MSME को भी मिलेगा PLI योजना का लाभ, ने की सिफारिश
एसबीआई रिसर्च, MSME के लिए एक अलग PLI योजना की सिफारिश की. एमएसएमई क्षेत्र, जो भारतीय अर्थव्यवस्था का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है, उसे सुदृढ़ करने के लिए यह सिफारिश की गई है.
भारतीय स्टेट बैंक (SBI) की शोध इकाई एसबीआई रिसर्च ने सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यमों (MSME) के लिए एक अलग प्रोडक्शन लिंक्ड इंसेंटिव (PLI) योजना की सिफारिश की है. एसबीआई रिसर्च का मानना है कि एमएसएमई क्षेत्र, जो भारतीय अर्थव्यवस्था का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है, उसे और सुदृढ़ करने के लिए विशेष प्रोत्साहन की आवश्यकता है.
क्या है SBI की रिपोर्ट
एसबीआई रिसर्च की रिपोर्ट के अनुसार, जनवरी 2024 तक PLI योजना के तहद लगभग 14 क्षेत्रों में 746 आवेदन को मंजुरी दि गई. जिससे 3 लाख करोड़ रुपये से अधिक का निवेश होने कि उम्मीद है. वहीं इनमें लगभग 176 आवेदन MSME से है. वर्तमान PLI योजनाएं मुख्य रूप से बड़े उद्योगों पर केंद्रित हैं, जिससे MSME को इनसे लाभ नही मिल पा रहा है. MSME क्षेत्र के विकास के लिए अलग पीएलआई योजना का सुझाव दिया गया है, जिससें इन उद्यमों की विशेष आवश्यकताओं और चुनौतियों को ध्यान में रखा जा सकेगा. रिपोर्ट में यह भी उल्लेख किया गया है कि एमएसएमई को वित्तीय सहायता, तकनीकी उन्नयन और निर्यात प्रोत्साहन के लिए विशेष प्रोत्साहन की आवश्यकता है. ,एसबीआई रिसर्च का मानना है की एमएसएमई के लिए अलग पीएलआई योजना से उन्हें उन विशेष चुनौतियों से निपटने में मदद मिलेगी, जिनका सामना वे वर्तमान में कर रहे हैं। इससे न केवल एमएसएमई को लाभ होगा, बल्कि भारतीय अर्थव्यवस्था को भी मजबूती मिलेगी.
PLI योजना क्या है
PLI योजना का उद्देश्य विभिन्न क्षेत्रों में उत्पादन बढ़ाने के लिए कंपनियों को प्रोत्साहित करना है. यह योजना उन कंपनियों को वित्तीय प्रोत्साहन देती है जो घरेलू विनिर्माण में वृद्धि करते हैं और निर्यात को बढ़ावा देते हैं. योजना के तहत, कंपनियों को उनके अतिरिक्त उत्पादन के प्रतिशत के आधार पर प्रोत्साहन दिया जाता है. बता दे की PLI योजना की शुरुआत मार्च 2020 में हुई थी. इसे पहली बार मोबाइल और इलेक्ट्रॉनिक्स क्षेत्र में लागू किया गया था. इसके बाद, कई अन्य महत्वपूर्ण क्षेत्रों में इसका विस्तार हुआ, जिसमें फार्मास्यूटिकल्स, ऑटोमोबाइल, टेक्सटाइल, और खाद्य प्रसंस्करण, शामिल हैं.
PLI योजना से क्या होगा लाभ
एमएसएमई क्षेत्र राष्ट्रीय जीडीपी में महत्वपूर्ण योगदान देता है. इस नई पीएलआई योजना से इस क्षेत्र की प्रतिस्पर्धात्मकता बढ़ेगी, जिससे आर्थिक विकास को भी बढ़ावा मिलेगा. एमएसएमई क्षेत्र में वृद्धि से रोजगार के नए अवसर पैदा होंगे. इससे नए व्यवसाय शुरू करने और मौजूदा व्यवसायों का विस्तार करने के लिए प्रोत्साहन मिलेगा, जिससे अधिक लोगों को रोजगार मिलेगा.
एमएसएमई को नए तकनीक अपनाने और उत्पादन प्रक्रिया को सुधारनें के लिए प्रोत्साहित किया जा सकेगा. इससे उनकी उत्पादकता और गुणवत्ता में सुधार होगा, जिससे वह बड़े उद्योगों के साथ प्रतिस्पर्धा कर सकेंगे. नई पीएलआई योजना के तहत एमएसएमई को आवश्यक वित्तीय संसाधन प्राप्त होंगे, जिससे वे अपने व्यवसाय का विस्तार कर सकेंगे और उत्पादन क्षमताओं को बढ़ा सकेंगेइस योजना के तहत एमएसएमई को अपने उत्पादों का निर्यात बढ़ाने में मदद मिलेगी. निर्यात के लिए आवश्यक सुविधाएं और समर्थन उपलब्ध कराया जाएगा, जिससे वे अंतरराष्ट्रीय बाजार में अपने उत्पादों को बेहतर तरीके से पेश कर सकेंगे.
Disclaimer: शेयर बाजार से संबंधित किसी भी खरीद-बिक्री के लिए प्रभात खबर कोई सुझाव नहीं देता. हम बाजार से जुड़े विश्लेषण मार्केट एक्सपर्ट्स और ब्रोकिंग कंपनियों के हवाले से प्रकाशित करते हैं. लेकिन प्रमाणित विशेषज्ञों से परामर्श के बाद ही बाजार से जुड़े निर्णय करें.