SIP में निवेश से मिलेगा बेहतर रिटर्न! कैसे ऑनलाइन स्टार्ट कर सकते है SIP और क्या हैं इसके फायदे, जानें यहां सबकुछ
SIP Investment And Return : एसआईपी या सिस्टमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान ऐसे लोगों के लिए बेहतर होता है जो लोग शेयर बाजार में सीधे या एकमुश्त निवेश नहीं करना चाहते. खास बात यह है कि एसआईपी (SIP) में निवेशका को अपना पैसा एक मुश्त जमा करने की जगह हर महीने में अपने हिसाब से तय किस्त के आधार पर जमा करने की छूट मिलती है.
SIP Investment And Return : SIP यानि सिस्टमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान में लोग खुल कर निवेश कर रहे हैं. SIP म्युचुअल फंड में निवेश करने का सबसे पॉपुलर तरीका हो गया है. जैसा कि म्युचुअल फंड के नाम से ही पता चलता है कि इसमें लोग अपने सुविधा के हिसाब से किश्तों में एक निश्चित धनराशि जमा कर सकते हैं.
कैसे शुरू करें निवेश
एसआईपी या सिस्टमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान ऐसे लोगों के लिए बेहतर होता है जो लोग शेयर बाजार में सीधे या एकमुश्त निवेश नहीं करना चाहते. खास बात यह है कि एसआईपी (SIP) में निवेशका को अपना पैसा एक मुश्त जमा करने की जगह हर महीने में अपने हिसाब से तय किस्त के आधार पर जमा करने की छूट मिलती है. इससे छोटे रिटेल निवेशकों के लिए निवेश करने में बड़ी सहूलियत होती है. एक्सपर्ट की मानें तो एसआईपी में लंबी अवधि में हाई रिटर्न की संभावना भी ज्यादा होती है.
मौजूदा समय में मार्केट में ऐसी बहुत से एसआईपी स्कीम है, जिनमें निवेशक महज सौ से पांच सौ रुपये भी हर महीने जमा करके अपना निवेश शुरू कर सकते हैं. अमूमन बाजार में ऐसी कई म्यूचुअल फंड स्कीम हैं, जिनमें पिछले पांच साल में 15-25 फीसदी तक सालाना के हिसाब से रिटर्न मिला है. बता दें बाजार में ऐसी बहुत सी एसआईपी स्कीम है जिनमें निवेशक 500 रुपये से अपना निवेश शुरु कर सकते हैं.
SIP शुरू करने के लिए जरूर डाक्युमेंट
बता दें कि SIP शुरू करने के लिए लोगों को पैनकॉर्ड, एड्रेसप्रूफ, पासपोर्ट आकार के फोटोग्रॉफ और चेकबुक की जरूरत होगी. बता दें कि ऑनलाइन एसआईपी शुरु करने के लिए आप किसी फंड हाउस के वेबसाइड पर जाकर अपने पसंद की एसपीआई चुन सकते हैं. एसआईपी या सिस्टमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान तथा Latest News in Hindi से अपडेट के लिए बने रहें हमारे साथ.
जानें एसआईपी के फायदे
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उन निवेशकों के लिए एक बेहतर विकल्प माना जाता है, जो बाजार की जोखिम को कम करना चाहते हैं.
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इसके जरिए कैपिटल मार्केट में छोटी राशि के साथ और आसान किस्तों में भी निवेश किया जा सकता हैं.
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एसआईपी में निवेशकों को कंपाउंडिंग का फायदा मिलता है और लंबी अवधि में ज्यादा रिटर्न की संभावना होती है.
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जब बाजार में रिटर्न बढ़ रहा हो तो निवेशक टॉप अप एसआईपी के जरिए किस्त बढ़ा सकते हैं.
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बाजार में गिरावट आने और डर बढ़ने पर एसआईपी पॉज करने की भी सुविधा मिलती है, फिर बाजार की स्थिति सुधरने पर निवेशक इसे जारी रख सकते हैं.
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स्टैंडिंग इंस्ट्रक्शन देकर बैंक अकाउंट से ऑटो डेबिट की सुविधा भी ले सकते हैं, जिससे हर महीने आपके बैंक अकाउंट से अपने आप किश्त की राशि कट जाएगी.
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