Solar Energy News: बिजली का भारी-भरकम बिल भरकर अगर आप भी परेशान हो चुके हैं तो अब आपको इस समस्या से मुक्ति मिल सकती है. दरअसल, घर की छत पर सोलर पैनल लगवा लेने के बाद से आपके घर की बिजली पूरी तरह से फ्री हो सकती है. बताते चलें कि सरकार देश में ग्रीन एनर्जी को बढ़ावा दे रही है. इसी के मद्देनजर वो लोगों को घर की छत पर सोलर पैनल लगवाने के लिए सब्सिडी दे रही है. सरकार की इस स्कीम का लाभ कोई नागरिक उठा सकता है.
गर्मियों के दिन में आमतौर पर बिजली बिल अधिक आने लगते हैं, क्योंकि घरों में एसी और पंखे का इस्तेमाल ज्यादा होने लगता है. इसके साथ ही गर्मियों में अक्सर लोड शेडिंग की समस्या बढ़ जाती है, जिसकी वजह से लोगों को परेशानी बढ़ जाती है. ऐसे में अगर आप अपने घर की छत पर सोलन पैनल लगवाकर महंगी बिजली और लोड शेडिंग दोनों समस्याओं से छुटकारा पा सकते हैं. राहत देने वाली बात यह है कि सरकार सोलर पैनल लगवाने के लिए पैसे भी दे रही है.
अगर आप भी सोलर पैनल लगवाने की प्लानिंग कर रहे हैं, तो सबसे पहले आपको अपनी बिजली की जरूरतों का अनुमान लगाना होगा, यानि हर रोज आपके घर में बिजली की खपत कितनी होती है. इसी के अनुसार, आपको सोलर पैनल लगवाना चाहिए. दो किलोवाट के सोलर पैनल लगवाकर आप अपनी जरूरत की 6-8 यूनिट बिजली का उत्पादन कर सकते हैं.
बताते चलें कि देश में सौर ऊर्जा को बढ़ावा देने के लिए नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय (Ministry of New & Renewable Energy) ने सोलर रूफटॉप योजना की शुरुआत की है. अगर आप भी सोलर पैनल पर सब्सिडी का लाभ लेना चाहते हैं, तो डिस्कॉम पैनल में शामिल किसी भी सेलर से अपने घर की छत पर सोलर पैनल लगवाना होगा. इसके बाद आप सब्सिडी के लिए अप्लाई कर सकते हैं. मान लिजिए अगर आप 6 किलोवाट तक का रूफटॉप सोलर पैनल लगवाते हैं, तो सरकार की तरफ से 40 प्रतिशत तक की सब्सिडी मिल जाएगी. ऐसे में आपको 1 लाख 44 हजार रुपये खर्च करने होंगे. सरकार की ओर से आपको 96,000 रुपये की सब्सिडी मिल जाएगी. सोलर पैनल की लाइफ आमतौर पर 25 साल की होती है. ऐसे में आप एक बार पैसे खर्च कर लंबे समय के लिए बिजली बिल से निजात पा सकते हैं.
Disclaimer: शेयर बाजार से संबंधित किसी भी खरीद-बिक्री के लिए प्रभात खबर कोई सुझाव नहीं देता. हम बाजार से जुड़े विश्लेषण मार्केट एक्सपर्ट्स और ब्रोकिंग कंपनियों के हवाले से प्रकाशित करते हैं. लेकिन प्रमाणित विशेषज्ञों से परामर्श के बाद ही बाजार से जुड़े निर्णय करें.