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JIO प्लेटफॉर्म्स में अमेरिका की कंपनी KKR करेगी 11,367 करोड़ का निवेश, एशिया का सबसे बड़ा इंवेस्टमेंट

रिलायंस इंडस्ट्रीज की इकाई जियो प्लैटफॉर्म्स में निवेश करने के लिए निवेशकों की कतार लगी है. करीब 1 महीना पहले फेसबुक के साथ जियो प्लेटफॉर्म्स में निवेश का जो सिलसिला शुरू हुआ था वह थम नही रहा है. जियो प्लैटफॉर्म्स को पिछले 1 महीने में पांचवा बड़ा निवेश मिला है. अमेरिका के न्यूयार्क स्थित कंपनी केकेआर 11,367 करोड़ का रुपये का निवेश करेगी.

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 22, 2020 9:29 AM
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रिलायंस इंडस्ट्रीज की इकाई जियो प्लैटफॉर्म्स में निवेश करने के लिए निवेशकों की कतार लगी है. करीब 1 महीना पहले फेसबुक के साथ जियो प्लेटफॉर्म्स में निवेश का जो सिलसिला शुरू हुआ था वह थम नही रहा है. जियो प्लैटफॉर्म्स को पिछले 1 महीने में पांचवा बड़ा निवेश मिला है. अमेरिका के न्यूयार्क स्थित कंपनी केकेआर इस कंपनी में 11,367 करोड़ का रुपये का निवेश करेगी. इससे पहले सिल्वरलेक, विस्टा पार्टनर्स और जनरल अटलांटिक ने जियो में पैसा लगाया था.

न्यूज एजेंसी एएनआई के मुताबिक, इस डील के बाद जियो प्लैटफॉर्म्स की इक्विटी वैल्यू 4.91 लाख करोड़ रुपये और इंटरप्राइज वैल्यू 5.16 लाख करोड़ रुपये हो जाएगी. जियो प्लैटफॉर्म्स में केकेआर का एशिया में सबसे बड़ा निवेश है. रिपोर्ट के मुताबिक, अब तक कुल पांच बड़े निवेशकों द्वारा द्वारा जियो प्लेटफॉर्म्स में कुल 78,562 करोड़ रु का निवेश हो चुका है. सबसे पहले फेसबुक निवेश ले कर आया. उसके बाद विश्व के अग्रणी निवेशक सिल्वर लेक, विस्टा इक्विटी पार्टनर्स एवं जनरल अंटलांटिक और अब केकेआर.

जनरल अंटलांटिक ने जियो प्लेटफॉर्म्स में करीब साढ़े 6 हजार करोड़ का निवेश किया है. रिलायंस इंडस्ट्रीज ने बताया था कि जनरल अटलांटिक ने उसकी डिजिटल इकाई जियो प्लैटफॉर्म्स में 1.34 फीसदी हिस्सेदारी के बदले 6,598.38 करोड़ रुपये का निवेश किया है.

कंपनी के बारे में 

जियो प्लेटफॉर्म्स, रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड की एक नेक्स्ट जनरेशन टेक्नॉलोजी कंपनी है जो भारत को एक डिजिटल सोसायटी बनाने के काम में मदद कर रही है. इसके लिए जियो के प्रमुख डिजिटल एप, डिजिटल ईकोसिस्टम और भारत के नंबर #1 हाईस्पीड कनेक्टिविटी प्लेटफॉर्म को एक-साथ लाने का काम कर रही है. रिलायंस जियो इंफोकॉम लिमिटेड, जिसके 38 करोड़ 80 लाख ग्राहक हैं, वो जियो प्लेटफॉर्म्स लिमिटेड की इकाई बनी रहेगी. केकेआर एक ग्लबोल कंपनी है जिसका टेक्नॉलजी सेक्टर में अच्छा निवेश है. कंपनी ने बीएमसी सॉफ्टवेयर, बाइटडांस और गोजेक में भी निवेश किया है. इस कंपनी टेक कंपनियों में 30 अरब डॉलर का निवेश कर चुकी है. कंपनी भारत में 2006 से निवेश कर रही है.

मुकेश अंबानी ने क्या कहा

एएनआई के मुताबिक, रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन व एमडी मुकेश अंबानी ने कहा कि दुनिया के सबसे सम्मानित वित्तीय निवेशकों में से एक केकेआर का एक महत्वपूर्ण पार्टनर के रूप में स्वागत करते हुए मुझे खुशी हो रही है. केकेआर भारतीय डिजिटल इको सिस्टम में बदलाव की हमारी यात्रा का हमसफर बनेगा. यह सभी भारतीयों के लिए फायदेमंद होगा. एक महत्वपूर्ण भागीदार होने का केकेआर का ट्रैक रिकॉर्ड शानदार है.हम जियो को आगे बढ़ाने के लिए केकेआर के वैश्विक प्लेटफॉर्म, इंडस्ट्री की जानकारीयां और परिचालन विशेषज्ञता का लाभ उठाने की उम्मीद करते हैं.केकेआर के सह-संस्थापक हेनरी क्राविस ने कहा, कुछ कंपनियों के पास ही देश के डिजिटल इको सिस्टम को बदलने की ऐसी क्षमता होती है जैसा की जियो प्लैटफॉर्म्स भारत में और संभवतः दुनिया भर में कर रहा है.

जियो प्लेटफॉर्म्स में करीब पिछले एक महीने के दौरान हुए निवेश

दिनांक कंपनी इक्विटी निवेशित रकम

22 अप्रैल, 20 फेसबुक इंक 9.99% ₹ 43,574 करोड़

4 मई, 20 सिल्वर लेक 1.15% ₹ 5655.75 करोड़

8 मई, 20 विस्टा इक्विटी पार्टनर्स 2.32% ₹ 11,367 करोड़

17 मई, 20 जनरल अटलांटिक 1 .34% ₹ 6598.38 करोड़

22 मई, 20 केकेआर 2.32% ₹ 11,367 करोड़.

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