Residential Real Estate Prices Hiked: आवास की मांग में तेजी और निर्माण लागत बढ़ने से आठ प्रमुख शहरों में आवासीय संपत्ति की कीमतों में अप्रैल-जून तिमाही के दौरान औसत पांच प्रतिशत की वृद्धि हुई. एक रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई. इस दौरान दिल्ली-एनसीआर में आवास की कीमतों में सबसे अधिक 10 प्रतिशत की वृद्धि हुई.
रियल एस्टेट क्षेत्र की शीर्ष संस्था क्रेडाई (CREDAI), सलाहकार कोलियर्स इंडिया (Colliers India) और डेटा विश्लेषण फर्म लियासेस फोरास (Liases Foras) की यह रिपोर्ट आठ प्रमुख शहरों – दिल्ली-एनसीआर, मुंबई महानगरीय क्षेत्र (एमएमआर), चेन्नई, कोलकाता, बेंगलुरु, हैदराबाद, पुणे और अहमदाबाद के रुझानों पर आधारित है.
रिपोर्ट का शीर्षक ‘हाउसिंग प्राइस-ट्रैकर रिपोर्ट 2022’ है. रिपोर्ट में कहा गया कि 2022 की दूसरी तिमाही के दौरान भारत में आवास कीमतें महामारी से पहले के स्तर को पार कर गईं. इससे संकेत मिलता है कि घर की मांग काफी तेज है और आपूर्ति पूरी तरह मांग के अनुरूप है.
बढ़ती हुई कीमतों को देखते हुए CREDAI नेशनल के अध्यक्ष हर्षवर्धन पाटोदिया (Harsh Vardhan Patodia) ने अपने बयान में कहा- सेंट्रल बैंक RBI मुद्रास्फीति के प्रभाव को दूर करने के लिए रेपो रेट की दरों में बढ़त करता रहता है और आने वाले समय में होम लोन सहित ऋण ब्याज रेट में भी बढ़त हो सकती है. Patodia ने आगे बताते हुए कहा कि बढ़ती हुई ब्याज दरों की वजह से रियल एस्टेट की डिमांड में मामूली गिरावट देखी जा सकती है. उन्होंने ये भी कहा कि सितम्बर महीने से त्योहारी सीजन की शुरुआत होगी और उस समय रियल एस्टेट की बिक्री में बढ़त हो सकती है. (इनपुट:भाषा)
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