Mukesh Ambani को मिले धमकी भरे ईमेल मामले में पुलिस ने 2 को दबोचा, राजवीर ने शादाब खान के नाम से बनायी थी आईडी

रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन मुकेश अंबानी (Mukesh Ambani) को हाल ही में मिले 20 करोड़ रुपये न देने पर गोली मारने की धमकी के ई-मेल मामले में मुंबई पुलिस के द्वारा बड़ी कार्रवाई की गयी है. मामले में पुलिस ने दो लोगों को गिरफ्तार किया है.

By Madhuresh Narayan | November 5, 2023 10:29 AM

रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन मुकेश अंबानी (Mukesh Ambani) को हाल ही में मिले 20 करोड़ रुपये न देने पर गोली मारने की धमकी के ई-मेल मामले में मुंबई पुलिस के द्वारा बड़ी कार्रवाई की गयी है. मामले में पुलिस ने दो लोगों को गिरफ्तार किया है. पकड़े गए आरोपियों में से एक गुजरात और दूसरा तेलंगाना का निवासी है. दोनों कॉलेज के छात्रों हैं. पुलिस ने बताया कि मामला दोनों छात्रों की शरारत का प्रतीत होता है. पुलिस ने दावा किया कि गुजरात का राजवीर सिंह खांट (21) मुख्य आरोपी है. उसने 27 अक्टूबर से 1 नवंबर के बीच ईमेल आईडी ShadabKhan@fencemail.com से वर्चुअल प्राइवेट नेटवर्क (VPN) का उपयोग करके पांच मेल भेजे. राजवीर सिंह खांट ने शुरुआत में 20 करोड़ रुपये की मांग की और बाद में जब उद्योगपति ने उनके मेल का जवाब नहीं दिया तो मांग को बढ़ाकर 400 करोड़ रुपये कर दिया. पुलिस ने कहा कि दूसरे छात्र की पहचान तेलंगाना के गणेश आर वनपार्थी (19) के रूप में की गई है, जिसने मीडिया में धमकी भरे मेल की रिपोर्ट पढ़ने के बाद अपनी ईमेल आईडी से एक मेल – इस मामले में छठा धमकी भरा मेल – भेजा था. उसने 500 करोड़ रुपये की मांग की.

न्यायिक हिरासत में भेजे गए आरोपी

गणेश आर वनपार्थी को गामदेवी पुलिस ने पकड़ने के बाद अदालत में पेश किया और 8 नवंबर तक पुलिस हिरासत में भेज दिया गया. जबकि, राजवीर सिंह खांट को मुंबई अपराध शाखा ने गिरफ्तार किया. क्राइम ब्रांच ने खांट का डेस्कटॉप और अपराध में इस्तेमाल किए गए दो मोबाइल फोन जब्त कर लिए हैं. एक पुलिस अधिकारी ने मामले में बताया कि राजवीर सिंह खांट को विश्वास था कि वह पकड़ा नहीं जाएगा और उसने जांच एजेंसियों को चुनौती देने की कोशिश की. वह जानकारी प्राप्त करने के लिए डार्क वेब पर गया था और ‘शादाब खान’ के नाम से आईडी बनाने से पहले लगभग एक सप्ताह तक कम से कम 650 वेबसाइटों को खोजा था. इसके बाद पूरी योजना बनाकर ई-मेल किया था. पुलिस ने कहा कि राजवीर सिंह खांट इंटरनेट का शौकीन है. उसकी जानकारी के बिना छोड़े गए डिजिटल फुटप्रिंट की मदद से उसका पता लगाया गया. एक अधिकारी ने कहा कि उसने धमकियां भेजने के लिए प्रोटोन मेल (end-to-end encrypted email service and Mailfence (secured and encrypted email service)) का इस्तेमाल किया था. उसने एक वर्चुअल प्राइवेट नेटवर्क (वीपीएन) का इस्तेमाल किया था, जो बेल्जियम में आईपी एड्रेस दिखाता था.

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जबरन वसूली और आपराधिक धमकी का मामला हुआ है दर्ज

मुंबई पुलिस के संयुक्त सीपी (अपराध) लख्मी गौतम ने कहा कि मुंबई अपराध शाखा की टीम ने 3 साइबर पुलिस इकाइयों और केंद्रीय खुफिया इकाई के चुने हुए अधिकारियों की सहायता से मेल के वीपीएन विवरण की जांच की और खांट को ट्रैक किया. उन्हें शनिवार तड़के उनके घर से उठाया गया और मुंबई लाया गया. पुलिस अधिकारी ने कहा कि जब उसे पकड़ा गया तो हमने उसे सुबह 3 बजे इंटरनेट पर सर्फिंग करते हुए पाया. गामदेवी पुलिस द्वारा गिरफ्तार किया गया किशोर मुख्य आरोपी नहीं है. मुकेश अंबानी के सुरक्षा प्रभारी देवेंद्र मुंशीराम की शिकायत के आधार पर गामदेवी पुलिस ने 27 अक्टूबर को मामला दर्ज किया था. आरोपियों पर जबरन वसूली और आपराधिक धमकी का मामला दर्ज किया गया है.

मुकेश अंबानी को पिछले साल भी मिली थी धमकी

यहां चर्चा कर दें कि मुकेश अंबानी को पिछले साल भी जान से मारने की धमकी मिली थी जिसके बाद पुलिस ने मामले की जांच की थी. तब दक्षिण मुंबई के सर एचएन रिलायंस फाउंडेशन अस्पताल में एक व्यक्ति ने फोन किया था और कहा था कि वो अस्पताल को उड़ा देगा और मुकेश अंबानी, नीता अंबानी और दोनों बेटों को भी जान से मार देगा. आरोपी ने इसी के साथा अंबानी के घर एंटीलिटा को भी बम से उड़ाने की धमकी दी थी जिससे हड़कंप मच गया था. यदि आपको याद हो तो साल 2021 में भी मुकेश अंबानी के घर के पास विस्फोटकों से भरी कार मिली थी, जिसके बाद पुलिस के हाथ-पांव फूल गये थे. कार से पुलिस को 20 जिलेटिन की छड़ें और एक पत्र मिला था, जिसमें अंबानी परिवार को धमकी की बात लिखी थी. इसके बाद पुलिस ने मामले की जांच की और कुछ लोगों को गिरफ्तार किया.

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