Loading election data...

सात समंदर पार से भारतीयों ने भर दिया भारत का खजाना, साल 2022 में भेजे रिकॉर्ड तोड़ 100 अरब डॉलर

खाड़ी देशों में इस बार बड़े पैमाने पर अनौपचारिक रोजगार के मौके भी बने. इसी के साथ दुनिया के कई अमीर देशों जैसे सिंगापुर, जापान, आस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड में भी खूब नौकरियां आई थीं. विदेशों से भारत भेजी जाने वाली रकम में बीते वर्षों में लगातार इजाफा देखने को मिल रहा है.

By KumarVishwat Sen | December 1, 2022 11:11 PM

नई दिल्ली : ‘माय-माटी’ को छोड़कर सात समंदर पार दूसरे देशों में रह रहे भारतीयों ने साल 2022 में रिकॉर्ड तोड़ करीब 100 अरब डॉलर भेजे हैं. यह राशि भारतीय शेयर बाजार में कुल प्रत्यक्ष विदेशी निवेश से ज्यादा है. विश्व बैंक की एक रिपोर्ट के मुताबिक, साल 2022 के दौरान भारत में विदेशों से आने वाले रुपयों में 12 फीसदी तक का इजाफा देखने को मिला है. सबसे बड़ी बात यह है कि विदेश में कमाने वाले भारतीयों ने इतने पैसे भेजे, जो देश के शेयर बाजार में आने वाले विदेशी निवेश (एफडीआई) से करीब 25 फीसदी ज्यादा है. भारत के बाद मेक्सिको, चीन और फिलिपिंस का स्थान है.

विदेश से आने वाले पैसों में बढ़ोतरी की उम्मीद

एक रिपोर्ट के मुताबिक, खाड़ी देशों में इस बार बड़े पैमाने पर अनौपचारिक रोजगार के मौके भी बने. इसी के साथ दुनिया के कई अमीर देशों जैसे सिंगापुर, जापान, आस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड में भी खूब नौकरियां आई थीं. विदेशों से भारत भेजी जाने वाली रकम में बीते वर्षों में लगातार इजाफा देखने को मिल रहा है. इसमें आने वाले वर्षों में और बढ़ोतरी होने का अनुमान है.

2021 में भारतीयों ने 87 अरब डॉलर भेजे

विदेशों में रहने वाले भारतीयों ने पिछले साल भारत में करीब 87 अरब डॉलर भेजे थे. इसमें सबसे ज्यादा रकम अमेरिका से भेजी गई थी, जबकि साल 2020 की बात करें तो करीब 83 अरब डॉलर की रकम भेजी गई थी. साल 2016-17 और 2020-21 के बीच यूएस, यूनाइटेड किंगडम और सिंगापुर से रकम भेजने का हिस्सा 26 फीसदी से बढ़कर 36 फीसदी ज्यादा हो गया है. हालांकि, पांच जीसीसी देशों सऊदी अरब, संयुक्त अरब अमीरात, कुवैत, ओमान और कतर से भेजी जाने वाली रकम में गिरावट आई है. ये 54 फीसदी से गिरकर 28 फीसदी हो गई है.

Also Read: भारत में अमेरिका का प्रत्यक्ष विदेशी निवेश 40 अरब डॉलर के पार
2020-21 में अमेरिका से आया सबसे अधिक धन

रिपोर्ट के मुताबिक, साल 2020-21 में भारत में विदेशों से जो रकम भेजी गई उसमें अमेरिका सबसे आगे रहा. अमेरिका ने संयुक्त अरब अमीरात को पीछे छोड़ दिया. रिपोर्ट के मुताबिक, इस दौरान कई लोगों ने स्नातक की डिग्री हासिल की, जिसने उन्हें तेजी से सबसे ज्यादा कमाई करने का मौका मिला. इससे लोगों की कमाई बढ़ी और उन्होंने भारत में ज्यादा रुपये भेजे. इस साल यानी 2022 में देश में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश में भी बढ़ोतरी की संभावना है. इसके 100 अरब डॉलर के पार जाने की उम्मीद जताई जा रही है. सरकार की ओर से उम्मीद जताई जा रही है कि आर्थिक सुधारों और बिजनस फ्रेंडली एनवायरमेंट की वजह से भारत में विदेशी निवेश 100 अरब के आंकड़े को पार कर लेगा.

Disclaimer: शेयर बाजार से संबंधित किसी भी खरीद-बिक्री के लिए प्रभात खबर कोई सुझाव नहीं देता. हम बाजार से जुड़े विश्लेषण मार्केट एक्सपर्ट्स और ब्रोकिंग कंपनियों के हवाले से प्रकाशित करते हैं. लेकिन प्रमाणित विशेषज्ञों से परामर्श के बाद ही बाजार से जुड़े निर्णय करें.

Next Article

Exit mobile version