ऑटो कंपनियों के शेयरों से रॉकेट बन गया सेंसेक्स, 80,351.64 के रिकॉर्ड हाई पर बंद
Share Market: बीएसई सेंसेक्स में ऑटो सेक्टर की कंपनियों में मारुति सुजुकी के शेयर सबसे अधिक फायदे में रहे. कारोबार के आखिर में मारुति सुजुकी इंडिया के शेयर 6.60 प्रति या 794.20 रुपये की बढ़त के साथ 12,820 रुपये प्रति शेयर के स्तर पर पहुंच गए.
Share Market: ऑटो कंपनियों के शेयरों की मजबूती से मंगलवार 9 जुलाई 2024 को बंबई स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) का प्रमुख संवेदी सूचकांक सेंसेक्स रॉकेट की रफ्तार से नई ऊंचाई 80,000 के पार पहुंच गया. कारोबार के आखिर में बीएसई सेंसेक्स करीब 391.26 अंक या 0.49 प्रतिशत की बढ़त के साथ 80,351.64 के रिकॉर्ड हाई लेवल पर बंद हुआ. वहीं, नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का निफ्टी भी 112.65 अंक या 0.46 प्रतिशत चढ़कर 24,433.20 के नए शिखर पर पहुंच गया.
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सबसे अधिक फायदे में रहा मारुति सुजुकी का शेयर
बीएसई सेंसेक्स में ऑटो सेक्टर की कंपनियों में मारुति सुजुकी के शेयर सबसे अधिक फायदे में रहे. कारोबार के आखिर में मारुति सुजुकी इंडिया के शेयर 6.60 प्रति या 794.20 रुपये की बढ़त के साथ 12,820 रुपये प्रति शेयर के स्तर पर पहुंच गए. इसके अलावा, ऑटो सेक्टर के जिन शेयरों में जोरदार तेजी देखी गई, उनमें महिंद्रा एंड महिंद्रा, टाटा मोटर्स, एमआरएफ, टीवीएस मोटर, अपोलो टायर्स, हीरो मोटोकॉर्प, अशोक लेलैंड और आयशर मोटर्स शामिल हैं. इसके अलावा, अन्य जिन कंपनियों के शेयर में मजबूत रहे, उनमें अरबिंदो फार्मा, आईटीसी, अल्केम लैब, टाइटन कंपनी, सनफार्मा, ब्रिटानिया, डाबर इंडिया, वोडाफोन आइडिया, सिप्ला, टाटा पावर, मुथूट फाइनेंस, आईसीआईसीआई बैंक, पंजाब नेशनल बैंक, एसबीआई आदि शामिल हैं.
नुकसान में रहे ये शेयर
घरेलू शेयर बाजार के कारोबार में जिन कंपनियों के शेयर में नरमी देखी गई, उनमें बंधन बैंक, आईआरसीटीसी, हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स, एलआईसी फाइनेंस, गोदरेज प्रॉपर्टीज, नाल्को, बाटा इंडिया, एलएंडटी फाइनेंस, अंबुजा सीमेंट्स, एसबीआई, आईडीएफसी फर्स्ट बैंक आदि शामिल हैं.
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जापान का निक्केई 225 नए 41,580.17 अंक पर बंद
जापान का सूचकांक निक्केई 225 मंगलवार को दो प्रतिशत की बढ़त के साथ 41,580.17 अंक के नए रिकॉर्ड स्तर पर बंद हुआ. निक्केई 225 पिछले सप्ताह भी रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंचा था. विदेशी और घरेलू दोनों निवेशकों ने हाल के महीनों में जापानी बाजार में भारी निवेश किया है, भले ही अर्थव्यवस्था धीमी हो गई है. जापानी मुद्रा येन के सस्ता होने और डॉलर के मुकाबले 34 साल के निचले स्तर पर कारोबार करने के बाद निवेशकों ने जापानी बाजार का रुख किया. कमजोर येन की वजह से निर्यातकों का मुनाफा बढ़ जाता है.
शंघाई कंपोजिट और कॉस्पी भी फायदे में
दूसरे एशियाई बाजारों में चीन का शंघाई कम्पोजिट, दक्षिण कोरिया का कॉस्पी और जापान का निक्की फायदे में रहे. हालांकि, हांगकांग का हैंगसेंग नुकसान के साथ बंद हुआ. अमेरिकी बाजार सोमवार को सकारात्मक रुख के साथ बंद हुए थे. वैश्विक तेल मानक ब्रेंट क्रूड वायदा 0.03 प्रतिशत की गिरावट के साथ 85.72 अमेरिकी डॉलर प्रति बैरल पर कारोबार कर रहा था. भारतीय शेयर बाजार के आंकड़ों के मुताबिक, विदेशी संस्थागत निवेशक (एफआईआई) पूंजी बाजार में सोमवार को लिवाल रहे और शुद्ध रूप से 60.98 करोड़ रुपये की कीमत के शेयर खरीदे.
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