26.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

SBI के रिसर्च में बड़ा दावा, भारत 2027 तक बन जाएगा तीसरी बड़ी अर्थव्यवस्था वाला देश, जानें डिटेल

Indian Economy: SBI के अर्थशास्त्रियों ने अपनी रिपोर्ट में कहा कि देश ने 2014 के बाद से जिस रास्ते को चुना है, उससे पता चलता है कि भारत मार्च 2023 के वास्तविक जीडीपी आंकड़े के आधार पर 2027 (वित्त वर्ष 2027-28) तक दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था होगा.

Indian Economy: भारतीय की तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था पर पूरी दुनिया नजर टिकाये खड़ी है. एक तरफ IMF ने भारत की अर्थव्यवस्था पर भरोसा जताते हुए देश के वृद्धि दर में अप्रैल के मुकाबले जुलाई में 0.2 प्रतिशत की वृद्धि की है. वहीं, वर्ल्ड बैंक के प्रमुख अजय बंगा ने भी भारत की तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था की सराहना की थी और चीन प्लस वन रणनीति को लेकर गंभीर सलाह दिये थे. इस बीच, भारत की सबसे बड़ी बैंक स्टेट बैंक ऑफ इंडिया ने रिसर्च में दावा किया है कि भारत 2027 तक दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन जाएगा. एसबीआई के अर्थशास्त्रियों ने जो पहले अनुमान जताए था उससे ये अवधि दो साल कम है. यह रिपोर्ट प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के उस संबोधन के एक दिन बाद आई है जिसमें उन्होंने भरोसा जताया कि भारतीय जनता पार्टी की अगुवाई वाली राजग सरकार के तीसरे कार्यकाल में देश दुनिया की तीसरी बड़ी अर्थव्यवस्था बन जाएगा.

6.5 रहेगी भारत की जीडीपी

एसबीआई के अर्थशास्त्रियों ने कहा कि भारत के सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) की वृद्धि दर (स्थिर मूल्य पर) 2023-24 में 6.5 प्रतिशत रहेगी. अर्थशास्त्रियों ने अपनी रिपोर्ट में कहा कि देश ने 2014 के बाद से जिस रास्ते को चुना है, उससे पता चलता है कि भारत मार्च 2023 के वास्तविक जीडीपी आंकड़े के आधार पर 2027 (वित्त वर्ष 2027-28) तक दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था होगा. वर्ष 2014 से तुलना की जाए तो उस समय भारतीय अर्थव्यवस्था 10वें स्थान पर थी. इस लिहाज से इसमें सात स्थानों का सुधार होगा. रिपोर्ट के मुताबिक, भारत को यह मुकाम पिछले अनुमान के मुकाबले दो साल पहले ही प्राप्त होने की संभावना है. पिछले अनुमान में भारत के 2029 में तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने की संभावना जतायी गयी थी. फिलहाल भारत दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है.

Also Read: Stock Market: भारतीय बाजार में तेजी जारी, सेंसेक्स शुरुआती कारोबार में 189 अंक चढ़ा, Cipla के शेयर 9.5 तक उछले

अर्थव्यवस्था सतत रूप से एक ‘आदर्श स्थिति’ में: रिपोर्ट

रिपोर्ट में दावा किया गया है कि वित्त वर्ष 2023-24 की पहली तिमाही में जीडीपी वृद्धि दर 8.1 प्रतिशत रहेगी. इससे कुल मिलाकर वृद्धि दर 6.5 प्रतिशत से ऊपर जा सकती है. देश के लिये 6.5 से 7.0 प्रतिशत वृद्धि दर हासिल करना अब नया चलन बन गया है. भारतीय रिजर्व बैंक का अनुमान है कि वास्तविक जीडीपी वृद्धि दर 6.5 प्रतिशत रहेगी. एसबीआई अर्थशास्त्रियों ने कहा कि अर्थव्यवस्था सतत रूप से एक ‘आदर्श स्थिति’ में है और तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनना भारत के लिये किसी भी मानदंड से एक उल्लेखनीय उपलब्धि होगी. रिपोर्ट के अनुसार 2022-27 के दौरान अर्थव्यवस्था के आकार में 1,800 अरब डॉलर की वृद्धि आस्ट्रेलियाई अर्थव्यवस्था के मौजूदा आकार से ज्यादा की होगी.

Also Read: PM Kisan Yojana: पीएम मोदी ने आज जारी की 14वीं किस्त, आपको नहीं मिला पैसा तो जानें कैसे दूर होगी परेशानी

‘2027 में वैश्विक जीडीपी में भारत का हिस्सा 4 प्रतिशत होगा’

अर्थशास्त्रियों ने लिखा है कि वैश्विक जीडीपी में भारत की हिस्सेदारी 2027 तक चार प्रतिशत होगी और इस दौरान अर्थव्यवस्था का आकार हर दो साल में 750 अरब डॉलर बढ़ेगा. रिपोर्ट के अनुसार इस रफ्तार से जीडीपी में वृद्धि से भारत 2047 में जब अपनी आजादी के सौ साल मना रहा होगा, तब अर्थव्यवस्था 20,000 अरब डॉलर तक पहुंच जाएगी. मौजूदा मूल्य पर जीडीपी वृद्धि दर 11-11.5 प्रतिशत तथा वास्तविक जीडीपी वृद्धि दर 6.5 से 7 प्रतिशत सालाना रहने से भारत की संचयी वृद्धि दर 8.4 प्रतिशत होगी और वृद्धि की यह रफ्तार संभव है. रिपोर्ट कहती है कि राज्यों में महाराष्ट्र और उत्तर प्रदेश का जीएसडीपी (सकल राज्य घरेलू उत्पाद) वर्ष 2027 तक 500 अरब डॉलर के आंकड़े को पार कर जाएगा.

(इनपुट-भाषा)

Also Read: Make In India: अब भारत में बनेगी सैमसंग की ग्लैक्सी फोल्ड 5 और फ्लिप 5 फोन, कंपनी नोएडा में लगाएगी कारखाना

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें