Share Market: मुनाफावसूली के चलते औंधे मुंह गिरा शेयर बाजार, निवेशकों के डूबे 2.72 लाख करोड़

Share Market Closing Bell: मार्केट कैपिटलाइजेशन में 2.72 लाख करोड़ रुपये की कमी आई है. आईटी, ऑटो, फार्मा, मेटल्स, हेल्थकेयर, ऑयल एंड गैस और कंज्यूमर ड्यूरेबल्स सेक्टर के स्टॉक्स गिरावट के साथ बंद हुए.

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 8, 2024 4:17 PM
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Share Market Closing Bell: भारतीय शेयर बाजार हफ्ते के पहले कारोबारी दिन एक बार फिर से मुनाफावसूली की भेंट चढ़ गया. इस गिरावट की मार बैंकिंग, एफएमसीजी और मिडकैप स्टॉक को झेलनी पड़ी. क्लोजिंग बेल तक सेंसेक्स 670.93 अंक टूटकर 71,355.22 अंक पर और निफ्टर 197.80 अंक के नुकसान के साथ 21,513 अंक पर था. कारोबार के दौरान एक समय सेंसेक्स 725.11 अंक तक लुढ़क गया था. मार्केट कैपिटलाइजेशन में 2.72 लाख करोड़ रुपये की कमी आई है. आईटी, ऑटो, फार्मा, मेटल्स, हेल्थकेयर, ऑयल एंड गैस और कंज्यूमर ड्यूरेबल्स सेक्टर के स्टॉक्स गिरावट के साथ बंद हुए. वैश्विक बाजारों में कमजोर रुख के बीच निवेशकों की बैंक, धातु तथा दैनिक उपयोग का सामान बनाने वाली कंपनियों के शेयरों में बिकवाली से पिछले दो कारोबारी सत्रों से जारी तेजी पर विराम लगा.

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एचडीएफसी सिक्योरिटीज के खुदरा शोध प्रमुख दीपक जसानी ने कहा कि निफ्टी में दो दिन से जारी तेजी पर आज विराम लगा. हालांकि, शुरुआत बढ़त के साथ हुई, लेकिन तेजी कायम नहीं रह पायी. अमेरिका में नौकरी के बेहतर आंकड़ों के साथ नीतिगत दर में कटौती की उम्मीद कम होने के बीच मुद्रास्फीति और अन्य आर्थिक आंकड़ें आने से पहले वैश्विक शेयर बाजारों में सोमवार को गिरावट रही. कंपनियों के तिमाही नतीजे आने से पहले घरेलू शेयर बाजारों में गिरावट आई. शेयरों के उच्च मूल्यांकन को सही ठहराने को कंपनियों का परिणाम बेहतर होना जरूरी है.

सेंसेक्स की कंपनियों में भारतीय स्टेट बैंक, आईटीसी, नेस्ले, एशियन पेंट्स, टेक महिंद्रा, महिंद्रा एंड महिंद्रा, टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज और हिंदुस्तान यूनिलीवर प्रमुख रूप से नुकसान में रहीं. दूसरी तरफ लाभ में रहने वाले शेयरों में एचसीएल टेक्नोलॉजीज, पावर ग्रिड, सन फार्मा, एनटीपीसी, बजाज फाइनेंस और टाइटन शामिल हैं. अधिक शेयरों का प्रतिनिधित्व करने वाला बीएसई मिडकैप 0.87 प्रतिशत नीचे आया और स्मॉलकैप 0.36 प्रतिशत कमजोर रहा. जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा कि बाजार में चौतरफा बिकवाली हुई. इसका कारण अमेरिका में नौकरी के बेहतर आंकड़ों से नीतिगत दर में कटौती की उम्मीद कम हुई है. इसके साथ अमेरिका में 10 साल की अवधि वाले बॉन्ड का प्रतिफल बढ़ा है. निकट भविष्य में निवेशकों का रुख बहुत हद तक कंपनियों के वित्तीय नतीजों पर निर्भर करेगा. एशियाई बाजारों में दक्षिण कोरिया का कॉस्पी, चीन का शंघाई कम्पोजिट और हांगकांग का हैंगसेंग नुकसान में रहे. जापान का बाजार आज अवकाश के कारण बंद रहा.

यूरोप के प्रमुख बाजारों में शुरुआती कारोबार में गिरावट का रुख रहा. अमेरिकी बाजार शुक्रवार को मामूली बढ़त के साथ बंद हुए थे. वैश्विक तेल मानक ब्रेंट क्रूड 1.21 प्रतिशत की गिरावट के साथ 77.81 डॉलर प्रति बैरल रहा. शेयर बाजार के आंकड़ों के अनुसार, विदेशी संस्थागत निवेशकों ने शुक्रवार को 1,696.86 करोड़ रुपये मूल्य के शेयर खरीदे. बीएसई सेंसेक्स शुक्रवार को 178.58 और एनएसई निफ्टी 52.20 अंक मजबूत हुआ था.

(भाषा इनपुट के साथ)

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