Loading election data...

रिलायंस इंडस्ट्रीज के लिए रामबाण साबित हुआ मुकेश अंबानी का यह ट्रिक, जानिए कैसे कर्ज मुक्त हो गया RIL

रिलायंस इडस्ट्रीज लिमिटेड (RIL) के प्रमुख मुकेश अंबानी ने शुक्रवार को कहा कि पिछले दो महीनों में राइट्स इश्यू और ग्लोबल इन्वेस्टर्स से रिकॉर्ड 1.69 लाख करोड़ रुपये जुटाने के बाद कंपनी का शुद्ध ऋण जीरो हो गया है. पिछले 58 दिनों में रिलायंस इंडस्ट्रीज ने वैश्विक प्रौद्योगिकी निवेशकों से 1.15 लाख करोड़ रुपये जुटाए हैं. कंपनी ने यह राशि अपने जियो प्लेटफॉर्म्स लिमिटेड में हिस्सेदारी बेचकर जुटायी है. वहीं, 53,124.20 करोड़ रुपये उसने राइट्स इश्यू जारी करके जुटाए हैं.

By Agency | June 19, 2020 3:32 PM
an image

रिलायंस इडस्ट्रीज लिमिटेड (RIL) के प्रमुख मुकेश अंबानी ने शुक्रवार को कहा कि पिछले दो महीनों में राइट्स इश्यू और ग्लोबल इन्वेस्टर्स से रिकॉर्ड 1.69 लाख करोड़ रुपये जुटाने के बाद कंपनी का शुद्ध ऋण जीरो हो गया है. पिछले 58 दिनों में रिलायंस इंडस्ट्रीज ने वैश्विक प्रौद्योगिकी निवेशकों से 1.15 लाख करोड़ रुपये जुटाए हैं. कंपनी ने यह राशि अपने जियो प्लेटफॉर्म्स लिमिटेड में हिस्सेदारी बेचकर जुटायी है. वहीं, 53,124.20 करोड़ रुपये उसने राइट्स इश्यू जारी करके जुटाए हैं.

कंपनी ने एक बयान में कहा कि पिछले साल ईंधन विपणन कारोबार में 49 फीसदी हिस्सेदारी ब्रिटेन की बीपी को 7,000 करोड़ रुपये में बेचने और हाल में हासिल निवेश से कंपनी ने कुल 1.75 लाख करोड़ रुपये की राशि जुटायी है. बयान के मुताबिक, रिलायंस पर 31 मार्च 2020 की समाप्ति पर 1,61,035 करोड़ रुपये का शुद्ध ऋण था. ‘इस निवेश के साथ ही रिलांयस का शुद्ध ऋण जीरो हो गया है.

अंबानी ने कहा कि मैंने कंपनी के शेयरधारकों से किया वादा पूरा किया. रिलायंस का नेट लोन 31 मार्च 2021 की तय अवधि से बहुत पहले जीरो हो गया है. देश की सबसे बड़ी दूरसंचार कंपनी रिलायंस जियो, जियो प्लेटफॉर्म्स का ही हिस्सा है. कंपनी ने फेसबुक, सिल्वर लेक, विस्टा इक्विटी पार्टनर्स, जनरल एटलांटिक, केकेआर, मुबाडला, एडीआईए, टीपीजी, एल कैटेरटन और पीआईएफ जैसे वैश्विक प्रौद्योगिकी निवेशकों से 22 अप्रैल 2020 से अब तक 1,15,693.95 करोड़ रुपये की राशि जुटायी है.

Also Read: RIL Rights Issue : 20 मई से खुलेगा रिलायंस इंडस्ट्रीज के 53,125 करोड़ रुपये का मेगा राइट इश्यू, 3 जून तक कर सकते हैं सब्सक्राइब

बयान में कहा गया है कि 18 जून को सऊदी अरब के पीआईएफ के 11,367 करोड़ रुपये में जियो प्लेटफॉर्म्स की 2.32 फीसदी हिस्सेदारी खरीदने के साथ ही कंपनी के साथ वित्तीय सहयोगी जोड़ने का मौजूदा चरण खत्म हो गया है. इसी के साथ, रिलायंस इंडस्ट्रीज ने देश का सबसे बड़ा राइट्स इश्यू भी जारी किया. इसे 1.59 गुना अधिक अभिदान मिला. इस निर्गम का आकार 53,124 करोड़ रुपये रहा. हालांकि, कंपनी को अभी इसका मात्र 25 प्रतिशत ही मिला है. शेष राशि का भुगतान अगले वित्त वर्ष में किया जाएगा.

अंबानी ने 12 अगस्त 2019 को कंपनी की वार्षिक आम बैठक में रिलायंस इंडस्ट्रीज का शुद्ध ऋण 31 मार्च 2021 तक जीरो करने का लक्ष्य पेश किया था. उन्होंने कहा था कि कंपनी के पास खुद को नेट लोन से मुक्त बनाने के लिए अगले 18 महीने की पूरी योजना है. शुक्रवार को अपने बयान में अंबानी ने कहा कि उन्हें अपना वादा पूरा करने की खुशी है. हम अपने शेयरधारकों और सभी हितधारकों की उम्मीद पर बार-बार खरे उतरे हैं, यह रिलायंस के डीएनए में है.

Posted By : Vishwat Sen

Disclaimer: शेयर बाजार से संबंधित किसी भी खरीद-बिक्री के लिए प्रभात खबर कोई सुझाव नहीं देता. हम बाजार से जुड़े विश्लेषण मार्केट एक्सपर्ट्स और ब्रोकिंग कंपनियों के हवाले से प्रकाशित करते हैं. लेकिन प्रमाणित विशेषज्ञों से परामर्श के बाद ही बाजार से जुड़े निर्णय करें.

Exit mobile version