शेयर बाजार में लगातार दूसरे दिन तेजी, सेंसेक्स 874 अंक चढ़ा, निफ्टी 17,400 अंक के पास

प्रमुख कंपनियों के शेयरों के साथ-साथ मझोली और छोटी कंपनियों के शेयरों में निचले स्तर पर लिवाली से बाजार में तेजी आयी. 30 शेयरों पर आधारित सेंसेक्स 874.18 अंक यानी 1.53 प्रतिशत उछलकर 57,911.68 अंक पर बंद हुआ.

By Agency | April 21, 2022 6:33 PM
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मुंबई: शेयर बाजारों में बृहस्पतिवार को लगातार दूसरे दिन तेजी का सिलसिला जारी रहा. बीएसई सेंसेक्स 874 अंक से अधिक चढ़कर बंद हुआ. वैश्विक बाजारों के मिले-जुले रुख के बीच मानक सूचकांक में मजबूत हिस्सेदारी रखने वाली रिलायंस इंडस्ट्रीज, इंफोसिस, एचडीएफसी बैंक तथा एचडीएफसी लिमिटेड में तेजी के साथ बाजार में मजबूती आयी.

छोटी कंपनियों की लिवाली से बाजार में तेजी

कारोबारियों के अनुसार, प्रमुख कंपनियों के शेयरों के साथ-साथ मझोली और छोटी कंपनियों के शेयरों में निचले स्तर पर लिवाली से बाजार में तेजी आयी. 30 शेयरों पर आधारित सेंसेक्स 874.18 अंक यानी 1.53 प्रतिशत उछलकर 57,911.68 अंक पर बंद हुआ. नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी 256.05 अंक यानी 1.49 प्रतिशत की बढ़त के साथ 17,392.60 अंक पर बंद हुआ.

ये शेयर रहे लाभ में

सेंसेक्स के 30 शेयरों में 3.50 प्रतिशत की तेजी के साथ महिंद्रा एंड महिंद्रा का शेयर सर्वाधिक लाभ में रहा. इसके अलावा मारुति सुजुकी, बजाज फिनसर्व, एशियन पेंट्स, रिलायंस इंडस्ट्रीज, कोटक महिंद्रा बैंक, एचडीएफसी, टीसीएस भी प्रमुख रूप से लाभ में रहे. सिर्फ तीन शेयर टाटा स्टील, नेस्ले और भारती एयरटेल 0.88 प्रतिशत तक नुकसान में रहे.

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बैंक शेयरों से बाजार में आयी मजबूती

जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा, ‘निवेशकों का आईटी और बैंक शेयरों के प्रति आकर्षण बढ़ने से बाजार में मजबूती आयी. स्थानीय बाजार को वैश्विक बाजारों से भी समर्थन मिला. हालांकि, रूस-यूक्रेन युद्ध को लेकर वैश्विक स्तर पर चिंता, महंगाई बढ़ने तथा अमेरिकी फेडरल रिजर्व द्वारा नीतिगत दर में वृद्धि की आशंका के बीच विदेशी निवेशक लगातार बिकवाली कर रहे हैं.’

ऊर्जा कंपनियों से बाजार को मिली मदद

उन्होंने कहा, ‘रूस के आयात पर यूरोपीय संघ की पाबंदी की आशंका के बीच तेल के दाम बढ़ रहे हैं. यह बाजार के लिए कुछ समय की चुनौती है…’ एलकेपी सिक्योरिटीज के शोध प्रमुख एस रंगनाथन ने कहा, ‘लंबे अंतराल के बाद तेजड़िये वापस लौटे. ऊर्जा कंपनियों से बाजार को मदद मिली. इसका कारण क्षेत्र में सकल रिफाइनिंग मार्जिन में तेजी है. वाहन शेयरों की अगुवाई में लगभग सभी खंडवार सूचकांक लाभ में रहे.’

विदेशी निवेशकों ने बेचे शेयर

एशिया के अन्य बाजारों में जापान का निक्की और दक्षिण कोरिया का कॉस्पी लाभ में रहे, जबकि हांगकांग का हैंगसेंग तथा चीन का शंघाई कंपोजिट नुकसान में रहे. यूरोप के प्रमुख बाजारों में दोपहर के कारोबार में तेजी का रुख रहा. अंतरराष्ट्रीय तेल मानक ब्रेंट क्रूड 1.40 प्रतिशत बढ़त के साथ 108.3 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया. अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपये की विनिमय दर 15 पैसे मजबूत होकर 76.15 (अस्थायी) पर पहुंच गयी. शेयर बाजार के आंकड़ों के अनुसार, विदेशी संस्थागत निवेशकों ने बुधवार को शुद्ध रूप से 3,009.26 करोड़ रुपये मूल्य के शेयर बेचे.

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