Russia Ukraine Crisis : रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने पूर्वी यूक्रेन में रूस समर्थित अलगाववादी क्षेत्रों की स्वतंत्रता को मान्यता दे दी है जिसका असर भारत पर भी पड़ा है. भारत को अपने लोगों की चिंता सता रही है. भारतीय नागरिकों को वापस लाने के लिए एयर इंडिया ने आज सुबह विशेष यूक्रेन के लिए रवाना किया है. ड्रीमलाइनर बी-787 विमान को 200 से अधिक सीटों की क्षमता वाले विशेष अभियान के लिए तैनात किया गया है. यूक्रेन से स्पेशल फ्लाइट आज रात दिल्ली में लैंड करेगी.
एयर इंडिया की ओर से जानकारी दी गई है कि एयर इंडिया 22 फरवरी, 24 फरवरी और 26 फरवरी, 2022 को भारत-यूक्रेन (बोरिस्पिल अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे) के बीच 3 उड़ानें संचालित करेगी. बुकिंग एयर इंडिया बुकिंग कार्यालयों, वेबसाइट, कॉल सेंटर और अधिकृत ट्रैवल एजेंटों के माध्यम से की जा सकती है.
Air India's special ferry flight left for Ukraine from India today morning to bring back the Indian nationals. The Dreamliner B-787 aircraft deployed for the special operation with a capacity of over 200 seats. The special flight from Ukraine will land in Delhi tonight.
— ANI (@ANI) February 22, 2022
भारतीय शेयर मार्केट पर यूक्रेन संकट का असर नजर आ रहा है. बाजार खुलते ही 1000 पॉइंट लुढ़क गया. सेंसेक्स और निफ्टी मंगलवार को भारी गिरावट के साथ खुले. बीएसई का 30 शेयरों वाला संवेदी सूचकांक सेंसेक्स 1244.95 अंकों का गोता लगाकर आज 56,438.64 के स्तर पर खुला. वहीं, निफ्टी की बात करें तो ये 17000 के नीचे आ गया.
इधर भारत ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में यूक्रेन संकट को लेकर बुलाई गई आपात बैठक में सभी पक्षों से संयम बरतने की अपील करते हुए कहा कि यूक्रेन और रूस की सीमा पर बढ़ता तनाव गंभीर चिंता का विषय है और इससे क्षेत्र की शांति एवं सुरक्षा प्रभावित हो सकती है. संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी प्रतिनिधि एवं राजदूत टीएस तिरुमूर्ति ने सोमवार रात को सुरक्षा परिषद की आपात बैठक में कहा कि हम यूक्रेन की पूर्वी सीमा पर हो रही गतिविधियों और रूसी संघ द्वारा इस संबंध में की गई घोषणा सहित यूक्रेन संबंधी घटनाक्रम पर नजर रखे हुए हैं.
Also Read: Russia Ukraine Crisis: होगा तीसरा विश्व युद्ध! बोला यूक्रेन- ‘किसी से नहीं डरते’,जानें अबतक की बड़ी बातें
टीएस तिरुमूर्ति ने कहा कि रूसी संघ के साथ लगी यूक्रेन की सीमा पर बढ़ता तनाव गंभीर चिंता का विषय है. इन चीज़ों से क्षेत्र की शांति एवं सुरक्षा प्रभावित हो सकती है. भारत ने इसके साथ ही सभी पक्षों से संयम बरतने का आह्वान भी किया. तिरुमूर्ति ने कहा कि सभी देशों के वैध सुरक्षा हितों को ध्यान में रखते हुए तनाव को कम करना और इस क्षेत्र तथा उसके बाहर दीर्घकालिक शांति एवं स्थिरता स्थापति करना पहली प्राथमिकता है.
Posted By : Amitabh Kumar
Disclaimer: शेयर बाजार से संबंधित किसी भी खरीद-बिक्री के लिए प्रभात खबर कोई सुझाव नहीं देता. हम बाजार से जुड़े विश्लेषण मार्केट एक्सपर्ट्स और ब्रोकिंग कंपनियों के हवाले से प्रकाशित करते हैं. लेकिन प्रमाणित विशेषज्ञों से परामर्श के बाद ही बाजार से जुड़े निर्णय करें.