रिलायंस रिटेल में सिल्वर लेक ने खरीदी 1.75 फीसदी हिस्सेदारी, जानिए भारत में रिलायंस के कितने हैं रिटेल स्टोर…
अमेरिका की निजी क्षेत्र की इक्विटी फर्म सिल्वर लेक पार्टनर्स ने रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड (आरआईएल) की खुदरा कारोबार इकाई रिलायंस रिटेल में 7,500 करोड़ रुपये में 1.75 फीसदी हिस्सेदारी खरीदी है. आरआईएल की ओर से जारी एक बयान में कहा गया है कि रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड और रिलायंस रिटेल वेंचर्स लिमिटेड (आरआरवीएल) आज यह घोषणा करते हैं कि सिल्वर लेक इक्विटी फर्म रिलायंस रिटेल वेंचर्स लिमिटेड में 7,500 करोड़ रुपये का निवेश करेगी.
नयी दिल्ली : अमेरिका की निजी क्षेत्र की इक्विटी फर्म सिल्वर लेक पार्टनर्स ने रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड (आरआईएल) की खुदरा कारोबार इकाई रिलायंस रिटेल में 7,500 करोड़ रुपये में 1.75 फीसदी हिस्सेदारी खरीदी है. आरआईएल की ओर से जारी एक बयान में कहा गया है कि रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड और रिलायंस रिटेल वेंचर्स लिमिटेड (आरआरवीएल) आज यह घोषणा करते हैं कि सिल्वर लेक इक्विटी फर्म रिलायंस रिटेल वेंचर्स लिमिटेड में 7,500 करोड़ रुपये का निवेश करेगी.
सिल्वर लेक के इस निवेश से आरआरवीएल का इक्विटी मूल्यांकन 4.21 लाख करोड़ रुपये हुआ है. इस लिहाज से सिल्वर लेक का आरआरवीएल में निवेश 1.75 फीसदी हिस्सेदारी के लिए है. सिल्वर लेक की तरफ से यह रिलायंस इंडस्ट्रीज की अनुषंगी कंपनी में दूसरा बड़ा निवेश है. इससे पहले कंपनी ने रिलायंस की ही अन्य इकाई जियो प्लेटफॉर्म्स में 1.35 अरब डॉलर का निवेश किया है. जियो प्लेटफॉर्म्स में सिल्वर लेक ने दो किस्तों में 10,202.55 करोड़ रुपये में 2.08 फीसदी हिस्सेदारी का अधिग्रहण किया.
रिलायंस के बयान में कहा गया है कि आरआरवीएल की अनुषंगी कंपनी रिलायंस रिटेल लिमिटेड भारत की सबसे बड़ी, तेजी से बढ़ने वाली और सबसे ज्यादा मुनाफे वाली खुदरा कारोबार शृंखला का परिचालन करती है, जिसके देशभर में फैले 12,000 के करीब खुदरा स्टोरों में 64 करोड़ के करीब खरीदारों का आना जाना होता है.
वहीं, सिल्वर लेक प्रौद्योगिकी क्षेत्र में निवेश करने वाली दुनिया की सबसे बड़ी कंपनी है. कंपनी के प्रबंधन के तहत 60 अरब डॉलर की परिसंपत्तियां हैं और वह दुनियाभर में प्रौद्योगिकी और इस क्षेत्र से जुड़े अवसरों पर ध्यान रखती है. भारत के सबसे धनी भारतीय उद्योगपति मुकेश अंबानी अपने डिजिटल प्लेटफॉर्म में निवेश जुटाने के बाद अब खुदरा कारोबार में निवेशकों को जोड़ने की पहल कर रहे हैं.
समझा जाता है कि रिलायंस अपने खुदरा कारोबार रिलायंस रिटेल में करीब 10 फीसदी हिस्सेदारी बेच सकती है. रिलायंस ने पिछले महीने ही फ्यूचर समूह का खुदरा और लॉजिस्टिक्स कारोबार 24,713 करोड़ रुपये में अधिग्रहण किया है. इससे रिलायंस के खुदरा कारोबार को और विस्तार मिलेगा.
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Posted By : Vishwat Sen
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