Share Market This Week: भारतीय शेयर बाजार के लिए पिछला सप्ताह निराशाजनक रहा. इस दौरान 11 मार्च से 15 मार्च के पांच कारोबारी दिनों में सेंसेक्स में 1.82 प्रतिशत यानी 1345.52 अंकों की बड़ी गिरावट देखने को मिली. वहीं, निफ्टी 2.18 प्रतिशत यानी 491.10 अंक टूटा. इसके साथ ही, पिछले चार सप्ताह से बाजार में जारी रैली पर भी ब्रेक लग गया. हालांकि, इस सप्ताह शेयर बाजारों की दिशा अमेरिकी केंद्रीय बैंक फेडरल रिजर्व के ब्याज दर पर निर्णय से तय होगी. इसके अलावा वैश्विक बाजारों का रुख और विदेशी निवेशकों की गतिविधियां भी बाजार के लिए महत्वपूर्ण रहेंगी. विश्लेषकों ने यह राय जताई है. पिछले सप्ताह छोटी और मझोली कंपनियों के शेयरों में भारी गिरावट, विदेशी कोषों की निकासी और अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की ऊंची कीमतों से निवेशकों की धारणा प्रभावित हुई थी.
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‘मौद्रिक नीति पर होगा सभी का ध्यान’
विशेषज्ञों का कहना है कि सप्ताह के दौरान दुनिया के कई केंद्रीय बैंक मौद्रिक नीति पर अपने रुख की घोषणा करेंगे. ऐसे में निकट अवधि में शेयर बाजार में उतार-चढ़ाव रह सकता है. स्वस्तिका इन्वेस्टमार्ट के वरिष्ठ तकनीकी विश्लेषक प्रवेश गौड़ ने कहा कि इस सप्ताह मौद्रिक नीति पर सभी का ध्यान रहेगा. फेडरल रिजर्व की दो दिन की नीतिगत बैठक 19 मार्च को शुरू होने जा रही है. अमेरिकी केंद्रीय बैंक 20 मार्च को ब्याज दरों पर अपने निर्णय की घोषणा करेगा. उन्होंने बताया कि इसके अलावा चीन एक साल और पांच साल के कर्ज पर प्रमुख दरों की घोषणा करेगा. बैंक ऑफ जापान (बीओजे) 19 मार्च को ब्याज दर पर अपने निर्णय की घोषणा करेगा. जापान 22 मार्च को ही मुद्रास्फीति के आंकड़े भी जारी करेगा. उन्होंने कहा कि इसके अलावा डॉलर के मुकाबले रुपये की चाल, अमेरिकी बॉन्ड पर प्रतिफल और कच्चे तेल की कीमतों में उतार-चढ़ाव पर सभी की नजर रहेगी.
क्या कहते हैं एक्सपर्ट?
मेहता इक्विटीज लिमिटेड के वरिष्ठ उपाध्यक्ष (शोध) प्रशांत तपसे ने कहा कि अनिश्चितता के बीच निवेशक शेयरों में अपने निवेश के लिए वैश्विक बाजारों के रुख पर निगाह रखेंगे. मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज लि. के खुदरा शोध प्रमुख सिद्धार्थ खेमका ने कहा कि यह सप्ताह आर्थिक दृष्टि से महत्वपूर्ण रहने वाला है. वैश्विक स्तर पर कई बड़े केंद्रीय बैंक अपनी नीतिगत रुख की घोषणा करेंगे. उन्होंने कहा कि ऐसे में हमारा मानना है कि निकट अवधि में बाजार में अस्थिरता रहेगी. निवेशकों का ध्यान बड़े और सुरक्षित शेयरों पर रहेगा. विश्लेषकों का कहना है कि निवेशकों का ध्यान अब आगामी लोकसभा चुनावों पर रहेगा. सात चरणों के लोकसभा चुनाव 19 अप्रैल से शुरू होने जा रहे हैं. मतों की गिनती चार जून को होगी. जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा कि आने वाले सप्ताह में वैश्विक केंद्रीय बैंकों के मौद्रिक नीति निर्णय पर निवेशकों का ध्यान रहेगा. फेडरल रिजर्व के साथ बैंक ऑफ जापान और बैंक ऑफ इंग्लैंड सप्ताह के दौरान ब्याज दरों पर अपने निर्णय की घोषणा करेंगे. (भाषा इनपुट के साथ)
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