वैश्विक बाजारों में गिरावट से सेंसेक्स ने लगाया 872 अंक का गोता, निफ्टी 17,500 अंक से नीचे
वैश्विक वृद्धि को लेकर चिंता और केंद्रीय बैंकों के आक्रामक रुख को लेकर चिंता से दुनियाभर के शेयर बाजारों में गिरावट का असर घरेलू बाजार पर भी पड़ा.
घरेलू शेयर बाजारों में गिरावट का सिलसिला लगातार दूसरे कारोबारी सत्र में सोमवार को भी जारी रहा और बीएसई सेंसेक्स 872.28 अंक लुढ़क कर बंद हुआ. एनएसई निफ्टी भी 17,500 अंक से नीचे आ गया. वैश्विक वृद्धि को लेकर चिंता और केंद्रीय बैंकों के आक्रामक रुख को लेकर चिंता से दुनियाभर के शेयर बाजारों में गिरावट का असर घरेलू बाजार पर भी पड़ा.
तीस शेयरों पर आधारित बीएसई सेंसेक्स शुरुआती कारोबार में नुकसान में खुला और अंत में 872.28 अंक यानी 1.46 प्रतिशत लुढ़ककर 58,773.87 अंक पर बंद हुआ. नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी 267.75 अंक यानी 1.51 प्रतिशत की गिरावट के साथ 17,490.70 अंक पर बंद हुआ. आईटीसी और नेस्ले इंडिया को छोड़कर सेंसेक्स में शामिल सभी शेयर नुकसान में रहे. टाटा स्टील सबसे अधिक 4.50 प्रतिशत नीचे आया. इसके अलावा एशियन पेंट्स, विप्रो, सन फार्मा, लार्सन एंड टुब्रो,बजाज फाइनेंस, अल्ट्राटेक सीमेंट और बजाज फिनसर्व में भी गिरावट रही.
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मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज लिमिटेड के खुदरा शोध प्रमुख सिद्धार्थ खेमका ने कहा कि अमेरिकी फेडरल रिजर्व के चेयरमैन के नीतिगत दर को लेकर आक्रामक बयान के बाद डॉलर सूचकांक के मजबूत होने, चीन में संपत्ति बाजार में समस्या के बीच वैश्विक बाजारों में नरमी रही.
जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा कि अमेरिकी फेडरल रिजर्व के कड़ी मौद्रिक नीति रुख अपनाये जाने की आशंका और वैश्विक आर्थिक गतिविधियों में नरमी को लेकर चिंता से बाजार में गिरावट आयी. उन्होंने कहा कि डॉलर सूचकांक के बढ़ने और अमेरिका में 10 साल के बॉन्ड पर प्रतिफल बढ़ना बाजार के लिए निकट भविष्य में चुनौतियां हैं.
एशिया के अन्य बाजारों में दक्षिण कोरिया का कॉस्पी, जापान का निक्की और हांगकांग का हैंगसेंग नुकसान में रहे, जबकि चीन का शंघाई कंपोजिट लाभ में रहा. यूरोप के प्रमुख बाजारों में शुरुआती कारोबार में गिरावट का रुख रहा. अमेरिका में वॉल स्ट्रीट में शुक्रवार को नुकसान रहा था. इस बीच, अंतरराष्ट्रीय तेल मानक ब्रेंट क्रूड 0.95 प्रतिशत की गिरावट के साथ 95.80 डॉलर प्रति बैरल पर बंद हुआ. शेयर बाजार के आंकड़ों के अनुसार, विदेशी संस्थागत निवेशक शुद्ध लिवाल रहे. उन्होंने शुक्रवार को 1,110.90 करोड़ रुपये मूल्य के शेयर खरीदे.
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