सेंसेक्स ने लगाया 555 अंक का गोता, निवेशकों के 2.57 लाख करोड़ रुपये डूबे

Share Market News: दिन में कारोबार के दौरान एक समय ऐसा था, जब सेंसेक्स 665.02 अंक के नुकसान से 59,079.86 अंक पर आ गया था.

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 6, 2021 7:26 PM
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नयी दिल्ली: वैश्विक बाजारों में भारी बिकवाली, कच्चे तेल की कीमतों में उछाल तथा आपूर्ति शृंखला की अड़चनों की वजह से मुद्रास्फीति बढ़ने की आशंका के बीच बुधवार (6 अक्टूबर) को शेयर बाजार का सेंसेक्स 555 अंक टूट गया. इससे एक दिन में निवेशकों की 2,57,785.17 करोड़ रुपये की पूंजी डूब गयी. बीएसई का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स 555.15 अंक (0.93 फीसदी) गिरकर 59,189.73 अंक पर आ गया. इससे पिछले दो कारोबारी सत्रों में सेंसेक्स में तेजी देखी गयी थी.

दिन में कारोबार के दौरान एक समय ऐसा था, जब सेंसेक्स 665.02 अंक के नुकसान से 59,079.86 अंक पर आ गया था. इससे बीएसई की सूचीबद्ध कंपनियों का बाजार पूंजीकरण 2,57,785.17 करोड़ रुपये घटकर 2,62,20,547.05 करोड़ रुपये रह गया. मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज के खुदरा शोध प्रमुख सिद्धार्थ खेमका ने कहा, ‘भारतीय बाजार सकारात्मक रुख के साथ खुले, लेकिन कमजोर वैश्विक रुख की वजह से बाद में ये नुकसान के साथ बंद हुए.’

बिकवाली से निफ्टी 17,700 अंक से नीचे आया

आशंका जतायी जा रही है कि कच्चे तेल की कीमतों में उछाल तथा आपूर्ति शृंखला की अड़चनों की वजह से मुद्रास्फीति बढ़ेगी. इसकी वजह से वैश्विक पुनरोद्धार प्रभावित हो सकता है. इसलिए शेयर बाजार सहम गया. नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी 176.30 अंक (0.99 फीसदी) की गिरावट के साथ 17,646 अंक पर बंद हुआ.

इन कंपनियों के शेयर को सबसे ज्यादा नुकसान

सेंसेक्स की कंपनियों में इंडसइंड बैंक का शेयर सबसे अधिक 3.38 प्रतिशत टूटा. टाटा स्टील, बजाज ऑटो, सन फार्मा, एचसीएल टेक, रिलायंस इंडस्ट्रीज और टाइटन के शेयरों में भी गिरावट आयी. दूसरी ओर एचडीएफसी बैंक, एचडीएफसी तथा बजाज फाइनेंस के शेयर 1.24 प्रतिशत तक चढ़ गये.

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जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा, ‘कमजोर वैश्विक रुख की वजह से धातु और आईटी शेयरों में मुनाफावसूली का सिलसिला चला. इससे बाजार शुरुआती लाभ को गंवाकर नुकसान में बंद हुआ.’

उन्होंने कहा कि कच्चे तेल की कीमतों में आयी तेजी से भारतीय बाजार प्रभावित हो रहा है, जबकि मुद्रास्फीति से अमेरिका में बांड प्रतिफल पर असर पड़ा है. इसके अलावा भारतीय रिजर्व बैंक की द्विमासिक मौद्रिक समीक्षा बैठक भी बुधवार को शुरू हुई. माना जा रहा है कि केंद्रीय बैंक ब्याज दरों में बदलाव नहीं करेगा.

एशियाई बाजारों का हाल

एशियाई बाजारों में हांगकांग के हैंगसेंग, दक्षिण कोरिया के कॉस्पी तथा जापान के निक्की में गिरावट आयी. चीन के शंघाई कम्पोजिट में अवकाश था. दोपहर के कारोबार में यूरोपीय बाजार नुकसान में थे. इस बीच, अंतरराष्ट्रीय बेंचमार्क ब्रेंट कच्चा तेल 1.14 प्रतिशत की बढ़त के साथ 82.19 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया. अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में रुपया 54 पैसे टूटकर 74.98 प्रति डॉलर पर आ गया.

इस बीच, शेयर बाजारों के अस्थायी आंकड़ों के अनुसार, विदेशी संस्थागत निवेशकों ने मंगलवार को शुद्ध रूप से 1,915.08 करोड़ रुपये के शेयर बेचे. वृहद आर्थिक मोर्चे पर बात की जाये, तो मूडीज ने मंगलवार को भारत के साख परिदृश्य को नकारात्मक से स्थिर कर दिया है. हालांकि, मूडीज इन्वेस्टर सर्विस ने भारत की सॉवरेज रेटिंग को ‘बीएए3’ पर कायम रखा है.

Posted By: Mithilesh Jha

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