नयी दिल्ली : देश के सबसे बड़े बैंक एसबीआई का एकल आधार पर शुद्ध लाभ 2019-20 की मार्च तिमाही में चार गुना उछलकर 3,580.81 करोड़ रुपये रहा. एसबीआई ने शुक्रवार को शेयर बाजार को दी सूचना में कहा कि इससे पूर्व वित्त वर्ष 2018-19 की इसी तिमाही में उसे 838.4 करोड़ रुपये का लाभ हुआ था. बैंक की कुल आय 31 मार्च 2020 को समाप्त तिमाही में 76,027.51 करोड़ रुपये रही, जो एक साल पहले 2018-19 की इसी तिमाही में 75,670.5 करोड़ रुपये थी.
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बैंक का सकल एनपीए (गैर-निष्पादित परिसपंत्ति) पिछले वित्त वर्ष 2019-20 की चौथी तिमाही में सुधरकर कुल कर्ज का 6.15 फीसदी रहा, जो 2018-19 की इसी तिमाही में 7.53 फीसदी था. एसबीआई का शुद्ध एनपीए आलोच्य तिमाही में 2.23 फीसदी रहा, जो एक साल पहले 2018-19 की इसी तिमाही में 3.01 फीसदी था.
इस चौथी तिमाही के दौरान निवल लाभ में बैंक के सहायक एसबीआई कार्ड और भुगतान सेवाओं में निवेश के कुछ हिस्से की बिक्री से प्राप्त होने वाले 2,731.34 करोड़ रुपये के राजस्व शामिल थे. वहीं, मार्च 2020 में समाप्त तिमाही में शुद्ध ब्याज आय 0.8 फीसदी घटकर 22,766 करोड़ रुपये पर आ गयी, जो सालाना आधार पर मध्यम ऋण में 6.4 फीसदी वृद्धि के कारण थी.
गौरतलब है कि एसबीआई का शुद्ध लाभ वित्त वर्ष 2019-20 की अक्टूबर-दिसंबर की तिमाही में एक साल पहले की इसी अवधि से 41 फीसदी बढ़कर 6,797.25 करोड़ रुपये हो रहा था. इसकी बड़ी वजह बैंक के फंसे कर्जों के लिए नुकसान का प्रावधान रहा. एक साल पहले इसी अवधि में उसे 4,823.29 करोड़ रुपये का एकीकृत शुद्ध लाभ हुआ था. स्टेट बैंक ने शेयर बाजारों को बताया कि तीसरी तिमाही में उसकी एकीकृत आय बढ़कर 95,384.28 करोड़ रुपये रही, जो 2018-19 की इसी तिमाही में 84,390.14 करोड़ रुपये थी.
1 दिसंबर, 2019 तक बैंक की सकल गैर-निष्पादित परिसंपत्तियां (एनपीए) गिरकर 6.94 फीसदी हो गयी थी. एक साल पहले इसी अवधि में यह आंकड़ा 8.71 फीसदी पर था. इस दौरान, शुद्ध एनपीए भी 3.95 फीसदी से गिरकर 2.65 फीसदी पर आ गया. एकल आधार पर बैंक का शुद्ध लाभ चालू वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही में 41.2 फीसदी बढ़कर 5,583.36 करोड़ रुपये रहा. 2018-19 की अक्टूबर-दिसंबर तिमाही में उसे 3,954.81 करोड़ रुपये का एकल शुद्ध लाभ हुआ था.
Posted By : Vishwat Sen
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