आरडीआईएफ और पैनेशिया बायोटेक ने भारत में शुरू की Sputnik-V का उत्पादन, रूस के गामालेया में होगा गुणवत्ता का परीक्षण
पैनेशिया बायोटेक ने कोरोना रोधी रूसी टीके के उत्पादन के लिए हिमाचल प्रदेश के बद्दी में बड़े पैमाने पर कारखाने की स्थापना की है. इसके साथ ही, बताया यह भी जा रहा है कि स्पुतनिक-वी की पहली खेप रूस के गामालेया स्थित रिसर्च सेंटर भेजी जाएगी, जहां पर इसकी गुणवत्ता का परीक्षण किया जाएगा.
नई दिल्ली : कोरोना रोधी टीकों की कमी से जूझ रहीं राज्य सरकारों के लिए बड़ी राहत भरी खबर है. रूस के रशियन डायरेक्ट इन्वेस्टमेंट फंड (आरडीआईएफ) और स्वदेशी दवा निर्माता कंपनी पैनेशिया बायोटेक ने भारत में स्पुतनिक-वी टीके का उत्पादन शुरू कर दिया है. दवा निर्माता इन दोनों कंपनियों ने सोमवार को कोरोना रोधी रूसी टीके का भारत में उत्पादन शुरू किए जाने का ऐलान किया है. इसके साथ ही, उन्होंने यह भी कहा कि इस साल के गर्मी के मौसम में ही इसका पूर्ण स्तर पर उत्पादन शुरू कर दिया जाएगा.
खबर है कि पैनेशिया बायोटेक ने कोरोना रोधी रूसी टीके के उत्पादन के लिए हिमाचल प्रदेश के बद्दी में बड़े पैमाने पर कारखाने की स्थापना की है. इसके साथ ही, बताया यह भी जा रहा है कि स्पुतनिक-वी की पहली खेप रूस के गामालेया स्थित रिसर्च सेंटर भेजी जाएगी, जहां पर इसकी गुणवत्ता का परीक्षण किया जाएगा.
सोमवार को रूस के आरडीआईएफ और भारत की पैनेशिया बायोटेक की ओर से जारी किए गए एक संयुक्त बयान में कहा गया है कि इस साल की गर्मियों में पूर्ण स्तर पर स्पुतनिक-वी का उत्पादन शुरू होने की संभावना है. इन दोनों दवा निर्माताओं ने अपने बयान में कहा कि अप्रैल में ही आरडीआईएफ और पैनेशिया बायोटेक स्पुतनिक-वी के टीके की साला करीब 10 करोड़ खुराक के उत्पादन पर राजी हो गए थे.
आरडीआईएफ के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) किरिल्ल डमित्रिव ने कहा कि पैनेशिया बायोटेक के साथ मिलकर भारत में उत्पादन की शुरुआत देश को महामारी से लड़ने में मदद की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है. उन्होंने कहा कि स्पुतनिक-वी टीके का उत्पादन शुरू होने से भारत को कोरोना महामारी के दौर से निकालने के लिए सरकार की ओर से जारी प्रयासों को बल मिलेगा. हालांकि, उन्होंने यह भी कहा कि बाद में टीके का दूसरे देशों को निर्यात भी किया जाएगा, ताकि दुनिया के दूसरे देशों में भी महामारी को रोका जा सके.
पैनेशिया बायोटेक के प्रबंध निदेशक (एमडी) राजेश जैन ने कहा कि भारत में स्पुतिनक-वी का उत्पादन शुरू होना एक महत्वपूर्ण कदम है. आरडीआईएफ के साथ मिलकर हम उम्मीद करते हैं कि देश के लोग फिर से सामान्य स्थिति में कोरोना रोधी टीका ले सकें. इसके साथ ही, दुनिया के देशों में भी स्थिति सामान्य करने में मदद मिलेगी.
गौरतलब है कि रूस की कोरोना रोधी टीका स्पुतनिक-वी को भारत में इमरजेंसी इस्तेमाल के लिए बीते 12 अप्रैल को इजाजत दी गई थी. इसके साथ ही, कोरोना वायरस की रोकथाम के लिए 14 मई से टीकाकरण अभियान में इसका इस्तेमाल भी शुरू कर दिया गया.
Posted by : Vishwat Sen
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