SBI के खाताधारकों के लिए खुशखबरी, ग्राहकों पर लगने वाले ये शुल्क हुए खत्म, जानें डिटेल्स
sbi , State Bank of India : यदि आप देश के सबसे बड़े सरकारी बैंक भारतीय स्टेट बैंक (SBI) के ग्राहक हैं तो यह खबर आपके लिए खास है. जी हां…एसबीआई ने अपने खाताधारकों को बड़ी राहत देने का काम किया है. बैंक ने ग्राहकों से वसूले जाने वाले कुछ चार्ज खत्म कर दिए हैं जिससे ग्राहकों को बहुत राहत मिलेगी.
यदि आप देश के सबसे बड़े सरकारी बैंक भारतीय स्टेट बैंक (SBI) के ग्राहक हैं तो यह खबर आपके लिए खास है. जी हां…एसबीआई ने अपने खाताधारकों को बड़ी राहत देने का काम किया है. बैंक ने ग्राहकों से वसूले जाने वाले कुछ चार्ज खत्म कर दिए हैं जिससे ग्राहकों को बहुत राहत मिलेगी.
एसबीआई ने एसएमएस अलर्ट और न्यूनतम बैलेंस के चार्ज को भी समाप्त कर दिया है. बैंक के इस कदम से एसबीआई के 44 करोड़ से अधिक बचत खाताधारकों को ये सुविधा मिलेगी. अब ग्राहकों से एसएमएस अलर्ट और न्यूनतम बैलेंस के नाम पर बैंक कोई चार्ज नहीं वसूलेगा. यह सेवा मुफ्त हो गई है.
बैंक ने ग्राहकों से यह भी अपील की है कि अनावश्यक एप्स से छुटकारा पाएं और #YONOSBI डाउनलोड करें. बैंक ने आगे जानकारी दी है कि ग्राहक के खाते से रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर पर बैकिंग सर्विस मैसेज के लिए लगने वाले चार्ज को खत्म कर दिया गया है. अब इसके लिए ग्राहक को कोई चार्ज नहीं पडेगा. यही नहीं अब न्यूनतम बैलेंस रखना भी अनिवार्य नहीं है.
Good news for SBI Savings Account holders! Now you don't have to pay charges for SMS service and non-maintenance of monthly average balance. #SavingsAccount #SMSCharges #MAB #SBI #StateBankOfIndia pic.twitter.com/v3IcqzcsUh
— State Bank of India (@TheOfficialSBI) August 18, 2020
पहले न्यूनतम बैलेंस : पहले की बात करें तो एसबीआई में खाताधारकों को 3,000 रुपये मिनिमम बैलेंस के रूप में रखना अनिवार्य था. यदि यह 50 फीसदी से कम यानी 1,500 रुपये हो जाता है, तो ग्राहक से शुल्क के रूप में 10 रुपये और जीएसटी वसूला जाता था. वहीं यदि खाते में बैलेंस 75 फीसदी से कम हो जाता तो ग्राहक से शुल्क के रूप में 15 रुपये और जीएसटी बैंक वसूलता था.
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एटीएम से निकासी के बारे में जानें : आपको बता दें कि एसबीआई ने अपने एटीएम से निकासी नियमों में बदलाव किया है जो आपके संज्ञान में होना जरूरी है. क्योंकि आजकल बहुत से लोग एटीएम का लगभग हर रोज इस्तेमाल करते हैं. नए नियमों की बात करें तो इसके तहत खाते में ज्यादा राशि नहीं होने पर यदि एटीएम से निकासी फेल हो जाती है तो बैंक ग्राहकों से 20 रुपये जुर्माने के साथ जीएसटी का भुगतान करने को कहता है.
एटीएम की मुफ्त सेवा : एसबीआई की मानें तो, 1 जुलाई, 2020 से बदले नियमों के तहत एटीएम से निकासी की सुविधा सीमित करने का काम बैंक ने किया है. मेट्रो शहरों में रहने वाले एसबीआई के नियमित बचत खाताधारक एक महीने में एटीएम से आठ बार ही मुफ्त सेवा का लाभ उठा सकते हैं. इनमें पांच बार एसबीआई एटीएम और तीन बार किसी अन्य बैंक के एटीएम से निकासी को बैंक ने मुफ्त सेवा में शामिल किया है. मुफ्त निकासी की सीमा पार करने पर ग्राहकों से प्रत्येक निकासी पर बैंक शुल्क वसूलता है.
Posted By : Amitabh Kumar
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