सालाना आधार पर सबसे ज्यादा 11 प्रतिशत की वृद्धि हुई. आवासीय संपत्तियों की कीमतें कोलकाता में सात प्रतिशत, बेंगलुरु और मुंबई में छह-छह प्रतिशत, पुणे में पांच प्रतिशत, अहमदाबाद और दिल्ली-एनसीआर में चार-चार प्रतिशत और चेन्नई में तीन प्रतिशत बढ़ी. नाइट फ्रैंक इंडिया के चेयरमैन एवं प्रबंध निदेशक शिशिर बैजल ने कहा कि घरों की बिक्री में तेजी जारी है और यह कई साल के उच्चस्तर पर पहुंच गई है. मजबूत मांग को पूरा करने के लिए बिल्डर नई परियोजनाएं शुरू कर रहे हैं जिससे घरों की आपूर्ति भी मजबूत है. बिक्री के बेहतर आंकड़ों के बीच रियल एस्टेट बाजार की कुल सेहत सुधर रही है.
86 प्रतिशत आवासीय परियोजनाएं पूरी : एनारॉक
बता दें कि हाल ही में जारी एनारॉक की एक रिपोर्ट में बताया था कि रियल एस्टेट कानून रेरा के तहत कड़े नियमों की मदद से सात प्रमुख शहरों में जुलाई, 2017 और दिसंबर, 2018 के बीच शुरू की गई कुल 1,642 आवासीय परियोजनाओं में से कम से कम 86 प्रतिशत पूरी हो चुकी हैं. संपत्ति सलाहकार एनारॉक के अनुसार, ये 1,642 परियोजनाएं रियल एस्टेट नियामक कानून रेरा के तहत पंजीकृत हैं. एनारॉक के चेयरमैन अनुज पुरी ने कहा कि आवासीय रियल एस्टेट परियोजनाओं को समय पर पूरा करने में रेरा ने काफी मदद की है. उन्होंने ने कहा कि रेरा लागू होने के बाद डेढ़ साल में शीर्ष सात शहरों में 86 प्रतिशत की समग्र पूर्णता दर उल्लेखनीय है, खासकर इसके लागू होने से पहले बाजार की परिस्थितियों को देखते हुए. रियल एस्टेट (विनियमन व विकास) अधिनियम 2016 जिसे रेरा भी कहा जाता है, को मार्च, 2016 में संसद में पारित किया गया था. रेरा की कुछ धाराएं एक मई, 2016 से और बाकी धाराएं एक मई, 2017 से अधिसूचित की गई. इसके तहत परियोजनाओं (500 वर्ग मीटर से अधिक और आठ अपार्टमेंट से ऊपर) को शुरू करने से पहले उनका रेरा के तहत पंजीकरण करना अनिवार्य है.
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