Reliance : गुरुवार को रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन मुकेश अंबानी ने AGM के दौरान बताया कि कैसे कंपनी सभी तकनीकी बदलावों के साथ तालमेल बिठा रही है और तकनीक पर अधिक ध्यान केंद्रित कर रही है. उन्होंने इस बात पर प्रकाश डाला कि कैसे आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) हमारे भविष्य के लिए बहुत महत्वपूर्ण है और कठिन चुनौतियों से निपटने में हमारी मदद कर सकता है. रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड की 47वीं वार्षिक आम बैठक के दौरान अंबानी ने बताया कि यह तकनीकी बदलाव वास्तव में विकास को गति देगा और आने वाले वर्षों में कंपनी के मूल्य में अभूतपूर्व वृद्धि करेगा.
कंपनी अपना रही एडवांस टेक्नोलॉजी
अंबानी ने बताया कि रिलायंस नवीनतम तकनीक और उन्नत विनिर्माण विधियों का उपयोग करके शीर्ष 30 वैश्विक कंपनियों में शामिल होने का लक्ष्य बना रहा है, उन्होंने भविष्य के बारे में आशा जताई. उन्होंने बताया कि तकनीकी नवाचार को आगे बढ़ाने के लिए जियो कितना महत्वपूर्ण है. उन्हें कहा कि कुछ प्रमुख वैश्विक चुनौतियों का समाधान करने के लिए AI में बहुत अवसर दिखाई देते हैं. उन्होंने बताया कि रिलायंस एक तकनीक-केंद्रित कंपनी बन गई है. अंबानी ने जोर दिया कि नवाचार देशों और व्यवसायों के लिए धन बनाने के लिए महत्वपूर्ण है, और रिलायंस का उद्देश्य “विकास की मानसिकता” बनाए रखना है. कंपनी विभिन्न क्षेत्रों में विनिर्माण में सुधार करके और ग्राहक मूल्य बढ़ाने के लिए नई तकनीकों को लाकर अपने तकनीक-संचालित दृष्टिकोण को आगे बढ़ा रही है. रिलायंस के कुशल इंजीनियर और वैज्ञानिक तकनीकी विकास में प्रभावशाली प्रगति कर रहे हैं, और कंपनी ने अपने सभी डिवीजनों में AI और अनुकूलित सॉफ्टवेयर पर केंद्रित एक ठोस डिजिटल इन्फ्रास्ट्रक्चर बनाया है.
Also Read : Apple : एप्पल में भी फैलेगा हिन्दुस्तान का दबदबा, केविन पारेख नए CFO
तरक्की की राह पर रिलायंस
FY 2023-24 के कॉन्टेक्स्ट में कंपनी ने रिसर्च एंड टेक के लिए 3,643 करोड़ रुपये से ज्यादा इन्वेस्ट किया. इस प्रकार पिछले चार वर्षों में अनुसंधान एवं विकास में उनका कुल निवेश 11,000 करोड़ रुपये से अधिक हो गया है. कंपनी के पास अलग अलग प्रोजेक्ट्स पर काम करने वाले 1,000 से अधिक एक्सपर्ट रिसर्चर्स की टीम है. पिछले साल अकेले, रिलायंस ने 2,555 से अधिक पेटेंट दायर किए, जो मुख्य रूप से बायोएनर्जी, सौर ऊर्जा और उच्च मूल्य वाले रसायनों जैसे शानदार सामानों पर केंद्रित थे. अंबानी भविष्य के बारे में सकारात्मक महसूस कर रहे हैं, उन्होंने बताया कि रिलायंस को शीर्ष 500 वैश्विक कंपनियों में जगह बनाने में बीस साल से अधिक का समय लगा, लेकिन अब वे शीर्ष 50 में शामिल हैं और जल्द ही शीर्ष 30 में शामिल होने की राह पर हैं.
Also Read : रिलायंस इंडस्ट्रीज के बोनस शेयर पर 5 सितंबर को लगेगी बोर्ड की मुहर, बांटेंगे मुकेश अंबानी
Disclaimer: शेयर बाजार से संबंधित किसी भी खरीद-बिक्री के लिए प्रभात खबर कोई सुझाव नहीं देता. हम बाजार से जुड़े विश्लेषण मार्केट एक्सपर्ट्स और ब्रोकिंग कंपनियों के हवाले से प्रकाशित करते हैं. लेकिन प्रमाणित विशेषज्ञों से परामर्श के बाद ही बाजार से जुड़े निर्णय करें.