COVID-19 के टीके के बेहतर टेस्ट के दम पर तीन महीने के उच्चतम स्तर पर पहुंचा रुपया
अमेरिकी मुद्रा (US currency) में नरमी, घरेलू शेयर बाजारों (Indian stock market) की तेजी और कोरोना वायरस (Coronavirus) के टीके से जुड़ी खबर के दम पर गुरुवार को अंतरबैंक मुद्रा विनिमय बाजार (Interbank currency exchange market) में रुपया (Rupees) 56 पैसे की बढ़त लेकर 75.04 प्रति डॉलर (Dollar) पर पहुच गया. यह रुपये का तीन महीने का उच्चतम स्तर (Highest level) है. कारोबारियों ने बताया कि घरेलू शेयर बाजारों के बढ़त में रहने तथा डॉलर में नरमी रहने से रुपये को समर्थन मिला. दवा कंपनी फाइजर (Pfizer) द्वारा कोरोना वायरस के टीके (Coronavirus vaccine) के सकारात्मक परिणाम आने की जानकारी दिये जाने से भी निवेशकों की धारणा को बल मिला. उन्होंने कहा कि फाइजर की खबर के बाद निवेशकों ने जोखिम वाली मुद्राओं और संपत्तियों की ओर रुख किया.
मुंबई : अमेरिकी मुद्रा (US currency) में नरमी, घरेलू शेयर बाजारों (Indian stock market) की तेजी और कोरोना वायरस (Coronavirus) के टीके से जुड़ी खबर के दम पर गुरुवार को अंतरबैंक मुद्रा विनिमय बाजार (Interbank currency exchange market) में रुपया (Rupees) 56 पैसे की बढ़त लेकर 75.04 प्रति डॉलर (Dollar) पर पहुच गया. यह रुपये का तीन महीने का उच्चतम स्तर (Highest level) है. कारोबारियों ने बताया कि घरेलू शेयर बाजारों के बढ़त में रहने तथा डॉलर में नरमी रहने से रुपये को समर्थन मिला. दवा कंपनी फाइजर (Pfizer) द्वारा कोरोना वायरस के टीके (Coronavirus vaccine) के सकारात्मक परिणाम आने की जानकारी दिये जाने से भी निवेशकों की धारणा को बल मिला. उन्होंने कहा कि फाइजर की खबर के बाद निवेशकों ने जोखिम वाली मुद्राओं और संपत्तियों की ओर रुख किया.
गुरुवार को अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपया 75.51 पर खुला और कारोबार के दौरान चढ़ता गया. कारोबार के समाप्त होने के बाद शुरुआती आंकड़ों के आधार पर यह 75.04 रुपये प्रति डॉलर पर बंद हुआ, जो पिछले दिनों की तुलना में 56 पैसे मजबूत है. बुधवार को रुपया 75.60 प्रति डॉलर पर बंद हुआ था. कारोबार के दौरान काफी उतार-चढ़ाव देखने को मिला. इस दौरान रुपया 74.99 रुपये प्रति डॉलर के दिवस के उच्चतम स्तर और 75.53 प्रति डॉलर के निचले स्तर के दायरे में रहा.
एचडीएफसी सिक्योरिटीज के खुदरा शोध के उप प्रमुख देवार्श वकील ने कहा कि रुपये ने डॉलर की नरमी तथा घरेलू शेयर बाजारों की तेजी के बीच 23 अप्रैल के बाद सबसे बड़ी एकदिनी बढ़त दर्ज की. उन्होंने कहा कि बाजार भागीदारों ने केंद्रीय बैंकों के अलग-थलग बने रहने से डॉलर की आवक की उम्मीद की है. टीके को लेकर सकारात्मक परिणाम की फाइजर की खबर ने भी धारणा को बल दिया.
दवा कंपनियों फाइजर और उसके जर्मन भागीदार बायोनटेक ने बुधवार को कहा कि कोविड-19 के पहले चार प्रायोगिक टीकों का 45 लोगों पर शुरुआती परीक्षण किया गया, जिसके उत्साहजनक परिणाम सामने आए. इस बीच प्रमुख अंतरराष्ट्रीय मुद्राओं के बास्केट में डॉलर का सूचकांक 0.26 फीसदी गिरकर 96.94 पर आ गया. कच्चा तेल के ग्लोबल बेंच मार्क ब्रेंट क्रूड का वायदा 1.40 फीसदी बढ़कर 42.62 डॉलर प्रति बैरल हो गया.
इस बीच, दुनिया भर में कोविड-19 से जुड़े मामलों की संख्या 1.06 करोड़ को पार कर गयी है और मरने वालों की संख्या 5.16 लाख हो गयी है. भारत में स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, बीमारी के कारण मरने वालों की संख्या 17,834 हो गयी और संक्रमण की संख्या बढ़कर 6,04,641 पर पहुंच गयी है.
Posted By : Vishwat Sen
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