उतार-चढ़ाव भरे कारोबार में बाजार में बढ़त, सेंसेक्स 131 अंक मजबूत
Stock Market: एशियाई बाजारों में दक्षिण कोरिया का कॉस्पी, चीन का शंघाई कम्पोजिट और हांगकांग का हैंगसेंग नुकसान में रहे, जबकि जापान का निक्केई बढ़त में रहा. यूरोप के प्रमुख बाजारों में शुरुआती कारोबार में तेजी रही. अमेरिकी बाजार शुक्रवार को कमोबेश नुकसान में रहे थे.
Stock Market: उतार-चढ़ाव भरे कारोबार में घरेलू शेयर बाजार बढ़त के साथ बंद हुआ. हालांकि, शुरुआती कारोबार में सेंसेक्स-निफ्टी में नरमी देखी गई थी. बाजार के आखिर कारोबार में बंबई स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) सेंसेक्स सोमवार को 131 अंक की बढ़त में रहा. बैंक शेयरों में लिवाली और यूरोप के प्रमुख बाजारों में मजबूत शुरुआत से बाजार को समर्थन मिला. 30 शेयरों पर आधारित बीएसई सेंसेक्स 131.18 अंक यानी 0.17 फीसदी की बढ़त के साथ 77,341.08 अंक पर बंद हुआ. शुरुआती कारोबार में मानक सूचकांक 463.96 अंक तक लुढ़क गया था. बाद में इसमें तेजी आयी और यह 213.12 अंक चढ़ गया. नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का निफ्टी भी 36.75 अंक यानी 0.16 फीसदी की बढ़त के साथ 23,537.85 अंक पर बंद हुआ.
Stock Market का टॉप गेनर शेयर
सेंसेक्स में शामिल 30 कंपनियों में से महिंद्रा एंड महिंद्रा, पावर ग्रिड, सन फार्मा, नेस्ले, अल्ट्राटेक सीमेंट, एनटीपीसी, आईटीसी, आईसीआईसीआई बैंक, टाइटन, बजाज फिनसर्व, भारती एयरटेल और एचडीएफसी बैंक प्रमुख रूप से लाभ में रहीं. वहीं, नुकसान में रहने वाले शेयरों में इंडसइंड बैंक, अदाणी पोर्ट्स, टाटा स्टील, रिलायंस इंडस्ट्रीज, एक्सिस बैंक और बजाज फाइनेंस शामिल हैं.
एशियाई Stock Market का हाल
दुनिया के दूसरे बाजारों की बात की जाए, तो एशियाई बाजारों में दक्षिण कोरिया का कॉस्पी, चीन का शंघाई कम्पोजिट और हांगकांग का हैंगसेंग नुकसान में रहे, जबकि जापान का निक्केई बढ़त में रहा. यूरोप के प्रमुख बाजारों में शुरुआती कारोबार में तेजी रही. अमेरिकी बाजार शुक्रवार को कमोबेश नुकसान में रहे थे. शेयर बाजार के आंकड़ों के अनुसार, विदेशी संस्थागत निवेशकों ने शुक्रवार को 1,790.19 करोड़ रुपये मूल्य के शेयर बेचे. वैश्विक बाजारों में ब्रेंट क्रूड 0.41 फीसदी की तेजी के साथ 85.59 डॉलर प्रति बैरल रहा.
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एसएंडपी ने 6.8 फीसदी रखा जीडीपी वृद्धि दर अनुमान
एसएंडपी ग्लोबल रेटिंग्स ने चालू वित्त वर्ष (2024-25) के लिए भारत के सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) की वृद्धि दर के अनुमान को 6.8 फीसदी पर बरकरार रखा है. उसने कहा है कि ऊंची ब्याज दर और कम राजकोषीय प्रोत्साहन से मांग में कमी आएगी. एशिया प्रशांत के लिए सोमवार को जारी अपने आर्थिक परिदृश्य में एसएंडपी ग्लोबल रेटिंग्स ने कहा कि भारतीय अर्थव्यवस्था अपनी आर्थिक वृद्धि के साथ हैरान कर रही है. बीते वित्त वर्ष (2023-24) में यह 8.2 प्रतिशत की दर से बढ़ी है.
पीटीआई इनपुट
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