नई दिल्ली : नए ऑर्डरों में कमी और उत्पादन की रफ्तार धीमी होने के बावजूद अक्टूबर के दौरान विनिर्माण गतिविधियों में मजबूती आने का दावा किया जा रहा है. स्टैंडर्ड एंड पूअर्स (एस एंड पी) ग्लोबल इंडिया के विनिर्माण खरीद प्रबंधक सूचकांक (पीएमआई) में इस बात का दावाव किया गया है कि अक्टूबर के दौरान भारत में विनिर्माण उद्योग की गतिविधियों में तेजी और मजबूती दर्ज की गई है. हालांकि, एस एंड पी ग्लोबल इंडिया की रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि अक्टूबर 2022 के दौरान आम उपभोक्ताओं और विनिर्माताओं पर कीमतों में बढ़ोतरी का दबाव भी बना रहा. रिपोर्ट में यह उम्मीद भी की गई है कि अक्टूबर 2023 में भारत के विनिर्माण क्षेत्र के उत्पादन में तेजी आने की उम्मीद है.
परिचालन स्थितियशें में लगातार 16वें महीने सुधार
मीडिया की रिपोर्ट्स के अनुसार, अक्टूबर के दौरान भारत के विनिर्माण उद्योग में नए ऑर्डर और उत्पादन की रफ्तार धीमी रही. इसके बावजूद भारत में विनिर्माण गतिविधियां मजबूत रहीं. हालांकि, इस दौरान कीमतों का दबाव भी बना रहा. मौसमी रूप से समायोजित एसएंडपी ग्लोबल इंडिया विनिर्माण खरीद प्रबंधक सूचकांक (पीएमआई) सितंबर में 55.1 से बढ़कर अक्टूबर में 55.3 हो गया. अक्टूबर के पीएमआई आंकड़ों के साथ ही लगातार 16वें महीने में समग्र परिचालन स्थितियों में सुधार देखने को मिला.
अक्टूबर 2023 तक उत्पादन बढ़ने की उम्मीद
पीएमआई की भाषा में 50 से अधिक अंक का अर्थ है कि गतिविधियों में विस्तार हो रहा है, जबकि 50 से कम अंक संकुचन को दर्शाते हैं. एसएंडपी ग्लोबल मार्केट इंटेलिजेंस में अर्थशास्त्र की संयुक्त निदेशक पोल्याना डी लीमा ने कहा कि भारतीय विनिर्माण उद्योग ने अक्टूबर में फिर से लचीलापन दिखाया. कारखाने के ऑर्डर और उत्पादन में जोरदार वृद्धि हुई. सर्वेक्षण के मुताबिक भारतीय विनिर्माता अक्टूबर 2023 तक उत्पादन में बढ़ोतरी को लेकर आश्वस्त हैं.
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भविष्य में मांग बढ़ने की उम्मीद
लीमा ने कहा कि विनिर्माताओं को उम्मीद है कि आने वाले महीनों में मांग में उछाल बना रहेगा. सर्वेक्षण में कहा गया है कि विनिर्माण क्षेत्र में रोजगार उल्लेखनीय दर से बढ़ा है, जो मार्च 2005 में इन आंकड़ों का संग्रह शुरू होने के बाद से सबसे मजबूत महीनों में एक रहा.
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