नयी दिल्ली : अखिल भारतीय उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (सीपीआई) ग्रामीण और शहरी क्षेत्र के लिए सोमवार को उपभोक्ता खाद्य मूल्य सूचकांक (सीएफपीआई) जारी किया. इसमें कहा गया है कि खुदरा मुद्रास्फीति मई माह में 6.30 फीसदी की तुलना में जून माह में 6.26 फीसदी रही.
Retail inflation stands at 6.26% in June compared to 6.30% in May: Government of India pic.twitter.com/V9b2eKjr4k
— ANI (@ANI) July 12, 2021
सांख्यिकी और कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय की ओर से यह आंकड़ा जारी किया गया है. लगातार दूसरी बार सीपीआई डेटा भारतीय रिजर्व बैंक के छह फीसदी के ऊपरी मार्जिन से अधिक रहा है. मालूम हो कि इससे पहले लगातार पांच माह तक सीपीआई छह फीसदी से नीचे ही रहा था.
सरकार की ओर से रिजर्व बैंक को खुदरा मुद्रास्फीति चार फीसदी पर रखने के लिए अनिवार्य किया गया है. इसमें दोनों ओर से दो फीसदी का अंतर है. राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय की ओर से जारी आंकड़ों के मुताबिक जून में खाद्य पदार्थों की महंगाई दर (शहरी और ग्रामीण) 5.15 फीसदी रही, जो मई में (शहरी और ग्रामीण) 5.01 फीसदी थी.
बताया जाता है कि मई माह की तुलना में खाद्य कीमतों में बढ़ोतरी होने का कारण पेट्रोल और डीजल के मूल्य में बढ़ोतरी के कारण बताया जाता है. पेट्रोल और डीजल की कीमतों में जून माह में बढ़ोतरी किये जाने से परिवहन लागत बढ़ी. इससे मई माह की तुलना में जून में खाद्य पदार्थों की कीमतों में बढ़ोतरी हुई.
आंकड़ों के मुताबिक, मई माह में खुदरा मुद्रास्फीति ग्रामीण क्षेत्र में 6.55 फीसदी और शहरी क्षेत्र में 5.91 फीसदी थी, जो जून माह में ग्रामीण क्षेत्रों में घट कर 6.16 फीसदी हो गयी. जबकि, शहरी क्षेत्रों में बढ़ कर 6.37 फीसदी हो गयी.
वहीं, खाद्य पदार्थों की महंगाई दर मई माह में ग्रामीण क्षेत्रों में 4.52 फीसदी थी, जो जून माह में बढ़ कर 5.02 फीसदी हो गयी. हालांकि, मई माह में शहरी क्षेत्र में 5.97 फीसदी थी, जो जून माह में घट कर 5.42 फीसदी हो गयी.
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