Reliance Acquire Faradion: मुकेश अंबानी की रिलायंस ने स्वच्छ ऊर्जा यानी ग्रीन एनर्जी के क्षेत्र में बड़ा कदम उठाया है. दरअसल रिलायंस न्यू एनर्जी सोलर लिमिटेड (RNESL) ने सोडियम-आयन सेल्स बनाने वाली कंपनी फैराडियन लिमिटेड के अधिग्रहण का फैसला लिया है. रिलायंस ने फैराडियन लिमिटेड में 100 फीसदी हिस्सेदारी के लिए 100 मिलियन ब्रिटिश पाउंड यानी करीब 10 अरब रुपए के निश्चित समझौतों पर हस्ताक्षर किया है. 2021 के आखिरी दिन कंपनी के तरफ से यह बड़ी घोषणा हुई है.
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड(RIL) की सहायक कंपनी रिलांयस न्यू एनर्जी सोलर लिमिटेड का विस्तार किया जा रहा है. इस योजना के तहत सोडियम-आयन सेल्स बनाने वाली कंपनी फैराडियन लिमिटेड के 100 फीसदी अधिग्रहण का फैसला लिया गया है. इसके अलावा RNESL अपने बिजनेस को विस्तार देने के लिए विकास पूंजी के रूप में 25 मिलियन पाउंड के निवेश की योजना भी बनाई है.
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कैसे होगा अधिग्रहण : इस तरह किया जाएगा अधिग्रहित कंपनी रिलांयस न्यू एनर्जी सोलर लिमिटेड फैराडियन लिमिटेड के 88.92 फीसदी इक्विटी शेयरों के अधिग्रहण के लिए 83.97 मिलियन पाउंड खर्च करेगी. जिसका नियामक फाइलिंग के अनुसार 2022 के जनवरी में शुरू होने की उम्मीद जताई जा रही है. वहीं, फैराडियन के बाकी बचे 11.08 फीसदी की इक्विटी शेयरों का तीन साल के अंदर में 10.45 मिलियन पाउंड में अधिग्रहण करने की योजना है.
जानकारी के अनुसार फैराडियन लिमिटेड सोडियम-आयन बैटरी बनाने वाली दुनिया के अग्रणी कंपनियों में से एक है. ब्रिटेन में सोडियम-आयन बैटरी बनाने वाली ने पहले ही भारत में विनिर्माण के संकेत दिए थे. कंपनी ने कहा था कि भारत में विनिर्माण की संभावनाएं खोज रही है. कंपनी ने कहा था कि सोडियम आयन बैटरी की तकनीक लीथियम आयन से ज्यादा बेहतर होती है. इस तकनीक से दुनिया के ऑटोमोबाइल, स्टोरेज और मोबाइल क्षेत्र में बड़ा बदलाव हो सकता है.
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