Small Savings: छोटी बचत करने वालों को केंद्र सरकार ने नए साल पर तगड़ा झटका दिया है. सरकार ने सुकन्या समृद्धि योजना से लेकर पीपीएफ तक की ब्याज दरों में किसी प्रकार की बढ़ोतरी नहीं की है. चिंता की बात यह है कि ब्याज दरों में वित्त वर्ष 2024-25 की चौथी तिमाही (जनवरी-मार्च 2025) तक ऐसे ही रहेंगी. वित्त मंत्रालय की ओर से जारी की गई अधिसूचना के अनुसार, पीपीएफ और एनएससी समेत विभिन्न छोटी बचत योजनाओं पर ब्याज दरें वित्त वर्ष 2024-25 की चौथी तिमाही (जनवरी-मार्च 2025) के लिए अपरिवर्तित रहेंगी. अधिसूचना में कहा गया है, “वित्त वर्ष 2024-25 की चौथी तिमाही के लिए छोटी बचत योजनाओं पर ब्याज दरें वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही में लागू दरों के समान रहेंगी.”
एक साल से ब्याज दरों में बदलाव नहीं
सरकार ने पिछली चार तिमाहियों यानी एक साल से छोटी बचत योजनाओं पर ब्याज दरों में किसी प्रकार का बदलाव नहीं किया है. पिछली बार सरकार ने वित्त वर्ष 2023-24 की चौथी तिमाही में कुछ योजनाओं की ब्याज दरों में संशोधन किया था. सरकार प्रत्येक तिमाही में डाकघर और बैंकों की ओर से संचालित छोटी बचत योजनाओं की ब्याज दरों की समीक्षा करती है. इन योजनाओं को छोटे और मध्यम वर्गीय निवेशकों के लिए सुरक्षित और स्थिर रिटर्न के रूप में देखा जाता है.
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विभिन्न छोटी बचत योजनाओं पर ब्याज दरें
- सुकन्या समृद्धि योजना (SSY): जमा पर 8.2% ब्याज
- सार्वजनिक भविष्य निधि (PPF): 7.1% ब्याज
- डाकघर बचत जमा: 4% ब्याज
- तीन साल की सावधि जमा: 7.1% ब्याज
- किसान विकास पत्र (KVP): 7.5% ब्याज; परिपक्वता अवधि: 115 महीने
- राष्ट्रीय बचत प्रमाणपत्र (NSC): 7.7% ब्याज
- मासिक आय योजना: 7.4% ब्याज
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