नई दिल्ली : अगर आप दक्षिण कोरिया की जान-मानी इलेक्ट्रॉनिक उत्पाद बनाने वाली कंपनी एलजी के हैंडसेट के दीवाने हैं, तो आपके लिए एक बुरी खबर है. वह यह कि अब भारत में इस कंपनी का स्मार्टफोन आपको बाजार में दिखाई नहीं देगा. इसका अहम कारण यह है कि दक्षिण कोरिया की यह कंपनी भारत से अपना कारोबार समेटने जा रही है. कंपनी ने इस बात का ऐलान सोमवार यानी 5 अप्रैल को किया है.
इसके साथ ही, आपको यह भी बता दें कि भारत के बाजार से कदम खींचने वाली एलजी पहली ऐसी कंपनी होगी, जिसने यहां के लोगों के लोगों के हाथों में बेहतरीन स्मार्टफोन पहुंचाने का काम किया है. कंपनी द्वारा भारत से अपने स्मार्टफोन के कारोबार को समेटने के पीछे सबसे बड़ा कारण अमेरिकी बाजार है. फिलहाल, उसकी नजर उत्तरी अमेरिका में अपनी 10 फीसदी बाजार हिस्सेदारी पर टिकी है. एक समय था जब एलजी इलेक्ट्रॉनिक्स दुनिया भर में तीसरे नंबर की कंपनी थी. इसके पहले एक नंबर पर ऐप्पल इंक और दूसरे नंबर पर सैमसंग काबिज थी.
एलजी इलेक्ट्रॉनिक्स ने जनवरी में घोषणा की थी कि वह अपने इस बिजनेस के लिए सभी विकल्पों पर विचार कर रही है. एलजी को करीब 4.5 अरब डॉलर का नुकसान हुआ है. मामले की जानकारी रखने वाले सूत्रों ने बताया कि इस बिजनेस के कुछ हिस्से को वियतनाम के विनग्रुप को बेचने की बातचीत डील की शर्तों के कारण सफल नहीं हो पाई. एलजी स्मार्टफोन मार्केट में कई इनोवेशंस लेकर आई है, जिसमें अल्ट्रा-वाइड एंगल कैमरे भी शामिल हैं.
बता दें कि वर्ष 2013 की पहली छमाही में सैमसंग और ऐप्पल के बाद एलजी इलेक्ट्रॉनिक्स दुनिया की तीसरी बड़ी स्मार्टफोन उत्पादक कंपनी बन गई थी, लेकिन इसके बाद एलजी के फ्लैगशिप मॉडल्स सॉफ्टवेयर और हार्डवेयर दोनों ही मामलों में पिछड़ने लगे. स्लोअर सॉफ्टवेयर अपडेट्स से भी कंपनी के स्मार्टफोन को झटका लगा. बाजार विशेषज्ञों ने प्रतिस्पर्धी चीनी कंपनियों के मुकाबले मार्केटिंग में विशेषज्ञता की कमी को लेकर भी एलजी की आलोचना भी की.
मीडिया में आ रही खबर के अनुसार, एलजी के बोर्ड ऑफ डायरेक्टर ने स्मार्टफोन कारोबार को बंद करने की पहले ही अनुमति दे दी थी. स्मार्टफोन कारोबार में कंपनी को काफी नुकसान हो रहा था. इस कारण से बोर्ड की ओर से यह फैसला किया गया था. एलजी अब अपने कर्मचारियों को स्मार्टफोन डिवीजन से दूसरी यूनिट्स में ट्रांसफर कर रहा है.
Posted by : Vishwat Sen
Disclaimer: शेयर बाजार से संबंधित किसी भी खरीद-बिक्री के लिए प्रभात खबर कोई सुझाव नहीं देता. हम बाजार से जुड़े विश्लेषण मार्केट एक्सपर्ट्स और ब्रोकिंग कंपनियों के हवाले से प्रकाशित करते हैं. लेकिन प्रमाणित विशेषज्ञों से परामर्श के बाद ही बाजार से जुड़े निर्णय करें.