सबसे सस्ते फोन के साथ 5G नेटवर्क भी देगी जियो, पढ़ें मुकेश अंबानी ने क्या और खास बात कही…

Reliance 43th AGM 2020 : रिलायंस ने बुधवार को इस बात का ऐलान किया है कि भारत में सर्च इंजन गूगल और जियो मिलकर सस्ता 5जी फोन लॉन्च करेंगे. ग्रुप के चेयरमैन मुकेश अंबानी ने रिलायंस इंडस्ट्रीज के 43वें एजीएम में कहा कि जियो ने 5जी सॉल्यूशन तैयार कर लिया है, जो अगले साल तक ग्राहकों के लिए पेश किया जा सकता है. उपभोक्ताओं को 5जी की सेवाएं तब मिलनी शुरू हो जाएंगी, जब सरकार की ओर से 5जी स्पेक्ट्रम उपलब्ध करा दिया जाएगा.

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 15, 2020 5:39 PM
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Reliance 43th AGM 2020 : रिलायंस ने बुधवार को इस बात का ऐलान किया है कि भारत में सर्च इंजन गूगल और जियो मिलकर सस्ता 5जी फोन लॉन्च करेंगे. ग्रुप के चेयरमैन मुकेश अंबानी ने रिलायंस इंडस्ट्रीज के 43वें एजीएम में कहा कि जियो ने 5जी सॉल्यूशन तैयार कर लिया है, जो अगले साल तक ग्राहकों के लिए पेश किया जा सकता है. उपभोक्ताओं को 5जी की सेवाएं तब मिलनी शुरू हो जाएंगी, जब सरकार की ओर से 5जी स्पेक्ट्रम उपलब्ध करा दिया जाएगा. उन्होंने कहा कि सरकार ओर से 5जी स्पेक्ट्रम उपलब्ध कराने के बाद जियो प्लेटफॉर्म्स दुनिया के दूसरे दूरसंचार ऑपरेटर्स को भी 5जी सॉल्यूशन का निर्यात करेगा.

मुकेश अंबानी ने कहा कि सर्च इंजन गूगल भारत की रिलायंस इंडस्ट्रीज के जियो प्लेटफॉर्म्स में 7.7 फीसदी हिस्सेदारी में खरीदेगी. इससे जियो प्लेटफॉर्म्स में 33,737 करोड़ रुपये का निवेश होगा. रिलायंस इंडस्ट्रीज के प्रमुख अंबानी ने कंपनी की 43वीं एजीएम को संबोधित करते हुए कहा कि जियो प्लेटफॉर्म्स में एक रणनीतिक निवेशक के तौर पर हम गूगल का स्वागत करते हैं. हमने एक पक्का सौदा किया है, जिसके तहत जियो प्लेटफॉर्म्स में गूगल 33,737 करोड़ रुपये का निवेश कर के 7.7 फीसदी हिस्सेदारी प्राप्त करेगी.

उन्होंने कहा कि गूगल के निवेश के साथ ही जियो प्लेटफॉर्म्स के लिए पूंजी जुटाने का वर्तमान अभियान पूरा हो जाएगा. पिछले तीन महीनों से भी कम वक्त में रिलायंस ने 2,12,809 करोड़ रुपये का निवेश जुटाया है. इसमें फेसबुक का जियो प्लेटफॉर्म्स में करीब 10 फीसदी हिस्सेदारी खरीदना, ब्रिटेन की बीपी का निवेश और कंपनी का राइट्स इश्यू के माध्यम से 53,124 करोड़ रुपये की पूंजी शामिल है.

अंबानी ने कहा कि यह राशि कंपनी के शुद्ध ऋण से अधिक है. वित्त वर्ष 2019-20 की समाप्ति पर कंपनी का शुद्ध ऋण 1,61,035 करोड़ रुपये था. रिलायंस अब सही मायनों में शुद्ध ऋण से मुक्त कंपनी हो गयी है, यह उपलब्धि कंपनी ने अपने ऋणमुक्त होने के घोषित लक्ष्य मार्च 2021 से बहुत पहले प्राप्त कर ली है.

उन्होंने कहा कि हमारी बही-खाते की मजबूत स्थिति कारोबार के विस्तार की कंपनी की योजनाओं में सहयोग करेंगी. कंपनी अपने कारोबार के तीनों महत्वपूर्ण क्षेत्रों जियो प्लेटफार्म्स, खुदरा कारोबार और तेल-से-रसायन कारोबार पर ध्यान दे रही है.

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Posted By : Vishwat Sen

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