मुंबई : देश के सबसे बड़ा बैंक एसबीआई ने बुधवार को विभिन्न परिपक्वता अवधि की मियादी जमाओं तथा कोष की सीमांत लागत आधारित ब्याज दरों (एमसीएलआर) में कटौती की घोषणा की. नयी दरें 10 मार्च से प्रभाव में आएंगी. बैंक ने एक महीने में दूसरी बार ब्याज में कटौती की है. भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) ने विभिन्न परिपक्वता अवधि के लिए खुदरा मियादी जमा (2 करोड़ रुपये से कम) पर ब्याज दरों में 0.10 फीसदी से 0.50 फीसदी की कटौती की है. सात दिन से 45 दिन में परिपक्व होने वाले मियादी जमाओं पर ब्याज दर अब 4 फीसदी होगी, जो पहले 4.50 फीसदी थी.
वहीं, एक साल और उससे अधिक अवधि के लिए जमाओं पर ब्याज दर में 0.10 फीसदी की कटौती की गयी है. एक साल से दो साल से कम अवधि के लिए मियादी जमा पर ब्याज दर अब 5.90 फीसदी होगी, जो पहले 6 फीसदी थी. बुजुर्गों के लिए इसी अवधि के लिए मियादी जमा पर ब्याज दर अब 6.50 फीसदी की बजाय 6.40 फीसदी होगी.
बैंक ने 180 दिन और उससे अधिक अवधि के लिए दो करोड़ रुपये और उससे अधिक (थोक जमा) की मियादी जमाओं पर ब्याज दर में 0.15 फीसदी की कटौती की है. एक साल और उससे अधिक की अवधि की थोक जमा राशि पर ब्याज दर अब 4.60 फीसदी होगी, जो पहले 4.75 फीसदी थी.
इससे पहले, फरवरी में बैंक ने खुदरा मियादी जमाओं पर ब्याज दरों में 0.10 से 0.5 फीसदी की कटौती की थी, जबकि थोक जमा के मामले में 0.25 से 0.50 फीसदी की कटौती की गयी है. एसबीआई के अनुसार, इसके अलावा बैंक ने एक साल की एमसीएलआर 0.10 फीसदी घटाकर 7.75 फीसदी कर दी है, जो पहले 7.85 फीसदी थी.
वहीं, एक दिन की अवधि और एक महीने के लिए एमसीएलआर 0.15 फीसदी घटाकर 7.45 फीसदी कर दी गयी है. तीन महीने अवधि के लिए एमसीएलआर को 7.65 फीसदी से घटाकर 7.50 फीसदी कर दिया गया है. इसी तरह, दो साल और तीन साल के एमसीएलआर को 0.10 फीसदी घटाकर क्रमश: 7.95 फीसदी और 8.05 फीसदी कर दिया गया है. नयी दरें 10 मार्च से प्रभाव में आएंगी. इससे पहले, सोमवार को यूनियन बैंक ऑफ इंडिया ने 11 मार्च से अपने एमसीएलआर में 0.10 फीसदी की कमी करने की घोषणा की थी.
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