Stock Market: पिछले सप्ताह शेयर बाजार में उठा पटक का दौर रहा. लगातार तीन दिन मार्केट टूटने से निवेशकों को बड़ा नुकसान उठाना पड़ा. हालांकि, सप्ताह के आखिरी कारोबारी दिन शुक्रवार को बाजार ने एक बार में फर्राटा भरा. बाजार में जमकर कारोबार हुआ. बाजार बंद होने तक BSE सेंसेक्स 480.57 अंक चढ़कर बंद हुआ. वहीं NIFTY में तेजी देखने को मिली. वहीं, अब एक्सपर्ट बताते हैं कि इस महीने बाजार की दिशा वैश्विक रुझान और देश के शीर्ष बैंक रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) के द्वारा रेपो रेट और रिवर्स रेपो रेट के ब्याज दरों में बदलाव पर तय होगा. साथ ही, जून के लिए औद्योगिक उत्पादन के आंकड़े और कंपनियों के तिमाही नतीजों से काफी हद तक तय होगी. विश्लेषकों ने कहा कि इसके अलावा वैश्विक बाजार के रुझान, तेल की कीमतों में उतार-चढ़ाव और विदेशी निवेशकों के रुख से भी बाजार प्रभावित होगा.
कंपनियां जारी करेगी अपनी तिमाही की रिपोर्ट
स्वस्तिका इन्वेस्टमार्ट लिमिटेड के वरिष्ठ तकनीकी विश्लेषक प्रवेश गौर ने कहा कि बाजार की नजर आरबीआई मौद्रिक नीति समिति (एमपीसी) की बैठक पर होगी, जिसके नतीजों की घोषणा 10 अगस्त, 2023 को होगी. इसके अलावा इस सप्ताह अडाणी पोर्ट्स, कोल इंडिया, हीरो मोटोकॉर्प, हिंडाल्को और ओएनजीसी जैसी प्रमुख कंपनियों के तिमाही नतीजों पर भी नजर रहेगी. गौर ने कहा कि वृहद आर्थिक मोर्चे पर बाजार भागीदार औद्योगिक उत्पादन और विनिर्माण उत्पादन के आंकड़ों जैसी प्रमुख घटनाओं पर करीब से नजर रखेंगे. ये आकंड़े 11 अगस्त को जारी किए जाएंगे. उन्होंने कहा कि वैश्विक शेयर बाजारों का रुख, डॉलर सूचकांक की चाल, डॉलर के मुकाबले रुपये की स्थिति और कच्चे तेल की कीमतें भी बाजार को प्रभावित करेंगी.
‘अमेरिका में बेरोजगारी और ब्रिटेन के जीडीपी आंकडों से प्रभावित होगा बाजार’
मास्टर कैपिटल सर्विसेज लिमिटेड के वरिष्ठ उपाध्यक्ष अरविंदर सिंह नंदा ने कहा कि बाजार इस सप्ताह आरबीआई की नीति बैठक, तिमाही नतीजों, कच्चे तेल, अमेरिकी मुद्रास्फीति के आंकड़ों, अमेरिका में बेरोजगारी की स्थित और ब्रिटेन के जीडीपी आंकडों से प्रभावित होगा. विदेशी संस्थागत निवेशक पिछले सप्ताह पूंजी बाजार में शुद्ध विक्रेता थे और इस सप्ताह उनके रुख पर कारोबारियों की नजर रहेगी. मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज लिमिटेड के खुदरा अनुसंधान प्रमुख सिद्धार्थ खेमका ने कहा कि इस सप्ताह मुख्य रूप से आरबीआई की नीति बैठक पर नजर रहेगी और ब्याज दर को लेकर संवेदनशील क्षेत्रों पर फोकस बना रहेगा.
एसबीआई मार्केट कैप सबसे ज्यादा गिरा
बाजार पूंजीकरण के लिहाज से शीर्ष 10 सबसे मूल्यवान कंपनियों में सात का संयुक्त बाजार मूल्यांकन पिछले सप्ताह 1,09,947.86 करोड़ रुपये घट गया. इस दौरान भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) को सबसे अधिक नुकसान हुआ. पिछले हफ्ते बीएसई सेंसेक्स में 438.95 अंक या 0.66 फीसदी की गिरावट हुई. शीर्ष 10 कंपनियों में रिलायंस इंडस्ट्रीज, आईसीआईसीआई बैंक, हिंदुस्तान यूनिलीवर, आईटीसी, एसबीआई, भारती एयरटेल और बजाज फाइनेंस नुकसान में रहे, जबकि टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (टीसीएस), एचडीएफसी बैंक और इंफोसिस के बाजार मूल्यांकन में वृद्धि हुई. एसबीआई का मूल्यांकन 38,197.34 करोड़ रुपये घटकर 5,11,603.38 करोड़ रुपये रह गया. आईसीआईसीआई बैंक का बाजार पूंजीकरण 17,201.84 करोड़ रुपये घटकर 6,79,293.90 करोड़ रुपये हो गया.
इंफोसिस और एचडीएफसी बैंक का मूल्यांकन भी बढ़ा
आईटीसी का मूल्यांकन 16,846.18 करोड़ रुपये घटकर 5,66,886.01 करोड़ रुपये और बजाज फाइनेंस का मूल्यांकन 14,366.34 करोड़ रुपये घटकर 4,32,932.18 करोड़ रुपये रह गया. सप्ताह के अंत में रिलायंस इंडस्ट्रीज का मूल्यांकन 11,806 करोड़ रुपये कम होकर 16,98,270.74 करोड़ रुपये और हिंदुस्तान यूनिलीवर का मूल्यांकन 9,069.42 करोड़ रुपये घटकर 5,98,299.92 करोड़ रुपये था. हालांकि, इस सप्ताह टीसीएस का मूल्यांकन 31,815.45 करोड़ रुपये बढ़कर 12,59,555.25 करोड़ रुपये हो गया. इसके अलावा इंफोसिस और एचडीएफसी बैंक का मूल्यांकन भी बढ़ा. रिलायंस इंडस्ट्रीज देश की सबसे मूल्यवान कंपनी बनी हुई है. इसके बाद टीसीएस, एचडीएफसी बैंक, आईसीआईसीआई बैंक, हिंदुस्तान यूनिलीवर, इंफोसिस, आईटीसी, एसबीआई और भारती एयरटेल का स्थान रहा.
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