Share Market News: मुनाफावसूली से सेंसेक्स 566 अंक टूटकर 60,000 अंक से नीचे, निफ्टी भी 150 अंक गिरा
Share Market News: कारोबार के दौरान 666.66 अंक टूटकर 59,509.84 तक आ गया था. सेंसेक्स के 30 शेयरों में 20 नुकसान में रहे. NSE का निफ्टी भी 149.75 अंक यानी 0.83 प्रतिशत की गिरावट के साथ 17,807.65 अंक पर बंद हुआ.
मुंबई: घरेलू शेयर बाजारों में बुधवार को लगातार दूसरे दिन गिरावट रही और बीएसई सेंसेक्स (BSE Sensex) 566 अंक लुढ़क कर 60,000 अंक के स्तर से नीचे आ गया. वैश्विक स्तर पर कमजोर रुख के बीच बैंक और आईटी शेयरों में भारी बिकवाली से बाजार नीचे आया. तीस शेयरों पर आधारित सेंसेक्स 566.09 अंक यानी 0.94 प्रतिशत का गोता लगाकर 59,610.41 अंक पर बंद हुआ.
666.66 अंक तक टूट गया था कारोबार
कारोबार के दौरान एक समय यह 666.66 अंक टूटकर 59,509.84 तक आ गया था. सेंसेक्स के 30 शेयरों में से 20 नुकसान में रहे. नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी (NSE Nifty) भी 149.75 अंक यानी 0.83 प्रतिशत की गिरावट के साथ 17,807.65 अंक पर बंद हुआ.
आक्रामक तरीके से ब्याज बढ़ा सकता है अमेरिका
विश्लेषकों के अनुसार, ब्याज दर से संबंधित शेयरों में गिरावट रही. इसका कारण अमेरिकी फेडरल रिजर्व के गवर्नर एल ब्रेनार्ड की टिप्पणी है. उनकी टिप्पणी से इस आशंका को बल मिला है कि अमेरिकी केंद्रीय बैंक आक्रमक तरीके से ब्याज दर बढ़ायेगा. रूस पर पाबंदियां बढ़ाये जाने का भी प्रभाव पड़ा है.
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लगातार दूसरे दिन बाजार में गिरावट
रेलिगेयर ब्रोकिंग लिमिटेड के उपाध्यक्ष (शोध) अजित मिश्रा ने कहा, ‘बाजार में लगातार दूसरे दिन गिरावट रही. कमजोर वैश्विक रुख अैर अमेरिकी फेडरल रिजर्व के आक्रामक रुख तथा रूस पर और पाबंदियों की आशंका से निवेशकों की धारणा प्रभावित हुई.’
बाजार में रह सकता है उतार-चढ़ाव
जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा, ‘वैश्विक स्तर पर कमजोर रुख के बीच एचडीएफसी समूह के शेयरों में गिरावट तथा तिमाही परिणाम अच्छे नहीं रहने की आशंका से आईटी क्षेत्र के कमजोर प्रदर्शन से मुख्य सूचकांकों में नरमी रही. आरबीआई की मौद्रिक नीति की घोषणा से पहले बाजार में उतार-चढ़ाव रह सकता है.’
मौद्रिक नीति समिति की बैठक शुरू
रिजर्व बैंक की मौद्रिक नीति समिति की बैठक बुधवार को शुरू हुई. बैठक में किये गये निर्णय की घोषणा आठ अप्रैल को की जायेगी. फेडरल रिजर्व के गवर्नर ने कहा कि केंद्रीय बैंक मार्च के बाद फिर से ब्याज दर बढ़ाने को तैयार है और मई बैठक में बांड में कमी किये जाने के बारे में निर्णय कर सकता है. सेंसेक्स के तीस शेयरों में एचडीएफसी बैंक सर्वाधिक 3.51 प्रतिशत नीचे आया. एचडीएफसी लिमिटेड 3.26 प्रतिशत नुकसान में रहा.
इन कंपनियों के शेयर गिरे
इसके अलावा एचसीएल टेक 2.07 प्रतिश्त, टेक महिंद्रा 1.97 प्रतिशत, इंफोसिस 1.75 प्रतिशत और टीसीएस 1.52 प्रतिशत नीचे आये. बैंकों में कोटक बैंक, एक्सिस बैंक और इंडसइंड बैंक नुकसान में रहे. इसके अलावा रिलायंस इंडस्ट्रीज, महिंद्रा एंड महिंद्रा, डॉ रेड्डीज, विप्रो, बजाज फाइनेंस और टाइटन में भी गिरावट रही.
ये कंपनियां बढ़त में रहीं
दूसरी तरफ, एनटीपीसी (2.61 प्रतिशत), टाटा स्टील (1.94 प्रतिशत), पावरग्रिड (1.52 प्रतिशत) और भारती एयरटेल (1.17 प्रतिशत) लाभ में रहे. नेस्ले, लार्सन एंड टुब्रो, एसबीआई और एशियन पेंट्स बढ़त में रहे. रिलायंस सिक्योरिटीज के शोध प्रमुख मितुल शाह ने कहा, ‘अमेरिकी शेयर बाजार में मंगलवार की गिरावट का असर घरेलू बाजार पर पड़ा. निवेशकों को आशंका है कि फेडरल रिजर्व ब्याज दर में अच्छी-खासी वृद्धि कर सकता है.’
हांगकांग और जापान के बाजार भी नुकसान में
एशिया के अन्य बाजारों में हांगकांग का हैंगसेंग, जापान का निक्की और दक्षिण कोरिया का कॉस्पी नुकसान में रहे, जबकि चीन का शंघाई कंपोजिट लाभ में रहा. इस बीच, अंतरराष्ट्रीय तेल मानक ब्रेंट क्रूड 0.93 प्रतिशत की बढ़त के साथ 107.6 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया. शेयर बाजार के आंकड़ों के अनुसार, विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों ने मंगलवार को 374.89 करोड़ रुपये मूल्य के शेयर खरीदे.
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