बाजार खुलते ही सेंसेक्स ने लगाया गोता, निफ्टी भी धड़ाम

Stock Market: जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के विनोद नायर का कहना है कि मंगलवार को सकारात्मक वैश्विक संकेतों के बाद भी घरेलू बाजार में गिरावट का दौर जारी रहा.

By KumarVishwat Sen | May 8, 2024 10:20 AM
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Stock Market: कमजोर वैश्विक संकेतों की वजह से बुधवार 8 मई 2024 को भारतीय शेयर बाजार कमजोरी के साथ खुला. बाजार खुलने के साथ ही बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) का प्रमुख संवेदी सूचकांका सेसेंक्स ने 300 से अधिक अंकों की गिरावट के साथ गोता लगा लिया. वहीं, नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी 47 अंक की कमजोरी के साथ धड़ाम गिर गया. कारोबार की शुरुआत में सेंसेक्स 184.64 अंक यानी 0.25 फीसदी की गिरावट के साथ 73,321.53 के स्तर पर खुला, जबकि निफ्टी ने 47.10 अंक यानी 0.21 फीसदी की गिरावट के साथ 22272 के स्तर पर अपने कारोबार की शुरुआत की. वहीं, भारतीय मुद्रा बाजार में रुपया शुरुआती कारोबार में दो पैसे की बढ़त के साथ अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 83.49 पर खुला. मंगलवार को सेंसेक्स 383 अंक यानी 0.5 फीसदी गिरकर 73,511.85 पर बंद हुआ था, जबकि निफ्टी 50 इंडेक्स 141 अंक यानी 0.6 फीसदी गिरकर 22,301.50 पर बंद हुआ.

एशियाई बाजारों में भी गिरावट का दौर जारी

रॉयटर्स की रिपोर्ट के अनुसार, बुधवार को एशियाई बाजारों में भी गिरावट का रुख जारी है. बुधवार की सुबह के कारोबार में एशियाई बाजार सप्ताह भर के मिड-प्वाइंट पर पहुंच गए. हालांकि, संकेत यह भी है कि अमेरिकी बॉन्ड यील्ड में हाल की गिरावट और डॉलर की नरमी का असर एशियाई बाजारों पर दिखाई दे रहा है. पिछले 24 घंटों के दौरान मंगलवार को हांगकांग के शेयरों में गिरावट दर्ज की गई और व्यापक एशियाई और उभरते बाजार इक्विटी सूचकांक अनिवार्य रूप से सपाट होकर बंद हुए. वहीं, पिछले सप्ताह के संदिग्ध हस्तक्षेप के बाद येन में गिरावट के साथ जापानी बाजार ने एक बार फिर रफ्तार पकड़ लिया है. वह 15 अप्रैल के बाद से अपने उच्चतम स्तर 39,000 अंक के करीब पहुंच गया.

क्या कहते हैं एक्सपर्ट

जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के विनोद नायर का कहना है कि मंगलवार को सकारात्मक वैश्विक संकेतों के बाद भी भारतीय शेयर बाजार में गिरावट का दौर जारी रहा. मौजूदा चुनाव में कम मतदान और प्रीमियम वैल्यूएशन सहित तमाम कारणों से घरेलू बाजार में मुनाफावसूली और शेयरों में बिकवाली देखने को मिल रही है. वहीं, मेहता इक्विटीज के प्रशांत तापसे का कहना है कि चूंकि अमेरिका के केंद्रीय बैंक फेडरल रिजर्व अपनी ब्याज दर कटौती के फैसले में देरी कर रहा है और महंगाई अभी भी ऊंचे स्तर पर है. ऐसे में निवेशक जोखिम लेने से बचेंगे और चुनिंदा क्वालिटी शेयरों पर ही दांव लगाने का प्रयास करेंगे. निवेशकों की सतर्कता से बाजार सहम गया है.

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