मुकेश अंबानी की कंपनी रिलायंस अब लोकल बाजारों में अपनी पकड़ बनाने में जुटी है. इसके लिए कंपनी की बड़ी तैयारी चल रही है. रिलायंस ने अब भारत के बड़ी-बड़ी कंपनियों को टक्कर देने का मन बना लिया है. मीडिया रिपोर्टस के मुताबिक, रिलायंस भारत की कई बड़ी कंपनियों के साथ बातचीत कर रही है, जिसका विलय या अधिग्रहण किया जा सके. हालांकि, रिलायंस ने अब तक इस बारे में कोई जानकारी नहीं दी है.
रॉयटर्स की खबर के अनुसार, रिलायंस भारत के 30 पॉपुलर लोकल कंज्यूमर कंपनियों के साथ बातचीत कर रही है, जिसे रिलायंस या तो खरीद सकती है या उन लोकल कंपनियों का अधिग्रहण कर सकती है. वहीं, रॉयटर्स ने सूत्रों के हवाले से बताया है कि कंपनी रिटेल बिजनेस सेल पर करीब 500 अरब डॉलर रखने का टारगेट सेट किया है.
रिलायंस भारत के हर घर तक पहुंच बनाना चाहती है. यानी, कंपनी चाहती है कि रिलायंस इंडस्ट्री का कोई न कोई उत्पाद भारत के हर घर में हो, जैसे भारत की कई बड़ी कंपनियों ने 10 भारतीय घरों में से 9 घरों तक एक न एक प्रोडक्ट इस्तेमाल करने का दावा करती है. रिलायंस की प्लानिंग की जानकारी देते हुए Ambit capital के आलोक शाह ने बताया कि कई कंज्यूमर कंपनियों ने भारतीय बाजारों में अपनी जड़ें जमा रखी है. आज उनकी एक अलग पहचान है. वहीं, रिलायंस दूसरा तरीका अपनाते हुए लोकल बाजारों में अपनी पैठ बनाना चाहती है. लोकल कंज्यूमर ब्रांडों के विलय या अधिग्रहण करने पर रिलायंस को बाजारों तक पहुंचने में आसानी होगी. हालांकि, कंपनी को डिस्ट्रीब्यूशन और प्राइसिंग के मोर्चे पर तगड़ा काम करना होगा.
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कंपनी को 100 शहरों में मिड-लेवल के सेल्स मैनेजर्स की जरूरत है, जिसके लिए विज्ञापन निकाला है. कंपनी ने अपने विज्ञापन में कहा है कि हमें ऐसे सेल्स मैनेजर्स की जरूरत है, जो आमतौर पर डिस्ट्रीब्यूटर्स और मर्चेंट्स को मैनेज कर सकें.
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