SIP में पहले से कर रहे हैं इन्वेस्टमेंट तो नुकसान वाले फंडों को पोर्टफोलियों से कर दें आउट, जानिए क्यों?
वर्ष 2018 के बाद अब अपने पोर्टफोलियो को बढ़ाने और खराब प्रदर्शन करने वालों को बाहर निकालने के लिए नए फंड जोड़ने का समय आ गया है.
SIP latest news : अगर आप एसआईपी में निवेश करने जा रहे हैं, तो जरा दो पल के लिए रुक जाइए. सोचिए कि आप एसआईपी में निवेश करने जा रहे हैं, तो आपको कितना नफा होगा और कहां-कहां से लाभ मिलेगा. इसमें भी अगर आप पहले से ही एसआईपी में निवेश करते आ रहे हैं, तो अब पुराने और नुकसान देने वाले फंडों को अपने पोर्टफोलियों से बाहर कर दें. यह अपने पोर्टफोलियों में लाभ देने वाले फंडों को शामिल करने का सही वक्त है.
विशेषज्ञों के अनुसार, वर्ष 2018 के बाद अब अपने पोर्टफोलियो को बढ़ाने और खराब प्रदर्शन करने वालों को बाहर निकालने के लिए नए फंड जोड़ने का समय आ गया है. म्यूचुअल फंड में निवेश एक जोखिम भरा मामला है. हालांकि, सिस्टमेटिक इन्वेस्टमेंट प्लान (एसआईपी) पद्धति का पालन करके जोखिम को कम किया जा सकता है. म्यूचुअल फंड में निवेश करने का सबसे अच्छा तरीका एसआईपी है. हालांकि, अधिकांश निवेशक म्यूचुअल फंड का चयन करते समय रिटर्न प्रतिशत को देखते हैं, लेकिन टॉपमोस्ट म्यूचुअल फंड योजना का चयन करते समय कुछ अन्य कारकों पर भी विचार किया जाना चाहिए.
क्या करें पहचान?
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रिटर्न्स : यह समझना महत्वपूर्ण है कि कई दफा म्यूचुअल फंडों से इंडेक्स में निर्धारित रिटर्न से कहीं अधिक फायदा मिल जाता है. इसमें आपकी ओर से सही म्यूचुअल फंड योजना का चयन करना आपके लिए फायदेमंद साबित हो सकता है.
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जोखिम प्रबंधन : सही मायने में जोखिम प्रबंधन तंत्र डेविटेशन, शार्प रेशियो, अल्फा, बीटा, आर-स्क्वायर और सॉर्टिनो रेशियो जैसे जोखिम मापक उपकरणों के जरिए फंड से जुड़े रिटर्न और जोखिम की बेहतर समझ में मदद करते हैं.
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एक्सपेंस रेशियो : आम तौर पर निवेशक अपने खर्च के अनुपात में फंडों का चयन करता है. औसतन कम खर्च वाले फंडों की योजनाओं से अधिक रिटर्न मिलने का चांस रहता है.
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फंड हाउसेज : 15 मान्यता प्राप्त फंड हाउसों में से किसी एक चयन करके कोई भी निवेशक सुरक्षित तरीके से मुनाफा कमा सकता है, क्योंकि उन्हें सबसे अच्छा माना जाता है.
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फंड मैनेजर : लंबी अवधि के लिए फंड से जुड़े फंड मैनेजरों को दूसरों की तुलना में प्राथमिकता दी जाती है.
Posted by : Vishwat Sen
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