Sovereign Gold Bonds 2023-24 Series III: पिछले एक साल में सोने की कीमत में तेज वृद्धि हुई है. साल 2022 के 18 दिसंबर को सोने 24 कैरेट सोने की कीमत 53,885 रुपये प्रति दस ग्राम था. जबकि, आज सोने की कीमत गुडरिटर्न्स वेबसाइट के मुताबिक 62,510 रुपये प्रति दस ग्राम है. इसका अर्थ है कि सोने की कीमत में लगभग 9 हजार रुपये की बढ़ोत्तरी हुई है. मगर, सोने की बढ़ती कीमतों के बीच आपके पास सस्ता सोना खरीदने का एक बेहतरीन मौका है. सरकार आज से सोने में निवेश करने का खास मौका दे रही है. सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड योजना 2023-24 सीरीज-3 निवेश के लिए 18-22 दिसंबर के लिए खुली रहेगी. सरकार के द्वारा इस गोल्ड बॉन्ड का इश्यू प्राइस 6,199 रुपये प्रति ग्राम तय किया गया है. निवेशक को इसमें पैसा लगाने से दोहरा फायदा मिलने वाला है, एक तो ब्याज की कमाई भी होगी और दूसरा जीएसटी भी बचेगा. सरकार के द्वारा गोल्ड बॉन्ड पर 2.5 प्रतिशत का ब्याज मिलता है. सरकार ये पैसा निवेशक के बैंक खाते में हर छह महीने में जमा कर देती है. सरकार ऑनलाइन खरीद को बढ़ावा देने के लिए निवेश की रकम पर प्रतिग्राम 50 रुपये की छूट भी दे रही है.
सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड निवेश की क्या है सीमा
सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड योजना 2023-24 सीरीज-3 में निवेश करने वालों के लिए सरकार के द्वारा कुछ नियम बनाये गए हैं. इसमें निवेश कम से कम एक ग्राम से निवेश करना शुरू कर सकता है. इसके लिए उसे 6,199 रुपये जमा करने होंगे. जबकि, एक वित्त वर्ष में अधिकतम चार किलो गोल्ड बॉन्ड खरीदा जा सकता है. साथ ही, एचयूएफ (हिंदू अविभाजित परिवार) के लिए चार किलोग्राम और न्यासों तथा समान संस्थाओं के लिए 20 किलोग्राम है. एसजीबी को अनुसूचित वाणिज्यिक बैंकों (छोटे वित्त बैंकों, भुगतान बैंकों और क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर), भारतीय शेयर होल्डिंग निगम लिमिटेड (एसएचसीआईएल), भारतीय निपटान निगम लिमिटेड (सीसीआईएल), नामित डाकघरों, नेशनल स्टॉक एक्सचेंज इंडिया लिमिटेड और बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज लिमिटेड के माध्यम से बेचा जाएगा. आप चाहें तो अपने डीमैट खाते के माध्मय से इसमें निवेश कर सकते हैं.
2015 में सबसे पहले आया था बॉन्ड
भारत के शीर्ष बैंक ने अपने बयान में बताया है कि परंपरागत सोने की मांग कम करने और घरेलू बचत के एक हिस्से के तौर पर स्वर्ण बॉन्ड की बिक्री सबसे पहले नवंबर, 2015 में शुरू की गई थी. इस बॉन्ड को एक ग्राम की बुनियादी इकाई के गुणकों में अंकित किया जाता है. स्वर्ण बॉन्ड की परिपक्वता अवधि आठ साल की होगी लेकिन पांच साल पूरा होने पर इससे निकलने का विकल्प होगा. इस योजना के तहत न्यूनतम एक ग्राम सोने में निवेश किया जा सकता है जबकि अधिकतम सीमा चार किलोग्राम तक की है.
रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड क्या है
रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (Reserve Bank of India) द्वारा जारी किए गए सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड एक विशेष प्रकार की वित्तीय सुरक्षा है जिसे भारतीय सरकार के लिए वित्तीय संसाधनों को जुटाने के उद्देश्य से जारी किया गया है. यह बॉन्ड एक निशित अवधि और निशित ब्याज दर पर होता है, जिसका मतलब है कि निवेशकों को नियमित अंतरालों पर ब्याज के रूप में आय दी जाती है और मूल राशि को समयानुसार वापस कर दिया जाता है. रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड भारतीय सरकार के लिए एक उपयोगी वित्तीय स्रोत प्रदान करते हैं और उनके लिए एक स्थिर और सुरक्षित निवेश का अवसर प्रदान करते हैं. यह निवेशकों को गोल्ड की तरह की वित्तीय सुरक्षा प्रदान करता है, जिसका मतलब होता है कि वे सरकार को पूंजी प्रदान करते हैं और उसके खिलाफ इंवेस्टमेंट करके ब्याज कमा सकते हैं. सरकारी सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड भारतीय सरकार के आर्थिक योजनाओं और प्रोजेक्ट्स को वित्तपोषित करने में मदद करते हैं और विभिन्न वित्तीय लक्ष्यों को पूरा करने में मदद करते हैं. कृपया ध्यान दें कि सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड के विवादित और प्राथमिक विवरण समय के साथ बदल सकते हैं, इसलिए आपको विवरण की जांच करने और सबसे नवाचित जानकारी प्राप्त करने की आवश्यकता हो सकती है.
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