SBI: सार्वजनिक क्षेत्र का सबसे बड़ा सरकारी बैंक एसबीआई चालू वित्त वर्ष में बांड के जरिए भारतीय और विदेशी बाजारों से 50000 करोड़ रुपये जुटाएगा. भारतीय स्टेट बैंक के बोर्ड ने फंड जुटाने के प्रस्ताव को आज यानी शुक्रवार को अपनी मंजूरी दे दी है. निदेशक मंडल ने बांड जारी कर रुपये या किसी अन्य परिवर्तनीय मुद्रा में धन जुटाने की मंजूरी दी है. गौरतलब है कि एसबीआई का एकीकृत शुद्ध लाभ मार्च तिमाही में करीब 90 फीसदी इजाफे के साथ 18094 करोड़ रुपये था.
सरकार की मंजूरी के अधीन
भारतीय स्टेट बैंक लंबी अवधि के बॉन्ड्स, बेसेल-3 कम्प्लाइंट एडिशनल टियर-1 बॉन्ड या बेसेल-3 कम्प्लाइंट टियर-2 बॉन्ड्स शामिल कर फंड जुटाने की कोशिश कर रही है. बता दें, स्टेट बैंक को वित्त वर्ष 2023-24 के दौरान भारतीय या विदेशी निवेशकों को प्राइवेट प्लेसमेंट के जरिए बॉन्ड जारी करने की अनुमति मिल गई है. हालांकि, यह सरकार की मंजूरी के अधीन होगा. एसबीआई की ओर से शेयर बाजार को बताया गया है कि इसको लेकर बैंक के केंद्रीय निदेशक मंडल ने मंजूरी दी है.
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क्या है एसबीआई की आगे की योजना
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, एसबीआई बोर्ड ने बैंक को 715 के लक्ष्य के साथ निवेश करने की सलाह दी है. एसबीआई का स्टॉक फिलहाल 575 के स्तर पर है. ऐसे में एसबीआई ने स्टॉक में 24 फीसदी की बढ़त का अनुमान जताया है. गौरतलब है कि मार्च तिमाही में बैंक का परफॉर्मेंस काफी बेहतर रहा है.
भाषा इनपुट के साथ
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