भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा कि चलन में मौजूद 2000 रुपये के कुल नोटों में लगभग 50 प्रतिशत बैंकिंग सिस्टम में वापस आ गए हैं.
गौरतलब है कि केंद्रीय बैंक ने पिछले महीने इन नोटों को वापस लेने की घोषणा की थी. उन्होंने कहा कि 31 मार्च, 2023 तक कुल 3.62 लाख करोड़ रुपये मूल्य के 2000 रुपये के नोट चलन में थे.
शक्तिकांत दास ने यहां द्विमासिक मौद्रिक नीति जारी करने के बाद मीडिया से कहा, इस घोषणा के बाद अबतक 1.80 लाख करोड़ रुपये के नोट वापस आ चुके हैं.
शक्तिकांत दास ने पिछले महीने कहा था कि 2,000 के नोटों को चलन से हटाने के फैसले का अर्थव्यवस्था पर बहुत सीमित असर होगा. चलन में मौजूद कुल मुद्रा में 2,000 के नोट का हिस्सा सिर्फ 10.8 प्रतिशत है.
शक्तिकांत दास ने कहा कि 2016 में नोटबंदी के बाद नकदी की कमी की भरपाई के लिए 2,000 रुपये का नोट लाया गया था.
गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा था कि जिस किसी के पास 2000 रुपये का नोट है वह उसे अपने बैंक खाते में जमा कर सकता है या किसी अन्य मूल्य की मुद्रा से बदल सकता है. बैंकों को 2000 का नोट बदलने के लिए जरूरी व्यवस्था करने की सलाह दी गई है.
शक्तिकांत दास ने कहा, हमें उम्मीद है कि 30 सितंबर की समयसीमा तक 2000 के ज्यादातर नोट वापस हो जाएंगे.
Disclaimer: शेयर बाजार से संबंधित किसी भी खरीद-बिक्री के लिए प्रभात खबर कोई सुझाव नहीं देता. हम बाजार से जुड़े विश्लेषण मार्केट एक्सपर्ट्स और ब्रोकिंग कंपनियों के हवाले से प्रकाशित करते हैं. लेकिन प्रमाणित विशेषज्ञों से परामर्श के बाद ही बाजार से जुड़े निर्णय करें.