ATM Cash Withdrawal Charges: देश के सभी सार्वजनिक बैंक अपने ग्राहकों को हर महीने एक निश्चित संख्या में एटीएम से लेनदेन की मुफ्त सुविधा देते हैं. अगर कोई भी ग्राहक एक महीनें में तय मुफ्त इस्तेमाल की सीमा को पार कर जाता है तो उसको प्रत्येक बार एटीएम के इस्तेमाल पर, चाहे इस्तेमाल वित्तीय हो या गैर-वित्तीय, चार्ज देना होता है. भारतीय रिजर्व बैंक (Reserve Bank of India) के नये गाइडलाइन के अनुसार किसी भी बैंक के ग्राहक को अधिकतम निकासी की राशि पर ज्यादा से ज्यादा 21 रुपये तक चार्ज देना होता है. बता दें कि अधिकांश बैंकों के द्वारा एक महीने में एटीएम से अधिकतम 5 मुफ्त लेनदेन की इजाजत होती है. एक बात ये भी समझने की है कि ट्रांजेक्शन की लिमिट अगले महीने कैरी नहीं होती है. मतलब, इस महीने अगर दो बात एटीएम इस्तेमाल किया तो अगले महीने आठ बार नहीं, केवल पांच बार ही मुफ्त इस्तेमाल के लिए मिलेगा.
पंजाब नेशनल बैंक मेट्रो और गैर मेट्रो क्षेत्र में अपने एटीएम पर हर महीने आप पांच लेनदेन मुफ्त में कर सकते हैं. इसके बाद के वित्तीय हो या गैर-वित्तीय इस्तेमाल पर ग्राहकों को 10 रुपये का चार्ज देना होता है. अन्य बैंकों के एटीएम पर पीएनबी मेट्रो सिटी में तीन और गैर-मेट्रो सिटी में पांच मुफ्त लेनदेन की सुविधा देती है. इसके बाद ग्राहकों को वित्तीय लेनदेन के लिए 21 रुपये प्लस टैक्स और गैर-वित्तीय लेनदेन के लिए 9 रुपये प्लस टैक्स का भुगतान करना होता है.
स्टेट बैंक ऑफ इंडिया के द्वारा 25,000 रुपये से अधिक की औसत मासिक शेष राशि के लिए अपने एटीएम पर पांच मुफ्त लेनदेन प्रदान करता है. इसमें गैर-वित्तीय और वित्तीय दोनों शामिल है. इस सीमा से अधिक वित्तीय लेनदेन के लिए एसबीआई एटीएम पर जीएसटी के साथ 10 रुपये का शुल्क वसूलती है. जबकि, अन्य बैंकों के एटीएम पर, ये प्रति लेनदेन 20 रुपये प्लस जीएसटी है.
ICICI Bank अपने बैंक के एटीएम धारकों को महीने में गैर-मेट्रो क्षेत्रों में 5 और 6 मेट्रो क्षेत्रों में 3 मुफ्त लेनदेन की सुविधा देती है. उसके बाद, आईसीआईसीआई बैंक के एटीएम पर प्रत्येक गैर-वित्तीय लेनदेन के लिए 8.5 रुपये और प्रत्येक वित्तीय लेनदेन के लिए 21 रुपये का शुल्क लिया जाता है.
HDFC Bank के ATM पर हर महीने 5 मुफ्त लेनदेन की सीमा है. गैर-बैंक एटीएम के लिए मेट्रो क्षेत्रों में इसकी सीमा 3 लेनदेन और गैर-मेट्रो क्षेत्रों में 5 लेनदेन है. सीमा पार होने के बाद ग्राहकों से प्रत्येक वित्तीय लेनदेन के लिए 21 रुपये और प्रत्येक गैर-वित्तीय लेनदेन के लिए 8.5 रुपये शुल्क लिया जाएगा.
डिजिटल लेनदेन को बढ़ावा देने के लिए बैंकों के द्वारा कई उपाय किये जा रहे हैं. इसके तहत लोगों को कैश लेन बनाने के लिए बैंक अपने एप भी प्रदान कर रहे हैं. इसके अलावा गूगल पे से लेकर पेटीएम तक इस मामले में लोगों की मदद कर रहे हैं.
डिजिटल लेनदेन एक प्रकार का वित्तीय लेन-देन प्रक्रिया है जिसमें वित्तीय लेन-देन की समर्थन और प्रबंधन को आसान और तकनीकी बनाने के लिए डिजिटल प्लेटफ़ॉर्मों, आधारित तंत्रों और तकनीकों का उपयोग किया जाता है. इसका मतलब है कि वित्तीय लेन-देन, पैसे का हस्तांतरण, पैसे की वसूली, या पैसे की भुगतान की प्रक्रिया को इलेक्ट्रॉनिक तरीकों से संचालित किया जाता है. डिजिटल लेनदेन ने वित्तीय सेवाओं की प्रक्रियाओं को सरल, तेज़, और सुरक्षित बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है
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डिजिटल लेनदेन विभिन्न तरीकों में किया जा सकता है जैसे कि इंटरनेट बैंकिंग, मोबाइल बैंकिंग, डिजिटल वॉलेट, यूपीआई (आधार-आधार इंटरफेस), आदि. यह व्यक्तिगत या व्यवसायिक लेन-देन को आसान और सुरक्षित बनाता है. इस लेनदेन के लिए आपकी पर्सनल और वित्तीय जानकारी की सुरक्षा प्रमुख होती है. डिजिटल तंत्रों में जानकारी की सुरक्षा और डेटा एनक्रिप्शन के उपायों का उपयोग किया जाता है. डिजिटल लेनदेन के बिना किसी पेपर की आवश्यकता नहीं होती है, जिससे पेपरलेस ट्रांजेक्शन्स की प्रक्रिया बढ़ती है और पर्यावरण को बचाने में मदद मिलती है.
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