Recession Report: भारत में मंदी की संभावना शून्य प्रतिशत है. वहीं, अमेरिका और इंग्लैंड जैसे देशों में यह 65 प्रतिशत और 75 प्रतिशत है. ग्लोबल लेवल पर मंदी की आशंका की वजह से कई कंपनियां बंद हो चुकी हैं. आईटी सेक्टर में ज्यादातर कंपनियों ने अपने कर्मचारियों को निकाला है. वहीं, बैंकिंग सेक्टर भी इससे बुरी तरह प्रभावित हुआ है. इस बीच एक ऐसा डेटा सामने आया है, जो डरानेवाला है. अमेरिका, ब्रिटेन और जर्मनी जैसे देशों में भारी मंदी का अनुमान है. हालांकि इस डेटा को देखकर भारतीय राहत की सांस ले सकते हैं.
Recession probability forecast, 2023:
— World of Statistics (@stats_feed) May 2, 2023
🇮🇳 India: 0%
🇮🇩 Indonesia: 2%
🇸🇦 Saudi Arabia: 5%
🇨🇳 China: 12.5%
🇧🇷 Brazil: 15%
🇨🇭 Switzerland: 20%
🇪🇸 Spain: 25%
🇲🇽 Mexico: 27.5%
🇰🇷 South Korea: 30%
🇯🇵 Japan: 35%
🇷🇺 Russia: 37.5%
🇦🇺 Australia: 40%
🇿🇦 South Africa: 45%
🇫🇷 France: 50%
🇨🇦…
मंदी वाले टॉप 3 देश
World of Statistics के डेटा के अनुसार, मंदी की संभावना भारत में शून्य है. वहीं, सबसे ज्यादा मंदी का असर ब्रिटेन में दिखने का अनुमान है. यहां मंदी के 75 फीसदी रहने की संभावना है. इसके बाद न्यूजीलैंड है, जहां मंदी का असर 70 फीसदी हो सकता है. अमेरिका इस मामले में तीसरे नंबर पर रह सकता है, जहां मंदी का असर 65 फीसदी होने का अनुमान है.
इन देशों में 50 फीसदी से ज्यादा मंदी की संभावना
फ्रांस भी मंदी की चपेट में आ सकता है, क्योंकि यहां भी कई कंपनियां आर्थिक कमी के चलते प्रभावित हुई हैं. फ्रांस में मंदी का असर 50 प्रतिशत हो सकता है. वहीं, कनाडा में 60 प्रतिशत, इटली में 60 प्रतिशत और जर्मनी में भी 60 प्रतिशत मंदी का असर दिख सकता है.
Also Read: भारत और वैश्विक मंदीDisclaimer: शेयर बाजार से संबंधित किसी भी खरीद-बिक्री के लिए प्रभात खबर कोई सुझाव नहीं देता. हम बाजार से जुड़े विश्लेषण मार्केट एक्सपर्ट्स और ब्रोकिंग कंपनियों के हवाले से प्रकाशित करते हैं. लेकिन प्रमाणित विशेषज्ञों से परामर्श के बाद ही बाजार से जुड़े निर्णय करें.