Loading election data...

SBI ने ब्याज दरों में की 0.15 फीसदी कटौती, वरिष्ठ नागरिकों की झोली में डाला विशेष जमा योजना

देश में सार्वजनिक क्षेत्र के सबसे बड़े बैंक एसबीआई ने गुरुवार को राष्ट्रव्यापी लॉकडाउन के दौरान अपने ग्राहकों को राहत देते हुए ब्याज दरों में 0.15 फीसदी कटौती करने का ऐलान किया है. बैंक के इस कदम के बाद कोष की सीमांत लागत आधारित ब्याज दर (एमसीएलआर) आधारित ऋण पर ईएमआई की रकम में कमी होने के आसार नजर आ रहे हैं.

By Agency | May 7, 2020 5:26 PM

नयी दिल्ली : भारतीय स्टेट बैक (SBI) ने ऋण की अपनी कोष की सीमांत लागत आधारित ब्याज दर (एमसीएलआर) को 0.15 फीसदी घटा दिया है. इसके अलावा, देश के इस सबसे बड़े बैंक ने वरिष्ठ नागरिकों के लिए एक विशेष जमा योजना की भी शुरुआत की है. इसमें वरिष्ठ नागरिकों को अधिक ब्याज मिलेगा. एसबीआई ने बयान में कहा कि ब्याज दरों में गिरावट के मौजूदा दौर में वरिष्ठ नागरिकों के हितों को ध्यान में रखते हुए बैंक ने उनके लिए नया उत्पाद ‘एसबीआई वीकेयर डिपॉजिट’ पेश किया है. बैंक ने यह योजना खुदरा मियादी जमा खंड शुरू की है.

बैंक कर इस नयी जमा योजना के तहत वरिष्ठ नागरिकों को पांच साल और उससे अधिक की अवधि की खुदरा मियादी जमा पर 0.30 फीसदी अतिरिक्त प्रीमियम दिया जाएगा. योजना 30 सितंबर तक लागू रहेगी. हालांकि, एसबीआई ने खुदरा मियादी ‘तीन साल तक की’ जमा पर ब्याज दर में 0.20 फीसदी की कटौती की है. बैंक ने कहा है कि प्रणाली और उसके पास पर्याप्त तरलता की वजह से उसने यह कदम उठाया है. यह कटौती 12 मई से लागू होगी.

ऋण दरों में संशोधन पर बैंक ने कहा कि उसने कोष की सीमान्त लागत आधारित ऋण दर (एमसीएलआर) को 7.40 फीसदी से घटाकर 7.25 फीसदी कर दिया है. यह कटौती 10 मई से प्रभावी होगी. बैंक ने कहा कि इससे एमसीएलआर से जुड़े 30 साल के 25 लाख रुपये के आवास ऋण पर मासिक किस्त (ईएमआई) में करीब 255 रुपये की कमी आएगी. बैंक द्वारा यह एमसीएलआर में लगातार 12वीं बार कटौती की गयी है.

Also Read: बैंक लोन लेने वालों के लिए खुशखबरी, एसबीआई के बाद इस बैंक ने भी घटायी ब्याज दर

एसबीआई की ओर से ब्याज दरों में कटौती करने के पहले सार्वजनिक क्षेत्र के इंडियन ओवरसीज बैंक (आईओबी) और बैंक ऑफ महाराष्ट्र (बीओएम) ने अपने कोष की सीमांत लागत आधारित ब्याज दर (एमसीएलआर) में कटौती की घोषणा की. आईओबी ने शेयर बाजार को भेजी नियामकीय सूचना में कहा है कि हमारे बैंक ने 10 मई 2020 से एमसीएलआर को अगली समीक्षा होने तक संशोधित किया है. चेन्नई मुख्यालय वाले इस बैंक ने कहा है कि एक साल की अवधि के कोष की सीमांत लागत आधारित कर्ज की ब्याज दर को 0.10 फीसदी घटाकर 8.15 फीसदी कर दिया गया है. घटी दर 10 मई से लागू होगी. एक साल की अवधि की एमसीएलआर दर ही व्यक्तिगत, कार और आवास ऋण जैसे कर्ज के लिए प्रमुख आधार दर होती है.

आईओबी ने बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज को भेजी सूचना में बैंक ने कहा है कि तीन महीने की अवधि के लिए ब्याज दर को मौजूदा 8.10 फीसदी से घटाकर 8.05 फीसदी और छह महीने की अवधि पर ब्याज दर को मौजूदा 8.15 से घटाकर 8.10 फीसदी कर दिया जाएगा. बैंक ने कहा है कि एक वर्ष की अवधि के कर्ज पर ब्याज दर 8.25 फीसदी से घटाकर 8.15 फीसदी और दो साल की अवधि के लिए इसे 8.30 फीसदी से घटाकर 8.20 फीसदी किया जायेगा.

वहीं, पुणे स्थित बैंक ऑफ महाराष्ट्र ने एक साल की अवधि की एमसीएलआर आधारित व्याज दर को 0.10 फीसदी घटाकर 7.90 फीसदी कर दिया. बैंक ने शेयर बाजारों को भेजी सूचना में कहा है कि रिजर्व बैंक के दिशानिर्देशों के तहत बैंक ने अपनी ब्याज दरों की समीक्षा की है, जिसके बाद बैंक ने सात मई से अपनी एमसीएलआर दर को कम करने का फैसला किया है. बैंक ऑफ महाराष्ट्र ने कहा है कि एक दिन से लेकर छह महीने की अवधि के कर्ज पर एमसीएलआर दर 7.40 से लेकर 7.70 फीसदी तक होगी. इसके विपरीत, सार्वजनिक क्षेत्र के एक अन्य बैंक केनरा बैंक ने अपनी एमसीएलआर दर को अपरिवर्तित रखा है. बैंक की एक साल की एमसीएलआर दर 7.85 फीसदी पर यथावत रखी गयी है.

Disclaimer: शेयर बाजार से संबंधित किसी भी खरीद-बिक्री के लिए प्रभात खबर कोई सुझाव नहीं देता. हम बाजार से जुड़े विश्लेषण मार्केट एक्सपर्ट्स और ब्रोकिंग कंपनियों के हवाले से प्रकाशित करते हैं. लेकिन प्रमाणित विशेषज्ञों से परामर्श के बाद ही बाजार से जुड़े निर्णय करें.

Next Article

Exit mobile version